पूर्णिया का मामला, परिजन एव पुलिस के द्वारा गंभीर स्थिति में अस्पताल में कराया भर्ती
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
पूर्णिया जिले के जलालगढ़ थाना क्षेत्र के चक गांव की एक लड़की का प्रेम प्रसंग जलालगढ़ थाना के ही बोजगाव गांव के सुरेश शर्मा के 20 वर्षीय पुत्र गोपाल शर्मा से डेढ़ वर्ष से चल रहा था, जो लड़के के परिजनों को नापसंद था। शनिवार को जलालगढ़ बाजार में ही प्रेमी-प्रेमिका मिलने के लिए पहुंचे थे कि ग्रामीणों की नजर उन पर पड़ी। ग्रामीणों ने लड़की के परिजनों को सूचना दी। लड़की के परिजन बाजार पहुंचकर दोनों को चक गांव ले गए, जहां से लड़के के परिजनों को बुलाया गया पर बात नहीं बनी। झड़प भी हो गई। पुलिस ने मामले को शांत कराया। शुक्रवार की सुबह दोनों पक्षों के ग्रामीण एवं बुद्धिजीवी व मुखिया पति मोहन जमादार, सरपंच विनोद सिंह ने मिलकर मामले में सुलह कराने की कोशिश कर रहे थे कि परिजनों के दबाव में आकर लड़के ने शादी से मना कर दिया। इतना सुनते ही प्रेमिका मौका देखकर थानाध्यक्ष के कमरे में घुसकर कमरे को बंद कर लिया और दुपट्टा बांधकर पंखे से लटक गई। पुलिस वालों ने गेट तोड़कर लड़की को फंदे से उतारा। लड़की को देखने के बाद डॉ. भीमलाल पासवान उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया। प्रेमी ने बताया कि परिजनों के दबाव में आकर शादी से इनकार किया था अगर मेरी शादी इस लड़की से नहीं हुई तो मैं आत्महत्या कर लूंगा।
प्रभारी थानाध्यक्ष बकामलाल मांझी ने बताया कि सुबह कागजी प्रक्रिया की जा रही थी। इसी बीच लड़की कमरे में घुस गई और कमरा अंदर से बंद कर लिया। लड़की को इलाज के लिए भेजा गया है। लड़की के बयान पर मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। हालांकि चिकिस्तक ने लड़की को खतरा से बाहर बताया एव बेहतर इलाज के लिये पूर्णिया रेफर कर दिया।
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पूर्णिया जिले के जलालगढ़ थाना क्षेत्र के चक गांव की एक लड़की का प्रेम प्रसंग जलालगढ़ थाना के ही बोजगाव गांव के सुरेश शर्मा के 20 वर्षीय पुत्र गोपाल शर्मा से डेढ़ वर्ष से चल रहा था, जो लड़के के परिजनों को नापसंद था। शनिवार को जलालगढ़ बाजार में ही प्रेमी-प्रेमिका मिलने के लिए पहुंचे थे कि ग्रामीणों की नजर उन पर पड़ी। ग्रामीणों ने लड़की के परिजनों को सूचना दी। लड़की के परिजन बाजार पहुंचकर दोनों को चक गांव ले गए, जहां से लड़के के परिजनों को बुलाया गया पर बात नहीं बनी। झड़प भी हो गई। पुलिस ने मामले को शांत कराया। शुक्रवार की सुबह दोनों पक्षों के ग्रामीण एवं बुद्धिजीवी व मुखिया पति मोहन जमादार, सरपंच विनोद सिंह ने मिलकर मामले में सुलह कराने की कोशिश कर रहे थे कि परिजनों के दबाव में आकर लड़के ने शादी से मना कर दिया। इतना सुनते ही प्रेमिका मौका देखकर थानाध्यक्ष के कमरे में घुसकर कमरे को बंद कर लिया और दुपट्टा बांधकर पंखे से लटक गई। पुलिस वालों ने गेट तोड़कर लड़की को फंदे से उतारा। लड़की को देखने के बाद डॉ. भीमलाल पासवान उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया। प्रेमी ने बताया कि परिजनों के दबाव में आकर शादी से इनकार किया था अगर मेरी शादी इस लड़की से नहीं हुई तो मैं आत्महत्या कर लूंगा।
प्रभारी थानाध्यक्ष बकामलाल मांझी ने बताया कि सुबह कागजी प्रक्रिया की जा रही थी। इसी बीच लड़की कमरे में घुस गई और कमरा अंदर से बंद कर लिया। लड़की को इलाज के लिए भेजा गया है। लड़की के बयान पर मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। हालांकि चिकिस्तक ने लड़की को खतरा से बाहर बताया एव बेहतर इलाज के लिये पूर्णिया रेफर कर दिया।
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