मंगलवार, 10 नवंबर 2020

बिहार में एनडीए को जनादेश, नीतीश कुमार 7वी बार बनेंगे बिहार के सीएम

 

महागठबंधन बना बिहार की बड़ी पार्टी, वही दूसरे नंबर पर भाजपा

कोशी बिहार टुडे, सहरसा



करीब 18 घंटे की काउंटिंग के बाद बिहार में नतीजों की तस्वीर साफ हो गई। NDA 125 सीटों के साथ सत्ता बचाने में कामयाब रहा, लेकिन सबसे ज्यादा नुकसान उठाने वाली पार्टी नीतीश कुमार की जदयू ही रही। पिछली बार के मुकाबले जदयू की 28 सीटें घट गईं और वह 43 सीटों पर आ गई। वहीं, भाजपा 21 सीटों के फायदे के साथ 74 सीटों पर पहुंच गई। राजद सबसे बड़ा दल बनकर उभरा, जिसे 75 सीटें मिलीं। उसके नेतृत्व वाले महागठबंधन को 110 सीटें मिलीं।


इससे पहले, रुझानों में NDA ने सुबह साढ़े दस बजे ही बहुमत का आंकड़ा छू लिया था, लेकिन करीब आठ घंटे बाद यानी शाम साढ़े छह बजे के करीब तस्वीर बदल गई। NDA 134 से घटकर 120 पर आ गया। हालांकि, दो घंटे बाद ही उसने फिर 123 सीटों पर बढ़त के साथ रुझानों में बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया। 23 सीटों पर वोटों का मार्जिन दो हजार से कम था, इसलिए NDA की सीटें बहुमत से कम-ज्यादा होती रहीं।



सबसे बड़ा फायदा भाजपा को, सबसे ज्यादा नुकसान जदयू को


पार्टी सीटें (फायदा/नुकसान)

भाजपा 74 (+21)

जदयू 43 (-28)

हम 4 (+3)

VIP 4 (+4)

कुल NDA 125

राजद 75 (-5)

कांग्रेस 19 (-8)

भाकपा (माले) 12 (+9)

भाकपा 2 (+2)

माकपा 2 (+2)

कुल महागठबंधन 110

अन्य 8

नीतीश की शिकायत लिए EC तक पहुंचा राजद



शाम तक आए रुझानों में राजद NDA को बराबरी पर रोकता दिखा। उसे भाजपा के 19.4% के मुकाबले 23.1% वोट मिले। काउंटिंग के दौरान राजद और कांग्रेस के नेता नीतीश कुमार की शिकायत लेकर चुनाव आयोग भी पहुंचे। उनका आरोप था कि नीतीश काउंटिंग को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। उधर, सभी नतीजे घोषित होने से पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के वोटरों को जीत की बधाई दे दी। बोले, ‘बिहार के हर वोटर ने साफ-साफ बता दिया कि उसकी प्राथमिकता सिर्फ और सिर्फ विकास है। साभार-दैनिकभास्कर

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

पूर्व विधायक के प्रयास से हजारों हेक्टर खेत में जमा पानी से किसान को मिलेगी मुक्ति

  कोपरिया स्लुइस गेट का जलकुंभी साफ करने के लिए निजी कोष से दिया गया धन  सिमरी बख्तियारपुर से पानी की बिक्री ही नहीं बल्कि महिषी खंड के लोगो...