अगर 10 दिन में ईंट की कीमत में नही हुआ सुधार तो, एनएच पर लाभुक खोदेगा बड़ा गढ़ा
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड क्षेत्र में चिमनी मालिकों द्वारा ईट की मनमानी कीमत को लेकर ग्रामीणों ने एनएच 107 रंगिनियां चौक को जाम कर रोषपूर्ण प्रदर्शन किया। बांस बल्लों से सड़क जाम कर टायर जलाकर आगजनी करते हुए प्रदर्शन का कहना था कि हम लोगों ने डीएम से लेकर अन्य पदाधिकारियों को इस संबंध में लिखित आवेदन दिया, लेकिन ईट की मनमानी कीमत पर रोक लगाने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। ग्रामीणों का आरोप था कि ईंट का सरकारी कीमत 6700 रुपये है, जबकि चिमनी मालिक के द्वारा अपने मनमाना, 9500 से 12 हजार रुपये तक वसूला जाता है। ग्रामीणों के आवेदन पर करवाई नही होने से थक हार कर सड़क जाम करना पड़ा। सिमरी बख्तियारपुर के रंगिनिया में लगभग 2 घंटे तक सड़क के जाम रहने से दोनों तरफ वाहनों का लंबी जाम लग गया।
चिमनी मालिक ग्राहकों को देने वाले रसीद पर नही लिखते है कीमत--
इन लोगों ने कहा कि ईट चिमनी मालिक बिक्री किए जाने वाले ईट के रसीद पर सिर्फ ईट की संख्या लिखता है, लेकिन दाम अंकित नहीं करता है। इन लोगों का कहना था कि 67 सौ रूपए प्रति हजार सरकारी रेट निर्धारित है लेकिन 12 हजार रूपए तक लिया जाता है। इतने मंहगे रेट में ईट खरीदने से आवास योजना का मकान बनाने में परेशानी हो रही है। ग्रामीणों ने कहा कि अगर 10 दिन में ईंट का कीमत नियंत्रण नही हुआ तो फिर हमलोग सड़क जाम करेंगे।
करीब दो घंटों के जाम बाद अंचलाधिकारी धर्म देव चौधरी पुलिस बलों के साथ प्रदर्शन कर रहे लोगों से वार्ता कर जाम समाप्त करवाया। सीओ ने ग्रामीणों को भरोसा दिया कि आपकी शिकायत को हमलोग जिलाधिकारी तक पहुचायेंगे।
खनन विभाग के कार्यशैली पर उठा सवाल---
ग्रामीणों का कहना है बगल के जिला खगरिया से मानसी में मात्र 7 हजार रुपये में ईंट की बिक्री होती है। जवकि सहरसा में मनमानी कीमत वसूला जाता है। इतना ही नही खनन विभाग भी चिमनी मालिक से सांठगांठ किये रहता है, जिन कारण चिमनी मालिक आम लोगो से मनमानी कीमत वसूल रहा है। वही जाप नेता पुनपुन यादव का कहना है कि ईंट की बेतहाशा मनमाना कीमत पर प्रशासन रोक लगाये।
वार्ड पार्षद मो शकील आलम के नेतृव में जाम में रवि मालाकार, मेराज आलम, रामु यादव, बासदेव यादव, राजेश पासवान, मुर्तुजा आलम सहित सेकड़ो ग्रामीण जाम स्थल पर थे।
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड क्षेत्र में चिमनी मालिकों द्वारा ईट की मनमानी कीमत को लेकर ग्रामीणों ने एनएच 107 रंगिनियां चौक को जाम कर रोषपूर्ण प्रदर्शन किया। बांस बल्लों से सड़क जाम कर टायर जलाकर आगजनी करते हुए प्रदर्शन का कहना था कि हम लोगों ने डीएम से लेकर अन्य पदाधिकारियों को इस संबंध में लिखित आवेदन दिया, लेकिन ईट की मनमानी कीमत पर रोक लगाने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। ग्रामीणों का आरोप था कि ईंट का सरकारी कीमत 6700 रुपये है, जबकि चिमनी मालिक के द्वारा अपने मनमाना, 9500 से 12 हजार रुपये तक वसूला जाता है। ग्रामीणों के आवेदन पर करवाई नही होने से थक हार कर सड़क जाम करना पड़ा। सिमरी बख्तियारपुर के रंगिनिया में लगभग 2 घंटे तक सड़क के जाम रहने से दोनों तरफ वाहनों का लंबी जाम लग गया।
चिमनी मालिक ग्राहकों को देने वाले रसीद पर नही लिखते है कीमत--
इन लोगों ने कहा कि ईट चिमनी मालिक बिक्री किए जाने वाले ईट के रसीद पर सिर्फ ईट की संख्या लिखता है, लेकिन दाम अंकित नहीं करता है। इन लोगों का कहना था कि 67 सौ रूपए प्रति हजार सरकारी रेट निर्धारित है लेकिन 12 हजार रूपए तक लिया जाता है। इतने मंहगे रेट में ईट खरीदने से आवास योजना का मकान बनाने में परेशानी हो रही है। ग्रामीणों ने कहा कि अगर 10 दिन में ईंट का कीमत नियंत्रण नही हुआ तो फिर हमलोग सड़क जाम करेंगे।
करीब दो घंटों के जाम बाद अंचलाधिकारी धर्म देव चौधरी पुलिस बलों के साथ प्रदर्शन कर रहे लोगों से वार्ता कर जाम समाप्त करवाया। सीओ ने ग्रामीणों को भरोसा दिया कि आपकी शिकायत को हमलोग जिलाधिकारी तक पहुचायेंगे।
खनन विभाग के कार्यशैली पर उठा सवाल---
ग्रामीणों का कहना है बगल के जिला खगरिया से मानसी में मात्र 7 हजार रुपये में ईंट की बिक्री होती है। जवकि सहरसा में मनमानी कीमत वसूला जाता है। इतना ही नही खनन विभाग भी चिमनी मालिक से सांठगांठ किये रहता है, जिन कारण चिमनी मालिक आम लोगो से मनमानी कीमत वसूल रहा है। वही जाप नेता पुनपुन यादव का कहना है कि ईंट की बेतहाशा मनमाना कीमत पर प्रशासन रोक लगाये।
वार्ड पार्षद मो शकील आलम के नेतृव में जाम में रवि मालाकार, मेराज आलम, रामु यादव, बासदेव यादव, राजेश पासवान, मुर्तुजा आलम सहित सेकड़ो ग्रामीण जाम स्थल पर थे।
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