रविवार, 21 अक्तूबर 2018

सभी दियारा क्षेत्र से अपराधियों का होगा सफाया, करेंगे वीरता पुरस्कार की अनुशंसा


शहादत दिवस के मोके पर डीजीपी पहुचे शहीद थानाध्यक्ष के घर, दिया श्रद्धांजलि
कोशी बिहार टुडे,

पुलिस शहादत दिवस के मौके पर सूबे के डीजीपी केएस द्विवेदी रविवार को सिमरी बख्तियारपुर के सरोजा गांव स्थित शहीद थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह के पैतृक घर पहुंचे।
उन्होंने शहीद के चित्र पर माल्र्यापण कर उनकी शहादत को नमन किया। वे शहीद की पत्नी सरिता सिंह व परिवारवालों से मिले। डीजीपी ने 50 हजार की पुरस्कार राशि सरिता सिंह को दिया। डीजीपी ने कहा कि आशीष एक बहादुर थानाध्यक्ष था अगर वह चाहता तो पुलिसकर्मी के घायल होने के बाद ऑपरेशन रोककर वापस लौट सकता था। लेकिन उसने ऑपरेशन जारी रखा। दुर्भाग्य था कि गोली उन्हें लग गई और हमने एक बहादुर अधिकारी खो दिया।
उन्होंने सुरक्षा में चूक की बात से इंकार करते हुए कहा कि लड़ाई के मैदान में जो खड़ा होता है उसकी चूक देखने की बात नहीं होती है। वहां सिर्फ वही निर्णय लेता है। डीजीपी ने कहा कि चूक देखने का मतलब बहादुरी में कमी आंकना है।
वीरता पुरस्कार के लिए की जाएगी अनुशंसा
डीजीपी ने कहा कि जिस अपराधी को पकड़ने के लिए आशीष दियारा गया था। उसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मुठभेड़ में शामिल अधिकांश अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि आशीष को वीरता पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए अनुशंसा की जा रही है।
अपराधियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए पसराहा थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह के गांव सरोजा पहुंचे सूबे के डीजीपी के.एस. द्विवेदी ने कहा कि उनकी इच्छा है कि ऐसे बहादुर शहीद का पुत्र आईपीएस बन देश की सेवा करे।


पुलिस संस्मरण दिवस के मौके पर रविवार को शहीद के सम्मान में सूबे के आलापुलिस अधिकारियों के साथ पहुंचे डीजीपी ने कहा कि विभागीय नियमानुसार शहीद की पत्नी को तृतीय संवर्ग में या नाबालिग पुत्र को 12 वर्ष के बाद बाल आरक्षी के पद पर नियुक्त किया जा सकता है। लेकिन वे चाहते हैं कि शहीद का पुत्र आईपीएस या आईएएस बन देश की सेवा करें। शहीद की पत्नी की योग्यता देख उन्होंने विभाग में लिपिक पद पर नियुक्ति की पेशकश की। डीजीपी ने शहीद की पत्नी, बच्चे व परिजनोंेे से मुलाकत कर उन्हें सांत्वना देते कहा कि आशीष का जाना हमलोगों के लिए दुर्भाग्य है। उन्होंने शहीद की पत्नी से कहा कि पढ़ी लिखी महिलाओं को बैठना नहीं चाहिए। इसलिए आप नौकरी करें।
मौके पर आईजी ऑपरेशन कुंदन कृष्णन, मद्य निषेध आईजी रत्न संजय, आईजी दरभंगा प्रक्षेत्र पंकज दराद, डीआईजी पूर्णिया सह कोसी प्रभारी सौरभ कुमार, सहरसा एसपी राकेश कुमार, एसपी सुपौल मृत्यंुजय चौधरी, डीएसपी गणपति ठाकुर,रश्मि, सिमरी एसडीपीओ मृदुला कुमारी सहित सभी पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे।
श्रोत---हिन्दुस्तान

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