बुधवार, 16 मई 2018

गुरुजी गटक गये बच्चे के मिड-डे-मील का 50 लाख रूपये
मात्र दो कमरे में पढ़ाते है 965 बच्चे को 
महेन्द्र प्रसाद, सहरसा

मिड-डे-मील के साइट पर उपलब्ध आंकड़ा में 960 बच्चे नामांकित है। जवकि मात्र दो कमरे  इतनी संख्या में बच्चे पढ़ते है। मामला प्रखंड के  मध्य विद्यालय सितानाबाद का है। 
प्रधानाध्यापक के द्वारा पिछले 15 वर्षों से छात्रवृत्ति, पोशाक योजना एवं मध्यान भोजन सहित विद्यालय के सभी विकासात्मक योजनाओं की लगभग 50 लाख से उपर की सरकारी राशि विभाग के बड़े पदाधिकारी की मिलीभगत से गबन करने का आरोप लगाकर  सिटानाबाद चौक बाजार के मोहम्मद मुमताज अहमद, मोहम्मद शमीम अहमद, मोहम्मद जसीम, बिनोद भगत, महबूब आलम, अरुण साह, नथुनी सोनार, डोमी साह, मोहम्मद कुदुस, शंकर रजक, राजकुमार रजक, अरविंद रजक आदि  दर्जनों अभिभावक एवं ग्रामीणों ने हस्ताक्षर युक्त आवेदन शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव, आयुक्त कोशी प्रमंडल, जिला पदाधिकारी सहित शिक्षा विभाग के तमाम वरीय पदाधिकारियों को देकर गबन के आरोपी प्रधानाध्यापक के ऊपर जांच कर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। ग्रामीणों ने पत्र में बताया है कि विद्यालय में छात्र की कुल नामांकन आईभीआरएस में  दर्ज  प्रतिवेदन के आधार पर छात्रों की संख्या 965 है। जब की भौतिक रूप से उपस्थित 80 से 90 बच्चों की  रहते है। मध्य विद्यालय सिटानाबाद दो कमरे का विद्यालय है। जहां पर आज तक पढ़ाई हो रही है। इस दो कमरे के भवन में 965 बच्चे  कैसे पढ़ाई जरं सकते है। जबकि सालों से लाभान्वित बच्चों की संख्या  आईभीआरएस रिपोर्ट के औसत से पता चलता है, कि 485 बच्चों का है। इस प्रकार खाद्यान्न एवं राशि गबन का बंदरबांट सालों से जारी है। 
इस आंकड़ों के गबन में बीआरपी विनय कुमार की भी अहम भूमिका है। क्योंकि अनुश्रवण प्रतिवेदन बीआरपी के द्वारा ही दिया जाता है। आरोपी प्रभाकर चौधरी प्रधानाध्यापक मध्य विद्यालय सिटानाबाद द्वारा वर्ष 2013 से छात्रवृत्ति एवं पोशाक योजना का लगभग 50 लाख से अधिक की राशि का गबन एक बच्चे का नामांकन कई वर्गों में दिखाकर बड़े चतुराई  तरीके से किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि हमारे समाज के गरीब बच्चों को सरकार से मिलने वाली प्रोत्साहन राशि एवं मध्यान्ह भोजन योजना का सही उपयोग नही हो रहा है। राशि एवं खाद्यान्न गबन करने वाले प्रधानाध्यापक प्रभाकर चौधरी को संरक्षण देने वाले शिक्षा विभाग के ही एक अधिकारी से मिलीभगत कर बंदरबांट किया जा रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि इस मामले को लेकर पूर्व मैं भी  डीएम को आवेदन दिया गया था। उक्त आवेदन की  जांच के लिए सिमरी एसडीओ क्या भेजा था, लेकिन अब तक कोई  कार्रवाई नहीं हुई है।
इस बावत एचएम प्रभाकर चोधरी ने बताया कि विदयालय में 495 बच्चे नामांकित है। जिसमे 240 से 245 बच्चे प्रतिदिन उपस्थित रहते है एवं इतना ही खिचड़ी खाते है। ग्रामीण हमसे गलत डिमांड करते है, नही देने और इस तरह का आरोप लगा रहा है। लगाये गये सभी आरोप गलत है।
 इस बाबत सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अशोक यादव ने बताया कि जांच किया जायेगा। अनियमितता पाई गई तो करवाई होगी।
वही अनुमंडल पदाधिकारी अरविन्द कुमार ने बताया कि अभी तक आवेदन मुझे नही मिला है। आवेदन मिलने पर जांच कर करवाई किया जायेगा।

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