गोदाम मैनेजर की तानाशाही एवं अवैध उगाही से परेसान डीलर ने किया गोदाम पर प्रदर्शन
कोसी बिहार टुडे, सहरसा
सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड कार्यालय स्थित एसएफसी गोदाम परिसर में रविवार को खाद्यान्न उठाने पहुंचे डीलरों ने गोदाम प्रशासन पर खाद्यान्न उठाव में लेटलतीफा करने व आनाकानी करने का आरोप लगाते गोदाम मैनेजर के खिलाफ प्रदर्शन किया। वहीं प्रदर्शनकारी डीलरों ने गोदाम प्रशासन के अलावा ट्रांसपोर्टर पर खाद्यान्न होम डीलिवरी देने में अवैध उगाही नहीं होने पर जानबूझ कर लेटलतीफा तथा मनमानी करने का आरोप लगाते ट्रांसपोर्टर के खिलाफ भी प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न जगहों से रविवार को पहुंचे आधे दर्जन से अधिक डीलर शामिल थे। जो विभाग के उच्चधिकारी से मामले की गहन जांच कर उचित कानूनी कार्रवाई किये जाने का मांग करते गुहार लगाया है।
प्रदर्शनकारी डीलर खजुरी पंचायत के हीरा यादव, राजेन्द्र महतो, फुलेश्वर मिश्र, अमरनाथ मिश्र, सोनपुरा पंचायत के इंदल पासवान, जवाहर कुमार राम, नगर पंचायत सिमरी बख्तियारपुर के मो इस्लाम, बेलवाड़ा के अशोक पासवान, विनोद सादा, सकरा पहाड़पुर के वीरेन्द्र यादव, मोहम्मदपुर के नथुनी साह, सरोजा बलिया देवी सहित अन्य डीलरों ने आरोप लगाते हुए कहा कि हमलोगों को घर तक राशन पहुंचाने का जिम्मा गोदाम मैनेजर तथा ट्रांसपोर्टर के ठिकेदार का है। लेकिन अवैध उगाही के कारण हमलोगों को बार-बार गोदाम पर बुलाया जाता है। राशि नहीं देने पर खाद्यान नही रहने का बहाना बना दिया जाता है। बार-बार गोदाम का चक्कर कटवाया जाता है। खाद्यान्न देने में आनाकानी इतना किया जाता है कि डीलर अवैध राशि देने पर मजबूर हो जाता है। लिहाजा जो डीलर मांगी गई रकम नहीं देता है उसको खाद्यान्न उठाव करने कठिन परेशानियों का सामना करना पड़ता है, और जो डीलर मुंह मांगी राशि देता है उसे सभी सुविधा गोदाम पर मुहैया हो जाया करता है। वहीं डीलरों ने कहा कि महिला मैनेजर के कारण हमलोग कुछ नहीं बोल पाते हैं। ऐसे पदाधिकारी का जल्द से जल्द तबादला होना चाहिए। इसके कार्यकाल में सिमरी बख्तियारपुर तथा बनमा ईटहरी प्रखंड के सभी डीलर परेशान है। यहां प्रशासनिक उदासीनता के कारण सिर्फ डीलरों का दोहन किया जाता है। गोदाम मैनेजर तथा ट्रांसपोर्टर के मनमानी तथा अवैध उगाही से आजिज होकर रविवार को दोनों के खिलाफ मजबूरी में प्रदर्शन करना पड़ा। बताया जाता है कि अगर डीलर गोदाम मैनेजर पर खाद्यान देने एवं रुपये नही देने की बात कहता है तो मैनेजर के द्वारा डीलर की लाइसेंस रद्द करवाने की धमकी भी देते है।
बीते वर्ष के केंद्र सरकार की मुप्त अक्टूबर एवं नंबम्बर माह खाद्यान में गड़बड़ी की जांच की मांग--
इतना ही नही कई डीलर ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के द्वारा कोरोना काल मे गरीबो को दिए जाने वाले अक्टूबर एवं नंबम्बर माह का खाद्यान वितरण में भी काफी गड़बड़ी गोदाम मैनेजर के द्वारा किया गया है। इनकी जांच जिले के वरीय अधिकारी से कराई जाए तो एक बहुत बड़ा खाद्यान घोटाला बाहर आएगा। केंद्र सरकार के नबम्बर माह की मुप्त खाद्यान के लिये अनुमंडल के डीलर गोदाम दौड़ते दौड़ते थक गया, लेकिन उन्हें खाद्यान नही मिला। जिन कारण गरीब मुप्त खाद्यान योजना से बंचित हो गया।
क्या कहते हैं एसडीओ :-
एसडीओ वीरेन्द्र कुमार ने पूछे जाने पर बताया कि मामले की जानकारी नहीं है। डीलर के द्वारा शिकायत आने पर मामले की जांच की जाएगी। वैसे ससमय खाद्यान्न वितरण को लेकर बराबर पत्र जारी किया जाता रहा है।
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