अब सप्ताह में तीन दिन मिलेगा बच्चे को फल
मध्यान भोजन योजना निदेशालय ने जारी किया पत्र
कोशी बिहार टुडे
बिहार के तमाम सरकारी स्कूलों में मिलने वाले मध्याह्न भोजन के मेन्यु में भारी बदलाव किया गया है। विभाग द्वारा जारी नए निर्देश के तहत अब सभी सरकारी स्कूलों के एमडीएम में 3 दिन मौसमी फल मिलेंगे। विभाग का मानना है कि सरकारी स्कूलों में बच्चों को मिलने वाले मध्याह्न भोजन को और पौष्टिक बनाने के लिए इस तरह की व्यवस्था की जा रही है। वहीं जो बच्चे शाकाहारी हैं उन्हें अंडा के बदले फल मिलेगा। मौसमी फल को तीन दिन कर देने से बच्चों की सेहत ठीक होगी। इस संदर्भ में मध्याह्न भोजन योजना के निदेशक ने पत्र जारी करते हुए बुधवार, शुक्रवार व शनिवार को केला या अन्य मौसमी फल देने का निर्देश दिया है। इस पहल से बच्चों को भी काफी फायदा होगा। इसके साथ ही उनको गुणवत्तापूर्ण भोजन मिले, इसपर भी ध्यान रखने का निर्देश है। जांच के दौरान कमी पाए जाने पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।
इस बाबत विभाग ने राज्य के सभी जिलों में निर्देश जारी कर दिए हैं। वहीं सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को भी पत्र के माध्यम से सभी स्कूलों में इसे नियमित पालन करवाने का आदेश दिया गया है। बिहार के सभी जिला में इसको लेकर व्यवस्थाएं शुरू कर दी गई हैं। साथ ही डीईओ व डीपीओ को सप्ताह में तीन दिन स्कूलों की जांच कर रिपोर्ट बनाने का निर्देश दिया है। जांच के दौरान कमियां पायी जाने पर कार्रवाई करने की बात कही है, ताकि स्कूलों की व्यवस्था में सुधार हो सके।
पूर्व में भी दीवार पर खाने का मीनू अंकित किया गया था, लेकिन एक भी विदयालय इसे ठीक ढंग से लागू नही किया।
मध्यान भोजन योजना निदेशालय ने जारी किया पत्र
कोशी बिहार टुडे
बिहार के तमाम सरकारी स्कूलों में मिलने वाले मध्याह्न भोजन के मेन्यु में भारी बदलाव किया गया है। विभाग द्वारा जारी नए निर्देश के तहत अब सभी सरकारी स्कूलों के एमडीएम में 3 दिन मौसमी फल मिलेंगे। विभाग का मानना है कि सरकारी स्कूलों में बच्चों को मिलने वाले मध्याह्न भोजन को और पौष्टिक बनाने के लिए इस तरह की व्यवस्था की जा रही है। वहीं जो बच्चे शाकाहारी हैं उन्हें अंडा के बदले फल मिलेगा। मौसमी फल को तीन दिन कर देने से बच्चों की सेहत ठीक होगी। इस संदर्भ में मध्याह्न भोजन योजना के निदेशक ने पत्र जारी करते हुए बुधवार, शुक्रवार व शनिवार को केला या अन्य मौसमी फल देने का निर्देश दिया है। इस पहल से बच्चों को भी काफी फायदा होगा। इसके साथ ही उनको गुणवत्तापूर्ण भोजन मिले, इसपर भी ध्यान रखने का निर्देश है। जांच के दौरान कमी पाए जाने पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।
इस बाबत विभाग ने राज्य के सभी जिलों में निर्देश जारी कर दिए हैं। वहीं सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को भी पत्र के माध्यम से सभी स्कूलों में इसे नियमित पालन करवाने का आदेश दिया गया है। बिहार के सभी जिला में इसको लेकर व्यवस्थाएं शुरू कर दी गई हैं। साथ ही डीईओ व डीपीओ को सप्ताह में तीन दिन स्कूलों की जांच कर रिपोर्ट बनाने का निर्देश दिया है। जांच के दौरान कमियां पायी जाने पर कार्रवाई करने की बात कही है, ताकि स्कूलों की व्यवस्था में सुधार हो सके।
पूर्व में भी दीवार पर खाने का मीनू अंकित किया गया था, लेकिन एक भी विदयालय इसे ठीक ढंग से लागू नही किया।
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