दुसरो के घरों में नोकरी कर प्रेमी को पढ़ाया, नोकरी लगी तो कर लिया दूसरी शादी
दो बच्चों संग थाना पहुच महिला ने पुलिस से मांगा इंसाफ
महेंद्र प्रसाद सहरसा
जानिये पूरा मामला-
खगड़िया जिले के चौथम थाना क्षेत्र के टकड़िया गांव निवासी स्व. सुरेश मंडल ने अपनी पुत्री की शादी इसी जिले के सन्हौली निवासी मछली बिक्रेता घोलट सहनी के साथ किया था। शादी बाद एक पुत्री हुई जो चार पांच माह की रही होगी तभी इसके जीवन में एक शादी समारोह में जाने के बाद नया मोड़ आ गया।
ननिहाल स्थित एक शादी समारोह में एक युवक से मुलाकात हुई।
सिमरी बख्तियारपुर के पहाड़पुर बाजार में अनिता अपने ननिहाल मामा की पुत्री की शादी समारोह में आई हुई थी जहां अनिता की मुलाकात यहीं के रहने वाले मिन्टू चोधरी से हुआ।
पिंटू पटना में पढ़ता था अनिता पटना में रहती थी -
चुंकि पिंटू पटना में रह पढ़ाई करता था अनिता पटना में अपने एक रिश्तेदार के यहां रहती थी दोनों का प्यार परवान चढ़ने लगा।यह परवान कब शारीरिक संबंध में बदल गया जब दोनों एक साथ रहने लगा। अनिता एक निजी अस्पताल सहित अन्य स्थानों पर घर में चुल्हा चौका व खाना बना कर पिंटू को आगे पढ़ाई जारी रखने को कह हर तरह का मदद देना शुरू कर दी।
बकौल अनिता इस बीच दो बच्चे की मां बन गई -
पटना में रहते रहते कब 12 वर्ष से अधिक हो गया यह पता नहीं चला। इस बीच हनुमान मंदिर में दोनों भगवान को साक्षी मानकर शादी कर ली। बकौल अनिता गोद में रही पहला पुत्र जो उसे पहले पति से हुआ था (सुमित कुमार 13 वर्ष) के बाद एक पुत्री पिंटू से संजना कुमारी (11 वर्ष) जन्म लिया। सब कुछ सामान्य चल रहा था वह पिंटू की पढ़ाई अनवरत जारी रखी। कुछ समय बाद फिर एक पुत्र (अंशू कुमार 8 वर्ष) हुआ। सब कुछ सामान्य चल रहा था। पढ़ाई का सारा खर्च वहन कर प्रेमी को नौकरी तक पहुंचाई।
छः माह पहले आया नया मोड़ -
अनिता कहती हैं सब कुछ सामान्य चल रहा था छः माह पहले मिन्टू को चतुर्थ श्रेणी में नौकरी लग गई। वह फारविसगंज में ज्वाईन लिया। वहां नौकरी के चंद माह बाद चुपके से ट्रांसफर करवा मधेपुरा में ज्वाइन कर अपना मोबाइल नंबर बदल लिया। कुछ दिनों तक अनिता इंतजार की लेकिन जब वह नहीं आया तो वह उसे खोजने पहाड़पुर पहुंच गई।
6 मार्च को पहुंची पहाड़पुर -
जब अनिता पहाड़पुर पहुंची तो पता चला कि मिन्टू की शादी तीन दिन बाद है। पंचायत बैठाई गई पंचों ने अनिता को मिन्टू के घर पत्नी के रूप में सौंप दिया। वह रहने लगी। इस बीच नौ मार्च को शादी भी हो गई। अनिता दो तीन दिन बाद मिन्टू के साथ पटना लौट गई। मिन्टू वापस जॉब पर चला आया।
पुनः पहुंची पहाड़पुर पुलिस से लगाई गुहार -
सोमवार को थाना पहुंच लिखित आवेदन दे न्याय की गुहार लगाई है। इस संबंध में थानाध्यक्ष रणवीर कुमार ने बताया कि आवेदन मिला है मामले की जांच की जा रही है। कार्यवाही की जायेगी।
मिन्टू के परिजन ने कहा -
इस संबंध में पहाड़पुर निवासी पूर्व पंचायत समिति सदस्य धनौज चौधरी जो मिन्टू के भाई हैं ने कहा कि सब मामला वेबूनियाद है। चुंकि अनिता का यहां ननिहाल है इसलिए जान पहचान थी। हाल में मेरे भाई को नौकरी लगी है इसलिए फंसाने के लिए ये साजिस की जा रही है। आधार कार्ड,राशन कार्ड,गैस कनेक्शन आदि में नाम उसके पति का ही है।
दो बच्चों संग थाना पहुच महिला ने पुलिस से मांगा इंसाफ
महेंद्र प्रसाद सहरसा
जानिये पूरा मामला-
खगड़िया जिले के चौथम थाना क्षेत्र के टकड़िया गांव निवासी स्व. सुरेश मंडल ने अपनी पुत्री की शादी इसी जिले के सन्हौली निवासी मछली बिक्रेता घोलट सहनी के साथ किया था। शादी बाद एक पुत्री हुई जो चार पांच माह की रही होगी तभी इसके जीवन में एक शादी समारोह में जाने के बाद नया मोड़ आ गया।
ननिहाल स्थित एक शादी समारोह में एक युवक से मुलाकात हुई।
सिमरी बख्तियारपुर के पहाड़पुर बाजार में अनिता अपने ननिहाल मामा की पुत्री की शादी समारोह में आई हुई थी जहां अनिता की मुलाकात यहीं के रहने वाले मिन्टू चोधरी से हुआ।
पिंटू पटना में पढ़ता था अनिता पटना में रहती थी -
चुंकि पिंटू पटना में रह पढ़ाई करता था अनिता पटना में अपने एक रिश्तेदार के यहां रहती थी दोनों का प्यार परवान चढ़ने लगा।यह परवान कब शारीरिक संबंध में बदल गया जब दोनों एक साथ रहने लगा। अनिता एक निजी अस्पताल सहित अन्य स्थानों पर घर में चुल्हा चौका व खाना बना कर पिंटू को आगे पढ़ाई जारी रखने को कह हर तरह का मदद देना शुरू कर दी।
बकौल अनिता इस बीच दो बच्चे की मां बन गई -
पटना में रहते रहते कब 12 वर्ष से अधिक हो गया यह पता नहीं चला। इस बीच हनुमान मंदिर में दोनों भगवान को साक्षी मानकर शादी कर ली। बकौल अनिता गोद में रही पहला पुत्र जो उसे पहले पति से हुआ था (सुमित कुमार 13 वर्ष) के बाद एक पुत्री पिंटू से संजना कुमारी (11 वर्ष) जन्म लिया। सब कुछ सामान्य चल रहा था वह पिंटू की पढ़ाई अनवरत जारी रखी। कुछ समय बाद फिर एक पुत्र (अंशू कुमार 8 वर्ष) हुआ। सब कुछ सामान्य चल रहा था। पढ़ाई का सारा खर्च वहन कर प्रेमी को नौकरी तक पहुंचाई।
छः माह पहले आया नया मोड़ -
अनिता कहती हैं सब कुछ सामान्य चल रहा था छः माह पहले मिन्टू को चतुर्थ श्रेणी में नौकरी लग गई। वह फारविसगंज में ज्वाईन लिया। वहां नौकरी के चंद माह बाद चुपके से ट्रांसफर करवा मधेपुरा में ज्वाइन कर अपना मोबाइल नंबर बदल लिया। कुछ दिनों तक अनिता इंतजार की लेकिन जब वह नहीं आया तो वह उसे खोजने पहाड़पुर पहुंच गई।
6 मार्च को पहुंची पहाड़पुर -
जब अनिता पहाड़पुर पहुंची तो पता चला कि मिन्टू की शादी तीन दिन बाद है। पंचायत बैठाई गई पंचों ने अनिता को मिन्टू के घर पत्नी के रूप में सौंप दिया। वह रहने लगी। इस बीच नौ मार्च को शादी भी हो गई। अनिता दो तीन दिन बाद मिन्टू के साथ पटना लौट गई। मिन्टू वापस जॉब पर चला आया।
पुनः पहुंची पहाड़पुर पुलिस से लगाई गुहार -
सोमवार को थाना पहुंच लिखित आवेदन दे न्याय की गुहार लगाई है। इस संबंध में थानाध्यक्ष रणवीर कुमार ने बताया कि आवेदन मिला है मामले की जांच की जा रही है। कार्यवाही की जायेगी।
मिन्टू के परिजन ने कहा -
इस संबंध में पहाड़पुर निवासी पूर्व पंचायत समिति सदस्य धनौज चौधरी जो मिन्टू के भाई हैं ने कहा कि सब मामला वेबूनियाद है। चुंकि अनिता का यहां ननिहाल है इसलिए जान पहचान थी। हाल में मेरे भाई को नौकरी लगी है इसलिए फंसाने के लिए ये साजिस की जा रही है। आधार कार्ड,राशन कार्ड,गैस कनेक्शन आदि में नाम उसके पति का ही है।
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