अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र चपराम रहा बन्द, भड़के मंत्री ने अस्पताल उपाधीक्षक को लगाया लताड़
बीजेपी एवं जेडीयू में साफ दिखी दूरी
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
बिहार सरकार मे श्रम संसाधन एवं सूचना प्रौद्योगिकी सह सहरसा प्रभारी मंत्री जीवेश कुमार मिश्र मंगलवार को सिमरी बख्तियारपुर के क्षेत्र भ्रमण के क्रम में चपराँव उप - स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में चपराँव उप - स्वास्थ्य केंद्र पहुंच मंत्री ने उप - स्वास्थ्य केंद्र पर ताला लगा रहा। मंत्री ने कहा कि उप स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर से लेकर नर्स तक को गायब दिखे। हालांकि उप स्वास्थ्य केंद्र परिसर में मरीज कराह रहे थे, परंतु उन्हें देखने वाला कोई नही था। जिसके बाद मंत्री सिमरी बख्तियारपुर पहुंचे. एवं अस्पताल उपाधीक्षक का जमकर क्लास लिया। मंत्री ने पीएम केयर फंड से बन रहे बन रहे ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया। मंत्री ने ऑक्सीजन प्लांट पहुंचने पर अनुमंडलीय अस्पताल उपाधीक्षक डॉ एनके सिंह से प्लांट से संबंधित जानकारी ली और प्लांट के अब तक कार्य अधूरे होने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने जल्द - से - जल्द अधूरे कार्य को पूर्ण कर प्लांट चालू करने का अस्पताल उपाधीक्षक को निर्देश दिया।
अस्पताल उपाधीक्षक पर दिखे नाराज
बिहार सरकार के मंत्री जीवेश कुमार मिश्र ने मंगलवार को अपने ही सरकार की चिकित्सा व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी। सिमरी बख्तियारपुर पहुंच ऑक्सीजन प्लांट के निरीक्षण उपरांत सीधे अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे मंत्री ने चपराँव उप स्वास्थ्य केंद्र बंद होने से नाराज दिखे। सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचने पर मंत्री सीधे उपाधीक्षक के कार्यालय में पहुंच चपराँव उप - स्वास्थ्य केंद्र के बंद होने पर उपाधीक्षक से नाराजगी जाहिर की। उन्होंने उपाधीक्षक से चपराँव उप स्वास्थ्य केंद्र के बंद होने का कारण पूछा। मंत्री ने कहा कि जो उस उप स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर या नर्स प्रतिनियुक्त थे उन्हें अपनी ड्यूटी पर होना चाहिए था। मंत्री ने अस्पताल में सर्जन और स्त्री रोग विशेषज्ञ ना होने की बात आश्चर्य जाहिर की। मंत्री ने सिमरीबख्तियारपुर स्वास्थ्य विभाग की हालत देखी तो खुद डंग रह गया।
100 बेड की अस्पताल में मात्र 20 बेड नजर आया---
100 बेड की अनुमंडल अस्पताल में मंत्री के निरीक्षण में मात्र 20 बेड ही नजर आया। सबसे बड़ी आष्चर्यजनक बात ये है कि खुद अस्पताल उपाधीक्षक ने भी मंत्री से कहा कि यहां 100 बेड की जरूरत नही है। मरीज नही आते है। अस्पताल उपाधीक्षक भूल गए कि सही से इलाज होगा तब ना मरीज आएंगे। यहां मात्र छह चिकिस्तक मौजूद है।
मंत्री - सीएम के आदेश पर पहुंचा हूँ सहरसा
सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडलीय अस्पताल में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर सभी जिला प्रभारी मंत्री को अपने - अपने प्रभार के जिले में प्रवास पर जाने का आदेश दिया गया है। मुख्य रूप से बाढ़ और सुखाड़ के समीक्षा हेतु ग्राउंड रिपोर्टिंग करनी थी। कोई भी बाढ़ पीड़ित बाढ़ की समस्या से ग्रसित ना हो और सरकारी सुविधा से मरहूम ना रहे। यह सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री ने हमे भेजा है। इसी क्रम में अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि कोविड के बीते लहर को देखते हुए तीसरी लहर में परेशानी ना हो इसलिए ऑक्सीजन प्लांट निरीक्षण करने आया हूँ।जिले में दो जगह प्लांट लग रहा है.एक सदर अस्पताल सहरसा और दूसरा अनुमंडलीय अस्पताल मे बन रहा है।इसे चालू हो जाना था और अब तक क्यों चालू नही हुआ इसलिए भी मै यहां आया हूँ.दो - चार दिन में ये प्लांट शुरू हो जायेगा।
बीजेपी और जदयू में दिखी दूरी---
मंगलवार को सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडलीय अस्पताल का निरीक्षण पर पहुंचे बिहार सरकार के मंत्री जीवेश मिश्र के आगमन से लेकर प्रस्थान तक मे बीजेपी - जदयू के बीच की दूरी साफ तौर पर देखने को मिली। मंत्री के साथ जदयू के दो विधायक गुंजेश्वर साह और रत्नेश सादा साथ मे तो जरूर दिखे, लेकिन स्थानीय स्तर पर जदयू कार्यकर्ता मंत्री के आगमन में नामात्र के ही दिखे। नाम ना छापने की शर्त पर जदयू नेताओ ने बताया कि मंत्री के आगमन को लेकर उन्हें कोई सूचना तक नही दी गई, जो गठबंधन धर्म के पालन के विपरीत दिखा। इधर मंत्री के आने के बावजूद अस्पताल परिसर अन्य दिन की तरह गन्दगी से सरोबार दिखा। जो हर किसी को आश्चर्य कर रहा था। इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष दिवाकर सिंह, भाजपा जिला उपाध्यक्ष शिव भूषण सिंह, जिला मंत्री संजीव कुमार भगत, जिला महामंत्री कृष्ण झा, जिला मंत्री पंकज पाठक, राजीव रंजन साह, सिद्धार्थ सिंह, विजय कुमार गुप्ता, मनीष चौधरी, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष मनीष कुमार, अनुसूचित जाति मोर्चा जिला अध्यक्ष संतोष पासवान, मंडल अध्यक्ष पन्ना लाल साह, बी एन सहनी, गौरव कुमार, राजकिशोर सिंह, मंगल शर्मा, अरविंद भगत सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।
बहुत बढ़िया आपने तो अस्पताल की पोल खोल दी और ऐसा ही होना चाहिए सिमरी बख्तियारपुर के अस्पताल नहीं कुछ नहीं व्यवस्था उपलब्ध है जिससे जनता को बहुत परेशानी होती है
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