शनिवार, 19 जनवरी 2019

बिहार के गुरुजी का कमाल, फर्जी नामांकन कर सरकार के राशि डकार गये, बिहार के 38 जिला शामिल, आधार से जुड़ने पर हुआ खुलासा

बिहार के बड़ा फर्जी नामांकन की घोटाला की अब होगी जांच, सबसे अधिक फर्जीवाड़ा पटना जिला में
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

फर्जी नामांकन करवाकर कई सालों से योजना राशि की निकासी हो रही थी। इसका खुलासा तब हुआ जब आधार नंबर से स्कूली बच्चों को जोड़ा गया। इसमें पता चला कि हजारों की संख्या में बच्चे स्कूल में नामांकित ही नहीं हैं। इनका नाम केवल स्कूल की उपस्थिति पंजी में डाल दिया गया और हर दिन उपस्थिति बना दी जाती है। ऐसे एक नहीं बल्कि 14 लाख 52 हजार 462 फर्जी नामांकन पकड़ में आये हैं।
 
ज्ञात हो कि 2015-16 में प्रदेश भर में एक से आठवीं तक 2 करोड़ 14 लाख 48 हजार 70 नामांकन हुए। लेकिन जब आधार नंबर से इन्हें जोड़ा गया तो 14 लाख 52 हजार 472 नामांकन कम हो गए। यानी 2016-17 में कुल नामांकन केवल 1 करोड़ 99 लाख 95 हजार 608 ही हो पाये हैं। 
योजना राशि का हो गया वितरण 
आधार नंबर से पकड़ में आने के बाद फर्जी नामांकन का पता तो चला। लेकिन इससे पहले सरकारी योजना के नाम पर राशि की निकासी स्कूलों द्वारा कर ली गयी थी। जिला शिक्षा कार्यालय की मानें तो एक से आठवीं तक की छात्रवृत्ति, पोशाक आदि योजना के मद में लगभग सात हजार रुपए हर बच्चे को दी जाती है। ऐसे में इन फर्जी नामांकन के नाम पर करोड़ों रुपये दिए गए।
हर जिले में फर्जी नामांकन 
फर्जी नामांकन में प्रदेश भर के 38 जिला शामिल हैं। हर जिले में यह पकड़ में आया है। पटना जिले की बात करें तो यहां पर 55 हजार 131 फर्जी नामांकन पकड़े गये हैं।
श्रोत-हिंदुस्तान

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