बुधवार, 24 फ़रवरी 2021

साले की पत्नी के साथ था अवैध संबंध, फिर इस तरह से कर दिया हत्या

 कोशी बिहार टुडे, सहरसा



बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के चकभारो पंचायत स्थित खेत के बहियार से शव बरामद

मृतक युवक की पहचान बनमा-ईटहरी प्रखंड के तरहा गांव निवासी पप्पू सादा के रूप में हुई

 बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के चकभारो पंचायत स्थित गेहूं लगे खेत के बहियार से बुधवार की सुबह एक 40 वर्षीय युवक का शव पुलिस ने बरामद किया है। मृतक युवक की पहचान बनमा-ईटहरी ओपी क्षेत्र के तरहा मुसहरी निवासी मानिक सादा का पुत्र पप्पू सादा के रूप में हुई है। 

पुलिस मृतक युवक के शव को कब्जे में लेकर पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम हेतू सहरसा भेज दिया है। सुबह सवेरे बहियार में शव होने की सूचना पर आसपास के लोगों की भीड़ शव देखने को उमड़ पड़ी। मृतक युवक के शरीर पर कई जख्म के निशान पाए गए हैं। संभावना व्यक्त की जा रही है कि युवक की पीट-पीटकर कर हत्या बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए गेहूं लगे खेत में फेंक दिया गया। 



वहीं घटना की जानकारी मिलने पर बनमा-ईटहरी ओपी क्षेत्र के तरहा गांव से मृतक पप्पू सादा की पत्नी तेतरी देवी परिजनों के साथ बख्तियारपुर थाना पहुंच पति के शव की पहचान किया है। मृतक की पत्नी तेतरी देवी ने बताया कि कल पप्पू सादा दैनिक मजदूरी के दौरान ही गांव से निकल गया। उनकी पत्नी ने बताया कि उसके पति अक्सर चकभारो पंचायत के चकला मुसहरी किसी महिला रिस्तेदार से फोन पर बातचीत के साथ साथ कभी कभार आया जाता था।

उन्होंने बताई कि मंगलवार को भी वह चकला मुसहरी चला गया। उन्होंने आशंका व्यक्त किया है कि चकला मुसहरी स्थित उसके महिला रिस्तेदार ने अपने पति व अन्य लोगों के साथ मिलकर अपने घर बुला मारपीट कर हत्या कर दिया है। वहीं बख्तियारपुर थाना पुलिस चकला मुसहरी स्थित रिस्तेदारों के घर छापेमारी करने गई तो सभी लोग घर छोड़ फरार हो गया है। पुलिस संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। 



पप्पू सादा ने किया दो शादी---

बनमा-ईटहरी ओपी क्षेत्र के तरहा निवासी मृतक पप्पू सादा ने पहली पत्नी के मौत बाद दुसरी शादी की थी। पप्पू सादा की पहली शादी अपने गांव से कुछ दुरी पर स्थित परसाहा गांव निवासी बहादुर दास की पुत्री शिखा देवी से किया था। पहली पत्नी से दो पुत्री व तीन पुत्र हुआ। लेकिन पांच साल पहले पहली पत्नी की मौत हो गई। 

पहली पत्नी की मौत उपरांत पप्पू सादा ने दुसरी शादी धमारा मुसहरी निवासी शिबू सादा की पुत्री तेतरी देवी से किया। इस पत्नी से एक एक साल की पुत्री है। हालांकि तेतरी देवी की भी दुसरी शादी है उसके पहले पति सलखुआ थाना क्षेत्र के कोरलाहा गांव निवासी प्रकाश सादा से हुई थी उस पति से दो पुत्र अभी तेतरी देवी के साथ ही पप्पू सादा के द्वारा पालन पोषण कर रहा था।


पहली पत्नी के भाई की पत्नी से अवैध संबंध---

मृतक पप्पू सादा की पहली पत्नी शिखा देवी के फुफेरा भाई की शादी चकला मुसहरी हुआ था। मृतक की पत्नी ने बताया कि फुफेर भाई की पत्नी ने मंगलवार को फोन कर उसे बुला उसकी हत्या पति सहित अन्य लोगों के साथ मिलकर किया है। वहीं बख्तियारपुर थाना पुलिस चकला मुसहरी छापेमारी करने गई तो सभी लोग घर छोड़ फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है

क्या कहते हैं थानाध्यक्ष---

इस पुरे मामले पर बख्तियारपुर थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर सुधाकर कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया प्रेम-प्रसंग में हत्या की संभावना जताई जा रही है। मृतक की पत्नी के अनुसार आरोपी की तलाश हेतू छापेमारी की जा रही है जल्द पुरे मामले का खुलासा कर लिया जाएगा।

शनिवार, 20 फ़रवरी 2021

जिनके घर में नही होगा शौचालय, वह नही लड़ सकेंगे चुनाव, ईवीएम के माध्यम से पंचायत चुनाव कराने की तैयारी

 

कोशी बिहार टुडे, सहरसा



पंचायत चुनाव में नया फरमान : मुखिया के घर से कम से कम 100 मीटर दूर होगा मतदान केंद्र

पंचायत चुनाव अप्रैल महीने में होना है। इसको लेकर तैयारी जोराें पर है। पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल जून महीने में खत्म हो रहा है। गत चुनाव से इतर इस बार वैसे ही लोग चुनाव लड़ सकते हैं जिनके घर में शौचालय है। जिनके घर में शौचालय नहीं है तो वह किसी भी पद के लिए योग्य नहीं माने जाएंगे। नामांकन करने पर उनका नामांकन रद्द कर दिया जाएगा। चुनाव आयोग से मिले पत्र को प्रखंडों में भेजा गया है। उधर, इस बार पंचायत चुनाव पहली बार ईवीएम से होने जा रही है।

जिसको लेकर जिला प्रशासन से लेकर उम्मीदवार अपनी-अपनी तैयारी कर रहे हैं। चुनाव लड़ने को इच्छुक उम्मीदवार अपनी तैयारी पर जोरों पर कर रहे हैं। गांव में बैठक से लेकर वर्तमान प्रतिनिधि के कामकाज का लेखा-जोखा भी पेश कर उसमें खामी निकालने का प्रयास कर रहे हैं ताकि खुद को उससे बेहतर पेश कर सकें। उधर, विभाग इस बार मुखिया के घर से कम से कम सौ मीटर की दूरी पर मतदान केंद्र बनाएगी। ताकि मुखिया वोट को प्रभावित नहीं कर सके।

मुखिया किसी हाल में मतदान को प्रभावित नहीं करेंगे

चुनाव के दौरान वर्तमान मुखिया के घर से कम से कम 100 मीटर की दूरी पर मतदान केंद्र बनाया जाएगा। ताकि किसी भी स्थिति में मुखिया मतदान को प्रभावित नहीं कर सके। गत चुनाव के दौरान इस तरह की शिकायत सामने आई थी।

महिलाओं के जारी रहेगा 50 प्रतिशत आरक्षण | गत चुनाव की तरह ही इस बार भी महिलाओं के लिए 50 प्रतिशित आरक्षण का स्लैब जारी रहेगा। आरक्षण मोड में कोई बदलाव नहीं है।

बढ़ाई जा सकती है खर्च की सीमा | पंचायत चुनाव में इस बार खर्च की सीमा बढ़ सकती है। अभी के अनुसार वार्ड सदस्य व पंच पद के प्रत्याशियों को अधिकतम 20 हजार रुपए खर्च करना है। इनपुट-दैनिकभास्कर

शुक्रवार, 5 फ़रवरी 2021

इतने बच्चे वाले ही लड़ सकते है पंचयात चुनाव, पंचायती राज विभाग ने कर दिया स्पष्ट

कोशी बिहार टुडे, सहरसा



बिहार में मार्च से के अप्रैल बीच संभावित पंचायत चुनाव में उतरने का मन बना रहे संभावित उम्मीदवारों के लिए राहत की खबर है। पंचायत चुनाव लड़ने में उनके बच्चों की संख्या उनके लिए बाधा नहीं बनेगी, यानी बिहार में पंचायत चुनाव में टू चाइल्ड पॉलिसी सरकार नहीं लाने जाने जा रही है। इससे पहले यह आशंका जताई जा रही थी कि नगर निकाय चुनाव की तरह ही सरकार पंचायत चुनाव में भी मुखिया और सरपंच के पदों के लिए दो बच्चों से अधिक वालों को चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य करार दे सकती है, लेकिन अब पंचायती राज विभाग ने इन आशंकाओं को सिरे से खारिज कर दिया है।

पंचायती राज अधिनियम में नहीं होगा कोई बदलाव

पंचायत चुनाव को लेकर मीडिया के सवालों का जबाब देते हुए पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने कहा कि 'पंचायती राज अधिनियम में बदलाव करने का कोई प्रस्ताव नहीं है,और मौजूदा अधिनियम पर ही चुनाव कराया जाएगा। इसलिए प्रत्याशी भ्रम में ना आएं। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव की तैयारी आयोग स्तर पर चल रहीं है और इस बार पंचायच चुनाव पूर्व के चुनाव की तुलना में कम चरणों में होंगे।

फरवरी के अंत तक चुनाव तिथि का हो सकता है ऐलान

राज्य निर्वाचन आयोग और पंचायती राज विभाग जोर-शोर से पंचायत चुनाव की तैयारियों में लगा है। इन तैयारियों को देखते हुए यह माना जा रहा है कि फरवरी के अंत तक बिहार में पंचायत चुनाव की तिथियों का ऐलान हो सकता है। पंचायती राज विभाग पंचायत चुनाव से जुड़ी विभिन्न तैयारियों को अंतिम रूप में देने में लगा है। EVM खरीद का प्रस्ताव जल्द ही कैबिनेट भेजा जाने वाला है, क्योंकि इस बार त्रिस्तरीय पंचायती राज चुनाव EVM से होना है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बिहार में पहली बार EVM से हो रहे पंचायत चुनाव पर करीब 450 करोड़ का खर्च आएगा, जिसमें 125 करोड़ की लागत से पंचायत चुनाव के लिए मल्टीपोस्ट EVM खरीदी जाएंगी। इनपुट-दैनिकभास्कर

बुधवार, 3 फ़रवरी 2021

बिहार पंचायत चुनाव: 3 साल से जमे अफसर बदले जाएंगे, BDO, CO और SDM का भी होगा तबादला

अब मुखिया को मिलेगा ये सम्बल, चुनाव आयोग ने मुखिया के लिए 29 सिंबल अलॉट किया गया

कोशी बिहार टुडे, सहरसा



इस साल मार्च से अप्रैल के बीच संभावित पंचायत चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग एक्शन मोड में आ चुका है। निर्वाचन आयोग ने विभिन्न विभागों को पत्र लिखकर ऐसे BDO, CO और SDM को हटाने के लिए कहा है, जो बीते तीन साल से एक ही जगह पदस्थापित हैं। इसके साथ ही आयोग ने उन अधिकारियों को भी हटाने का फरमान जारी किया है, जो दागी या अपने काम में लापरवाह रहे हैं।

कई विभागों को भेजा पत्र

राज्य निर्वाचन आयोग ने ग्रामीण विकास विभाग,राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के साथ सामान्य प्रशासन विभाग को पत्र लिखा। निर्वाचन आयोग की तरफ से भेजे गए इस पत्र में तीन साल से एक ही जगह पर पदस्थापित पदाधिकारियों को वर्तमान नियुक्ति स्थल से हटाने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही इस पत्र में उन पदाधिकारियों की जानकारी भी विभाग से मांगी गई है, जिन पर पंचायत चुनाव में गड़बड़ी करने या काम ठीक से नहीं करने के आरोप पहले से रहे हैं।

मतदाता सूची में गडबड़ी तो BDO होंगे जिम्मेवार

बिहार पंचायत चुनाव के लिए तैयार हो रहे मतदाता सूची में गड़बड़ी की शिकायतों को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने सख्ती दिखाई है। आयोग ने निर्देश दिया है कि अंतिम सूची प्रकाशित करते समय सभी BDO को यह लिखित प्रमाण देना होगा कि प्रकाशित मतदाता सूची सही है। सुधार के बाद 19 फरवरी को मतदाता सूची का प्रकाशन होगा। उस फाइनल मतदाता सूची के प्रकाशन के समय सभी बीडीओ को यह लिखकर देना होगा कि प्रकाशित मतदाता सूची सही है और विधानसभा की मतदाता सूची में दर्ज सभी नाम पंचायत की सूची में भी शामिल हैं।

विभिन्न पदों के लिए सिंबल हुए तय

पंचायत चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने मुखिया पद से लेकर वार्ड सदस्यों के लिए सिंबल निर्धारित कर दिया है। मुखिया के लिए कुल 29 सिंबल को अलॉट किया गया है। वहीं, वार्ड सदस्यों के प्रत्याशियों के लिए पांच सिंबल निर्धारित है। मुखिया पद के लिए मोतियों की माला, ब्लैक बोर्ड, कलम और दवात, ईंट, पुल, बैगन, ब्रश, कैमरा, चिमनी, मोमबत्तियां, कार, गाजर, जग, टेलीविजन, टोकरी, बल्ला, केतली व कैरम बोर्ड जैसे कुल सिंबल अलॉट किये गए हैं। वार्ड सदस्यों के पद के लिए वायुयान, अलमारी, कुल्हाड़ी, गुब्बारा व केला चिन्ह को निर्धारित किया गया है। बाइक, नल, जीप, टमटम, छाता, टेलीफोन, ट्रक, पानी का जहाज, चरखा व तलवार जैसे सिंबल ग्राम कचहरी के लिए हैं, तो कचहरी के पंच गुड़िया, चापाकल, कुर्सी, टार्च और ट्रैक्टर के सिर्फ पांच सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे। पंचायत समिति के लिए कुल 10 सिंबल अलॉट हैं। पंचायत समिति के प्रत्याशी को छत का पंखा, नारियल, कंघा, चारपाई, कप और प्लेट, डोली, फ्राक, फ्राइंग पैन, गैस सिलिंडर और बिजली है। इनपुट-दैनिकभास्कर

पूर्व विधायक के प्रयास से हजारों हेक्टर खेत में जमा पानी से किसान को मिलेगी मुक्ति

  कोपरिया स्लुइस गेट का जलकुंभी साफ करने के लिए निजी कोष से दिया गया धन  सिमरी बख्तियारपुर से पानी की बिक्री ही नहीं बल्कि महिषी खंड के लोगो...