मंगलवार, 24 नवंबर 2020

रामानंद यादव हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त नक्सली के एरिया कमांडर मनोज सादा हथियार के साथ चढ़ा पुलिस के हत्थे

 पहले गिरोह में करता था काम, बाद में खुद गिरोह बनाकर कर दिया पहलवान की हत्या

कोशी बिहार टुडे, सहरसा


खगरिया के अलौली में गिरफ्तार कुख्यात मनोज सादा के बारे में जानकारी देते डीएसपी

50 हजार का इनामी अपराधी मनोज सदा गिरफ्तार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पटना एसटीएफ की टीम और खगड़िया पुलिस ने अलौली थानाध्यक्ष परेंद्र कुमार की नेतृत्व में मंगलवार को छापेमारी की। पीपरपांती गांव निवासी मनोज सदा के पास हथियार और कारतूस भी बरामद किया गया। सदर एसडीपीओ आलोक रंजन ने अलौली थाना परिसर में प्रेस वार्ता में बताया कि यह रामानंद यादव के हत्या के मुख्य आरोपी है, जो महिनों से पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा था। इसके विरुद्ध खगड़िया सहरसा व दरभंगा के विभिन्न थानों में लूट, हत्या सहित अन्य कई प्रकार एक दर्जन से अधिक मामला दर्ज है। एसडीपीओ ने बताया कि इसके ऊपर 50 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था। 


रामानंद की हत्या बाद दियारा में था दबदबा

         
गिरप्तार कुख्यात मनोज सादा अलौली थाना में पुलिस हिरासत में

कोसी का कुख्यात रामानंद यादव उर्फ पहलवान की हत्या के बाद दियारा में मनोज का दबदबा था। मंगलवार को सूचना मिलते ही एसटीएफ की टीम उसके घर समीप से ही गिरफ्तार कर लिया। मनोज का वर्ष 2008 का दियारा के क्षेत्रों में अपराधिक इतिहास रहा है। खगड़िया व सहरसा जिले के विभिन्न थाने में कुल 14 मामले दर्ज हैं। अलौली में 3, मोरकाही में 6, मानसी थाना में एक व दरभंगा के कुशेश्वर स्थान थाना में एक, सहरसा के सलखुआ थाना में 2 तथा सिमरी बख्तियारपुर में एक मामला दर्ज है।

पहले गैंग में काम करता था, बाद में खुद के गैंग बनाकर कर दिया हत्या

कुख्यात नक्सली मनोज सादा को गिरफ्तार कर नाव से ले जाते एसटीएफ के जवान

बताया जाता है कि मनोज सदा रामानंद यादव के गिरोह में ही पहले काम किया करता था।कुछ अनसुनी बातों को लेकर मनोज सदा ने पहलवान से बगावत कर नक्सली से हाथ मिलाकर पहलवान के हर गतिविधि पर नजर रखने लगा था।


8 अप्रैल 20 की  शाम करीब छः बजे घर से कुछ ही दूरी पर पहले से घात लगाकर बैठे अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर पहलवान की हत्या कर दिया।जिसमें परिजनों के प्राप्त आवेदनों के अनुसार नक्सली मनोज सदा सहित अन्य आठ लोंगों को मुख्य आरोपी बनाया गया था जिसमें 20 से 30 अज्ञात लोगों को शामिल किया गया था।पहलवान के मौत से एक महीने बाद दो मुख्य आरोपी जिसमें कनरिया ओपी क्षेत्र के सुखासनी निवासी परमानंद उर्फ पारो यादव व खगड़िया के अलौली निवासी शरविन्द यादव को मधेपुरा में एसपी आवास के पास एसटीएफ व स्थानीय पुलिस के संयुक्त छापेमारी के दौरान गिरप्तार किया गया था। पुनः 24 जून को अलौली निवासी तथा 25 हजार के इनामी वरुण यादव को मुज्जफरपुर से एसटीएफ ने दर-दबोचा था। पहलवान हत्याकांड के कुल चार आरोपियों को पुलिस ने अबतक गिरफ्तार कर क्षेत्र में शांति का माहौल स्थापित करने में कामयाब नजर आ रही है।

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