कोशी बिहार टुडे, सहरसा
बिहार में पंचायत चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए कर्मचारी एक से बढ़कर एक जुगत लगा रहे हैं। कुछ तो वाकई बीमार हैं तो कुछ का शुगर तब हाई हुआ, जब मेडिकल टीम द्वारा जांचे जाने की तारीख तय कर दी। हालत यह है कि मेडिकल जांच होने से दो दिन पहले एक कर्मचारी का हाथ टूट गया और उसपर प्लास्टर तक चढ़वा लिया।
भागलपुर अस्पताल में पांच दिन पहले मेडिकल जांच की तारीख तय हुई तो एक कर्मचारी का सात सितंबर को शुगर हाई हो गया। जब उससे पुरानी पर्ची व जांच रिपोर्ट डॉक्टरों ने मांगी तो वह नहीं दे पाया। इसी तरह एक कर्मचारी ने आठ अगस्त को अपने हाथ में फ्रैक्चर होने के बहाने के साथ डॉक्टर के समक्ष हाजिर हो गये। उन्होंने मेडिकल टीम को डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन व प्लास्टर चढ़ा हाथ तो दिखाया, लेकिन एक्सरे मांगा गया तो नहीं दे सके।
इसी तरह एक युवा कर्मचारी ने पंचायत चुनाव से छुट्टी पाने की बीमारी बताया। जब टीम के चिकित्सक ने इस मरीज के एक्सरे को देखा तो माथा पीट लिया। डॉक्टर ने उन्हें रीढ़ की हड्डी का एक्सरे कराने के लिए प्रिस्क्रिप्शन में लिखा था और ये जनाब गले की हड्डी की एक्सरे रिपोर्ट लेकर पहुंच गये थे। इसके अलावा तीन कर्मचारी ऐसे निकले, जिनकी बीमारी वाली पर्ची पर तारीख दस सितंबर ही लिखा था। चूंकि जांच 10 सितंबर को ही था। साभार-हिंदुस्तान
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