पचायती राज विभाग ने लिया फैसला, ऑनलाइन होगा भुगतान
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
लाखों खर्च कर मुखिया बनने वाले लोगों को धक्का लगा है। पंचायत के कल्याणकारी योजनाओं में कार्य एजेंसी को चेक देने से पूर्व हिस्सेदारी को लेकर चर्चा में रहने वाले मुखिया व अन्य पंचायत प्रतिनिधि अब योजनाओं से संबंधित चेक काट नहीं पाएंगे। ग्राम पंचायत की सभी योजनाओं के खर्च का भुगतान अब ऑनलाइन होगा। पंचायत के खाते में राशि सीधे संबंधित व्यक्ति व कार्य एजेंसी के खाते में चली जाएगी। इस पैसे का हिसाब भारत सरकार के पोर्टल ई -ग्राम स्वराज पर दिखेगा। किस योजना में किस दिन कितनी राशि दी गई इसका पूरा विवरण पोर्टल पर दिखाई देगा।
ग्राम पंचायतों में 15वें वित्त आयोग की राशि से संचालित होने वाली सभी योजनाओं में खर्च की राशि का ऑनलाइन भुगतान अनिवार्य कर दिया गया है। पंचायती राज विभाग द्वारा तैयारी शुरू कर दी गई है। ऑनलाइन भुगतान के लिए संबंधित पदाधिकारियों और त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों का डिजिटल हस्ताक्षर लिया जा रहा है। यह व्यवस्था जिला परिषद, पंचायत समिति और ग्राम पंचायत तीनों में लागू होगी। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था के लागू होने से सरकारी फंड का उपयोग भारत सरकार के नियंत्रण में रहेगा। सरकार जरूरत के हिसाब राशि का उपयोग दूसरे स्थानों पर भी कर सकेगी।
सरकार के खाते में ही रहेगी योजनाओं की राशि
नई व्यवस्था के तहत अब पंचायत के खाते में राशि नहीं रहेगी। योजना की राशि सेंट्रलाइज सरकार के पास होगी। पंचायत को उसके हिस्से की राशि की जानकारी रहेगी। वह जितनी जरूरत होगी उतना ही राशि ऑनलाइन भुगतान कर सकेंगे। इससे शेष राशि सुरक्षित रहेगी। ताकि जरूरत पर सरकार दूसरे स्थानों पर भी खर्च कर पाएंगी। राशि किसी पंचायत में ब्लॉक नहीं होगी।
भुगतान उठा लेने के बाद भी कार्य को पूरा नहीं किया जाता था
पंचायत में चल रही योजनाओं की राशि का भुगतान ऑनलाइन करने का मुख्य उद्देश्य भ्रष्टाचार पर लगाम लगाना है। जनप्रतिनिधियों और अफसरों की मिलीभगत से योजनाओं की राशि का बंदरबांट भी होती है। भुगतान उठा लेने के बाद भी कार्य को पूरा नहीं किया जाता है। इससे सरकार की राशि फंस जाती है। ऑन लाइन व्यवस्था से राशि की बंदरबांट पर रोक लगेगी। योजनाआें का कार्य ससमय पूरा किया जा सकेगा।
प्रतिनिधियों का डिजिटल हस्ताक्षर रजिस्टर्ड होगा
पंचायत में चल रही सभी योजनाओं का भुगतान पब्लिक फंड मैनेजमेंट सिस्टम सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन किया जाएगा। इसमें पदाधिकारियों और प्रतिनिधियों का डिजिटल हस्ताक्षर रजिस्टर्ड होगा। पीएफएमएसएस सभी पंचायतों का खाता चालू किया जाएगा। जन प्रतिनिधि का एक पासवर्ड भी होगा। इसे डालने के बाद ही राशि का भुगतान हो सकता है। इनपुट-दैनिकभास्कर
Very Nice work
जवाब देंहटाएंफेसला ओर पहले लेना था
जवाब देंहटाएंIm happy this thought
जवाब देंहटाएंVery nice
जवाब देंहटाएंGood 👍
जवाब देंहटाएंShandar jandar dhamkeydar action
जवाब देंहटाएंHam jese garib niwasiyo ke liye bahut achha huaa
जवाब देंहटाएंपंचायती राज्य व्यवस्था में पंचायत के सर्वांगीण विकास के लिए और भष्टाचार मुक्त कार्य पद्धति के लिए भारत सरकार के द्वारा उठाए गए पारदर्शी कदम.
जवाब देंहटाएंस्वागत योग्य.
बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंTandarl nibida thuru sarkar kam kre tavi varstachar mukt hoga or sarkar ko vi ravan milega or praklan rasi se km dar me yojna warm pura hoga ye mera daba ha
जवाब देंहटाएंBihar sarkar ghuskhori ko badaba de rahe ha parda dal kar
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