देश की नजर इस सीट पर, दिग्गजों का हो रहा है मुकाबला
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
बड़े-बड़े नेताओं के कारण राष्ट्रीय मानचित्र पर रहने के बावजूद मधेपुरा का औद्योगिक विकास नहीं हो सका। इलेक्ट्रिक रेल इंजन कारखाना में काम शुरू होना एक बड़ी उपलब्धि जरूर मानी जा सकती है, लेकिन उससे बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन नहीं हो पाया है।
बेरोजगार युवक पलायन करने को मजबूर---
रोजगार के अभाव में बेरोजगार युवक पलायन करने को मजबूर हैं।
मधेपुरा स्ट्रेशन से होकर जाने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों की कमी लोगों को अखर रही है। फिलहाल हमसफर और हाटेबजारे लंबी दूरी की मात्र दो ट्रेनों का मधेपुरा स्टेशन से होकर परिचालन हो रहा है। ये भी साप्ताहिक हैं। हालांकि धीरे धीरे ट्रैन का परिचालन आने वाले समय मे बढ़ने की संभावना है।
अधर में लटका है सहरसा ओवरब्रिज का निर्माण
सहरसा रेल ओवरब्रिज देश का पहला ओवरब्रिज होगा जिनका निर्माण करने के लिए तीन बार शिलान्यास किया जा चुका है। इसके बावजूद अब तक ओवरब्रिज का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है। जिससे भीषण जाम की समस्या बनी रहती है। इस समस्या से लोगों को हर दिन दो-चार होना पड़ता है। इसके बावजूद रेल ओवरब्रिज निर्माण के प्रति गंभीरता नहीं दिख रही है।
इस महासमर में बिहार सरकार के मंत्री दिनेशचंद्र यादव, लोजद के राष्टीय अध्यक्ष शरद यादव एव जाप संरक्षक राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव सामिल है। अब देखना है कि मधेपुरा के मतदाता किनके सिर पर सेहरा बांधती है।
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