रामकथा सुनने मात्र से ही लोगो का हो जाता है कल्याण
प्रसिद्ध तीर्थ-राज प्रयाग एवं देश के विद्वान कथावाचक विदुषी अनुप्रिया रामायणी कर रहे अमृत वर्षा
महेंद्र प्रसाद, सहरसा
रामकथा के श्रवण मात्र से प्राणियों का कल्याण हो जाता है और मनुष्य मोक्ष की प्राप्ति करता है। उक्त बातें सिमरी पंचयात के ढाब गांव में आयोजित श्रीश्री 1008 महविष्णु महायज्ञ के अवसर पर प्रवचन करते हुए बाल विदुषी मानस सुश्री अनुप्रिया रामायणी जी महाराज ने कहीं। उन्होंने राम विवाह प्रसंग पर कथा कहते हुए कहा, उस विवाह का स्वर्ग लोक के सभी देवताओं ने साक्षात दर्शन किया था। चारों भाई राम और मिथिला की सखियों का परिहास, वर यात्री एवं उनके सत्कार का भी विस्तार से वर्णन किया गया। रात्रि में प्रवचन उपरांत वृंदावन के कलाकारों द्वारा नाट्य मंचन किया गया।
यज्ञ के चौथे दिन सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ यज्ञ स्थल पर पूजा अर्चना को उमड़ पड़ी। यज्ञ स्थल पर लगे एक से बढ़कर एक झूले बच्चों को खूब आकर्षित कर रहे हैं। यज्ञ स्थल पर विशालकाय बजरंग बली की प्रतिमा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। मौके पर आयोजन समिति के अध्यक्ष डिंपल कुमार सचिव सिकन्दर यादव सहित पूरा सिमरी पंचयात के लोग यज्ञ को सफल बनाने में लगे है।
प्रसिद्ध तीर्थ-राज प्रयाग एवं देश के विद्वान कथावाचक विदुषी अनुप्रिया रामायणी कर रहे अमृत वर्षा
महेंद्र प्रसाद, सहरसा
रामकथा के श्रवण मात्र से प्राणियों का कल्याण हो जाता है और मनुष्य मोक्ष की प्राप्ति करता है। उक्त बातें सिमरी पंचयात के ढाब गांव में आयोजित श्रीश्री 1008 महविष्णु महायज्ञ के अवसर पर प्रवचन करते हुए बाल विदुषी मानस सुश्री अनुप्रिया रामायणी जी महाराज ने कहीं। उन्होंने राम विवाह प्रसंग पर कथा कहते हुए कहा, उस विवाह का स्वर्ग लोक के सभी देवताओं ने साक्षात दर्शन किया था। चारों भाई राम और मिथिला की सखियों का परिहास, वर यात्री एवं उनके सत्कार का भी विस्तार से वर्णन किया गया। रात्रि में प्रवचन उपरांत वृंदावन के कलाकारों द्वारा नाट्य मंचन किया गया।
यज्ञ के चौथे दिन सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ यज्ञ स्थल पर पूजा अर्चना को उमड़ पड़ी। यज्ञ स्थल पर लगे एक से बढ़कर एक झूले बच्चों को खूब आकर्षित कर रहे हैं। यज्ञ स्थल पर विशालकाय बजरंग बली की प्रतिमा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। मौके पर आयोजन समिति के अध्यक्ष डिंपल कुमार सचिव सिकन्दर यादव सहित पूरा सिमरी पंचयात के लोग यज्ञ को सफल बनाने में लगे है।
Radhe Radhe
जवाब देंहटाएं