रविवार, 26 दिसंबर 2021

यूरिया की किल्लत जेब पर भारी, खाद के लिये दर दर भटक रहे है किसान, अधिकारी सो रहे है चैन का नींद

जितनी डिमांड उनती नहीं सप्लाई, कालाबाजारी भी बन गई परेशानी, प्रति बैग 266 की जगह 450 रुपए में हो रहा उपलब्ध

कोशी बिहार टुडे, सहरसा

सौर बाजार के किसान सिमरीबख्तियारपुर से अपने रिश्तेदार के यहां से खाद ले जाते हुये

दिसंबर में जिले को 16618 मीट्रिक टन यूरिया की आवश्यकता होती, अब तक 7459.14 एमटी ही आपूर्ति


पहले डीएपी की किल्लत के कारण रबी फसल की बुआई में देरी हुई अब गेहूं के पौधे को किसानों ने एक पटवन कर दिया है। पर यूरिया की किल्लत ने उनकी परेशानी बढ़ा दी है। किल्लत जेब पर भारी पड़ रही। मनमाना कीमत देने वाले किसानों को सरकार द्वारा निर्धारित कीमत 266 रुपए प्रति बैग की जगह दोगुनी कीमत में दुकानदार यूरिया उपल्बध करा रहे है। जिले भर में यूरिया की स्थिति यह है कि एक प्रखंड के लोग दूसरे प्रखंड क्षेत्र स्थित अपने रिश्तेदारों से बात कर यूरिया की आवश्यकता पूरी करने में लगे हैं। विभाग के अधिकारी कहते हैं कि जितनी डिमांड है उतनी सप्लाई नहीं हो रही है। दो-तीन दिनों में रैक आने के बाद समस्या कुछ हद तक दूर होगी। इधर कुछ दुकानदार कालाबजारी कर 266 रुपये की यूरिया को 450 रुपये में बेच रहा है। लेकिन सिमरीबख्तियारपुर प्रशासन को किसान की ये समस्या नही दिख रहा है। दुकानदार मनमानी कर रहा है। 

 इधर जानकार सूत्रों ने बताया कि काफी दिनों से सहरसा में यूरिया का रैक नहीं आया है। कुछ दिन पहले खगड़िया से सहरसा को यूरिया का कुछ आवंटन मिला था। लेकिन वह ऊंट के मुंह में जीरा का फोरन साबित हुआ है। बाजार के खाद विक्रेताओं का कहना है कि विगत पांच दिन से खाद नहीं मिल रहा है। दुकानदारों का कहना है कि रोज किसान को कहना पड़ता है कि एक दो दिन में रैक आ जाएगा तो दिया जाएगा। लेकिन इसी इंतजार में 5 दिन बीत गए, लेकिन खाद का कोई रैक सहरसा नहीं आया। दूसरे प्रखंड के किसान भी खाद के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। सौर बाजार के लक्ष्मीनिया गांव से एक किसान लालू कुमार एक अन्य ग्रामीण के साथ सलखुआ थाना के गोरियारी गांव के रिश्तेदार के यहां से तीन बोरा खाद मदद के रूप में लिया। चूंकि उक्त किसान को 10 दिन बाद खाद की जरूरत थी, इस कारण उन्हें यूरिया दिया। गेंहू व दलहन में यूरिया देना बहुत जरूरी है। किसान प्रमोद साह, रायपुरा के रत्नेश्वर सिंह, तुर्की के अमरेंद्र यादव, रंगिनिया के योगेंद्र यादव ने बताया कि बाजार में यूरिया नहीं मिल रहा है।

गोदाम में 5 दिन से यूरिया नहीं है : मनिषेक

          खाद के अभाव में 5 दिन से बन्द है बिस्कोमान गोदाम

बिस्कोमान गोदाम के सहायक मैनेजर मनिषेक कुमार ने बताया कि गोदाम में 5 दिन से यूरिया नहीं है। सोमवार को गोदाम खुलेगा अगर खाद उपलब्ध हुआ तो किसानों के बीच वितरण किया जाएगा। कुछ किसानों ने बताया कि बहुत कोशिश करने पर खाद मिलता है लेकिन 266 रुपए के बदले साढ़े चार सौ रुपए में खुलेआम बेचता है। प्रखंड़ कृषि पदाधिकारी संजीव कुमार सिंह ने खाद का रैक एक दो दिन में आने की बात कही। उन्होंने बताया कि हरेक खाद दुकान पर कर्मी प्रतिनियुक्त है। अगर कही से भी खाद दुकानदार ज्यादा रुपए देकर खाद बेचता है तो करवाई की जाएगी। जिले में यूरिया की कमी के पीछे डिमांड और सप्लाई के बीच बहुत बड़ा फासला होना है। रबी बुआई के सीजन के समय यानी दिसंबर माह तक जिले को 16618 मीट्रिक टन यूरिया की आवश्यकता होती है जबकि इस वर्ष 25 दिसंबर तक जिले को मात्र 7459.14 मीट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति हुई। इनपुट--दैनिकभास्कर

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