सोमवार, 9 अप्रैल 2018

प्रशासन से लेकर लोगो तक का प्रताड़ना सहा, लेकिन भर्ष्टाचार से कोई समझोता नही किया
महेंद्र प्रसाद सहरसा


शिक्षक सेवा से रिटायर होने के बाद सूचना के अधिकार के तहत कार्य शुरू किया। ये कार्य भी ये अपने पेंसन की रुपए नही मिलने को लेकर किया था। इन्हें तो रुपये मिल गया एवं इसके बाद लोगो को न्याय दिलाने के लिये कई लोगो को मदद किया। न्याय के पर्याय सेवा निवृत्त शिक्षक आरटीआई कार्यकर्ता मो.अमानुल्लाह का सोमवार 09 अप्रैल 2018 के तड़के निधन हो गया। लिहाजा पूरा क्षेत्र मर्माहत है तथा उन्हें श्रद्धांजली देने वालों का तांता लगा हुआ है ।
ज्ञातव्य है कि सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल मुख्यालय के रानीहाट स्थित भट्ठा टोला निवासी मो.अमानुल्लाह लब्ध प्रतिष्ठित शिक्षक रहे हैं । 31 दिसम्बर 2005 को सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होंने समाजसेवा को अंगीकार कर लिया । गरीबों और मजलूमों के अधिकारों की रक्षा के लिए जाने जाते थे । सूचना अधिकार कानून के बदौलत उन्होंने कई उल्लेखनीय कार्य किये । पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे।
सनद रहे कि मो .अमानुल्लाह अपने पीछे भरा – पूरा परिवार छोड़ गये हैं । उनके निधन से उनकी पत्नी के अलावा पुत्र नूरूल्लाह , एजाजुल्लाह , जफरूल्लाह , फैसुल्लाह , कैसूल्लाह और पुत्री राबिया बशरी सहित पूरा परिवार मर्माहत है । उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा है । विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं , सामाजिक कार्यकर्ताओं और आमलोगों द्वारा श्रद्धांजलि दिया गया एवं उनकी आत्मा की शांति का दुआ मांगा।

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