सोमवार, 19 नवंबर 2018

उद्घाटन के चार घंटे में ही डुमरी पूल पर आवागमन हो गया बंद, विधयाक पन्नालाल पटेल ने किया था शुभारंभ

8 वर्ष लग गया डुमरी पुल मरम्मती में, उदघाटन के 4 घंटे में ही हो गया आवागमन बंंद

कोशी बिहार टुडे



कोसी व बागमती नदी के संगम पर बने बीपी मंडल सेतु डुमरी पुल पर चार चक्का हल्के वाहनों का परिचालन सोमवार की शाम शुरू कर दिया गया था। लेकिन उद्घाटन के 4 घंटे बाद ही पुनः परिचालन बन्द हो गया । परिचालन के बंद होने के पीछे कुछ तकनीकी कारण है। जिस कारण इंजीनियर ने तत्काल इसे बंद कर दिया। इंजीनियर के अनुसार चार पहिये वाहन का परिचालन का ट्रायल किया गया था। ट्रायल को बाद तत्काल आवागमन बन्द कर बचे कार्य किया जा रहा है। कार्य पूर्ण होने पर तत्काल ट्रायल पुनः किया जायेगा।  पूल पर आवागमन चालू होने से कोसी व फरकिया के लाखों लोगों में खुशी की लहर दौड़ गयी थी, जिसे तत्काल फिर परेसानी हो गया है। गौरतलब है कि सोमवार को  इस पूल के आवागमन का  शुभारंभ बेलदौर विधायक पन्नालाल पटेल ने किया था। इससे पहले गत 25 सितम्बर को डुमरी पुल पर बाइक व पैदल यात्रियों के लिए परिचालन शुरू हुआ था।
इसकी पुष्टि  एसपी सिंगला कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर के के रंजन ने  भी किया था। इनका कहना था कि सिर्फ चार पहिया वाहन का ट्रायल किया गया था। कुछ कार्य बचा है जो किया जा रहा है।

आठ वर्षों के बाद परिचालन हुआ था प्रारम्भ: बता दें कि डुमरी पुल पर वाहनों का परिचालन लगभग आठ वषोंर् के बाद शुरू हुआ था। शायद यही कारण है कि आज यहां के लोग खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं। बता दें कि कोसी नदी के कटाव के कारण 29 अगस्त 2010 को डुमरी पुल का पाया धंस गया था। इसके बाद भारी वाहनों का परिचालन बंद कर दिया गया था।
लेकिन कुछ माह बाद बाइक व पैदल यात्री छोड़कर सभी वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी गई थी। इसके बाद 50 करोड़ की लागत से डुमरी पुल के क्षतिग्रस्त भाग के जीर्णोद्धार का काम एसपी सिंगला कंपनी को मिला। एक अप्रैल 2014 को फिर डुमरी पुल के क्षतिग्रस्त भाग को तोड़ दिया गया। आठ पाये को तोड़कर दो पाये का निर्माण किया गया है। इसमें चार पायलन का निर्माण किया गया है।

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