मधुबनी की बासोपट्टी प्रखंड के हत्थापुर परसा पंचायत का अजीबोगरीब फरमान, फैसला नहीं मानने पर दंड का प्रावधान
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
मधुबनी जिले के बासोपट्टी प्रखंड की हत्थापुर परसा पंचायत के परसा गांव में पंचायत ने बैठक कर विवादित फैसला दिया है। फैसला नहीं मानने वाले के विरुद्ध सामाजिक स्तर पर दंड का प्रावधान किया जाएगा। पंचायत ने जाे फैसले दिए हैं, उनमें लड़कियाें के माेबाइल रखने और शाम के बाद शाैच जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस फैसले को कुछ लोगों ने गलत कहा है, तो कुछ ने सही निर्णय बताया है।
नजर रखने के लिए बनाई गई कमेटी
पंचायत की बैठक में लागू फैसले पर नजर रखने के लिए कमेटी का गठन किया गया है। इसमें सीपीआई अंचल मंत्री राम प्रसाद मंडल, सरपंच योगेंद्र मंडल, पूर्व मुखिया संयोगलाल यादव, पंसस राजनंदन प्रसाद, उप मुखिया अशफाक आलम, सौदागर साहु, दुखनी देवी, सुजान देवी, शत्रुघ्न सदा, संजीव कुमार यादव, सितावरी भंडारी को मनोनीत किया गया है। आने वाले रविवार को पुनः इस मामले में पंचायत की बैठक आयोजित की जाएगी।
ग्रामीणों ने कहा- निर्णय सही है, पालन करेंगे
ग्रामीणों ने पंचायत के निर्णय को सही करार दिया है। ग्रामीणों ने समाज की कुरीतियों को दूर करने का संकल्प लिया और कहा कि गांव में शराबबंदी को सफल बनाने और जुआबाजी बंद करने में हम सब साथ देंगे। इसके साथ ही परिवार के सदस्य अपने बच्चों पर नजर बनाए रखने की भी बात कही है।
यह है विवादित फैसला
परसा गांव के लाेगाें की बैठक सरपंच याेगेंद्र मंडल की अध्यक्षता में हुई। इसमें समाज सुधार के नाम पर कई अजीबोगरीब और विवादित फैसले लिए गए। इसमें 10वीं कक्षा में पढ़ने वाली लड़कियों के लिए मोबाइल पर प्रतिबंध लगा दिया गया। अगर लड़कियों को अपने रिश्तेदारों से बात भी करनी हो ताे वह अपने अभिभावकों के सामने ही बात करेंगी। यही नहीं पढ़ने, खेताें में काम करने या बाहर कहीं भी गई लड़कियों को शाम से पहले घर लौटने का निर्देश दिया गया है। पंचायत ने शाम के बाद और सुबह हाेने से पहले लड़कियाें के शाैच जाने पर भी राेक लगा दी है।
यह स्वागत योग्य
पंचायत ने बैठक में निर्णय लिया है कि गांव में शराब पीने और बेचने पर राेक रहेगी। यही नहीं, जुआखेलने पर भी पंचायत में राेक रहेगी। अगर काेई नशापान करते या जुआखेलते पाया गया ताे समाज के लाेग उसे पुलिस प्रशासन काे साैंप देंगे। शादी के माैके पर डीजे पर नाच-गाने पर भी राेक लगा दी गई है। खासकर नटुआ नाच पर प्रतिबंध लगाया गया है। गांव में आर्केस्ट्रा औरडीजे पर अश्लील भाेजपुरी गाना बजाने काे भी प्रतिबंधित किया गया है। इसके साथ ही खुद से अतिक्रमण हटाने और गांव की सफाई रखने का निर्णय लिया गया है। कमेटी स्कूल में छात्रों की पढ़ाई की गुणवत्ता पर भी नजर रखेगी।
छात्राओं को मोबाइल की क्या जरूरत है
10वीं की छात्रा को मोबाइल की कोई आवश्यकता नहीं है। उनको पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए। गांव में शराब पीकर लोग हंगामा करते थे। इस कारण समाज को यह निर्णय लेना पड़ा है। -संयोग लाल यादव, पूर्व मुखिया।
पकड़े जाने पर दंड पर निर्णय कमेटी करेगी
कोई छात्रा मोबाइल पर अकेले में बात करते पकड़ी गई तो पंचायत मेंसमस्त ग्रामीणों के सामने उसके परिवार के सदस्यों को लाया जाएगा। उनसे सवाल और जवाब के बाद दंड पर कमेटी निर्णय करेगी। -योगेंद्र मंडल, सरपंच। आभार-दैनिक भास्कर
बड़े अजीब लोग है। सब लोग मिलके शौचालय क्यों नही बनवा लेते
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