गोलमाल है भाई गोलमाल है।
विद्यालय में मिड-डे-मील का चावल पहुचाने वाले बीआरपी ने डकार लिया चावल
बीइओ को जानकारी मिलने के बाद भी जांच में नही दिखा रहा है दिलचस्पी
मामला बनमा इटहरी प्रखंड का
महेंद्र प्रसाद, सहरसा
बनमा ईटहरी प्रखंड में स्कूलों को दी जाने वाली एमडीएम की चावल में वितरण करने के दौरान एमडीएम के बीआरपी के द्वारा गोलमाल करने की आशंका जताया जा रहा है। वहीं बीईओ मिथिलेश कुमार सिंह को मंगलवार की दोपहर बाद इस मामले की गुप्त सूचना मिलने के बाद बीईओ ने मंगलवार की देर शाम सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित एफसीआई गोदाम पहुंच कर मामले की छानबीन किया। बीईओ ने एफसीआई प्रबंधक से बीआरपी विलास कुमार के द्वारा उठाए गए चावल की लेखा-जोखा की पूरी जानकारी प्राप्त किया। प्रबंधक के द्वारा जानकारी के तौर पर बताया गया कि बीआरपी के द्वारा बनमा ईटहरी प्रखंड के लिए 120 क्लिंटल चावल का उठाव मंगलवार को किया गया। वहीं बीईओ को क्षेत्रों से जानकारी मिली कि बीआरपी के द्वारा मंगलवार को दोपहर बाद स्कूलों में चावल वितरण शुरू किया गया। साथ ही जानकारी मिली कि बीआरपी के द्वारा एक ट्रैक्टर पर 90 बोरा ही लाद कर वितरण किया गया। जिस पर बीईओ ने बीआरपी से वितरण की सूची का मांग किया गया। जानकारी मुताबिक बीआरपी के द्वारा बुधवार की देर शाम तक बीईओ को सूची उपलब्ध नहीं कराया गया। इतना ही नहीं बताया जाता है कि बीआरपी के द्वारा उठाव और वितरण किये गए चावल की विभाग को कोई सूचना तक भी नहीं दिया गया। इसी सब मामले को लेकर ओर भी ज्यादा गोलमाल करने की आशंका बढ़ गया।
बताया जाता है कि मंगलवार को जब 120 क्विंटल चावल का जब उठाव किया गया तो इसकी वितरण करने की सूची तुरंत उपलब्ध कराने में आनाकानी क्यों किया जा रहा है।
उधर स्थापना से आए जिला कार्यक्रम प्रबंधक अनिल कुमार ने भी वितरण करने की सूची की मांग किया तो बुधवार देर शाम तक उसे भी उपलब्ध नहीं कराया गया।
अब बड़ी सवाल यह है कि अगर सही सही स्कूलों में चावल की वितरण कराया गया तो फिर सूची उपलब्ध कराने में क्यों आनाकानी बीआरपी के द्वारा किया जा रहा है। जबकि बीआरपी का कहना है कि जितना चावल का उठाव किया गया उतना ही 120 क्विंटल चावल का वितरण भी किया गया है।
इधर बुधवार को कई स्कूलों से जानकारी मिली कि मंगलवार को चावल का उठाव नहीं किया गया है। वहीं कुछ ही स्कूलों से जानकारी मिल पाया कि चावल का उठाव किया गया। मध्य विद्यालय तैलियाहाट के हेडमास्टर सिताराम गुप्ता ने बताया कि पांच बोरा चावल सोमवार और चार बोरा चावल मंगलवार की देर शाम में दिया गया। मध्य विद्यालय भगवानपुर के हेडमास्टर मनोज कुमार ने बताया कि 11 क्विंटल चावल का उठाव किया गया। इसी तरह से कुछ स्कूलों ने उठाव करने की बात कही तो अधिकांश स्कूलों ने अब तक कोई उठाव नहीं करने की बात कही।
क्या कहते है बीइओ-बीइओ मिथलेश कुमार सिंह ने बताया कि विद्यालय बंद रहने के कारण जांच नही हो सका । जवकि बीआरपी के द्वारा अभी तक चावल वितरण की सूची चार दिन बीतने के बाद भी बीइओ को उपलब्ध नही कराया है। लोगो का मानना है कि बीआरपी को बचाने में बीइओ लगा है।
विद्यालय में मिड-डे-मील का चावल पहुचाने वाले बीआरपी ने डकार लिया चावल
बीइओ को जानकारी मिलने के बाद भी जांच में नही दिखा रहा है दिलचस्पी
मामला बनमा इटहरी प्रखंड का
महेंद्र प्रसाद, सहरसा
बनमा ईटहरी प्रखंड में स्कूलों को दी जाने वाली एमडीएम की चावल में वितरण करने के दौरान एमडीएम के बीआरपी के द्वारा गोलमाल करने की आशंका जताया जा रहा है। वहीं बीईओ मिथिलेश कुमार सिंह को मंगलवार की दोपहर बाद इस मामले की गुप्त सूचना मिलने के बाद बीईओ ने मंगलवार की देर शाम सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित एफसीआई गोदाम पहुंच कर मामले की छानबीन किया। बीईओ ने एफसीआई प्रबंधक से बीआरपी विलास कुमार के द्वारा उठाए गए चावल की लेखा-जोखा की पूरी जानकारी प्राप्त किया। प्रबंधक के द्वारा जानकारी के तौर पर बताया गया कि बीआरपी के द्वारा बनमा ईटहरी प्रखंड के लिए 120 क्लिंटल चावल का उठाव मंगलवार को किया गया। वहीं बीईओ को क्षेत्रों से जानकारी मिली कि बीआरपी के द्वारा मंगलवार को दोपहर बाद स्कूलों में चावल वितरण शुरू किया गया। साथ ही जानकारी मिली कि बीआरपी के द्वारा एक ट्रैक्टर पर 90 बोरा ही लाद कर वितरण किया गया। जिस पर बीईओ ने बीआरपी से वितरण की सूची का मांग किया गया। जानकारी मुताबिक बीआरपी के द्वारा बुधवार की देर शाम तक बीईओ को सूची उपलब्ध नहीं कराया गया। इतना ही नहीं बताया जाता है कि बीआरपी के द्वारा उठाव और वितरण किये गए चावल की विभाग को कोई सूचना तक भी नहीं दिया गया। इसी सब मामले को लेकर ओर भी ज्यादा गोलमाल करने की आशंका बढ़ गया।
बताया जाता है कि मंगलवार को जब 120 क्विंटल चावल का जब उठाव किया गया तो इसकी वितरण करने की सूची तुरंत उपलब्ध कराने में आनाकानी क्यों किया जा रहा है।
उधर स्थापना से आए जिला कार्यक्रम प्रबंधक अनिल कुमार ने भी वितरण करने की सूची की मांग किया तो बुधवार देर शाम तक उसे भी उपलब्ध नहीं कराया गया।
अब बड़ी सवाल यह है कि अगर सही सही स्कूलों में चावल की वितरण कराया गया तो फिर सूची उपलब्ध कराने में क्यों आनाकानी बीआरपी के द्वारा किया जा रहा है। जबकि बीआरपी का कहना है कि जितना चावल का उठाव किया गया उतना ही 120 क्विंटल चावल का वितरण भी किया गया है।
इधर बुधवार को कई स्कूलों से जानकारी मिली कि मंगलवार को चावल का उठाव नहीं किया गया है। वहीं कुछ ही स्कूलों से जानकारी मिल पाया कि चावल का उठाव किया गया। मध्य विद्यालय तैलियाहाट के हेडमास्टर सिताराम गुप्ता ने बताया कि पांच बोरा चावल सोमवार और चार बोरा चावल मंगलवार की देर शाम में दिया गया। मध्य विद्यालय भगवानपुर के हेडमास्टर मनोज कुमार ने बताया कि 11 क्विंटल चावल का उठाव किया गया। इसी तरह से कुछ स्कूलों ने उठाव करने की बात कही तो अधिकांश स्कूलों ने अब तक कोई उठाव नहीं करने की बात कही।
क्या कहते है बीइओ-बीइओ मिथलेश कुमार सिंह ने बताया कि विद्यालय बंद रहने के कारण जांच नही हो सका । जवकि बीआरपी के द्वारा अभी तक चावल वितरण की सूची चार दिन बीतने के बाद भी बीइओ को उपलब्ध नही कराया है। लोगो का मानना है कि बीआरपी को बचाने में बीइओ लगा है।
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