श्मशान घाट नही रहने से खासकर गरीब जिनके पास जमीन नही है, सड़क के किनारे दफनाते है शव
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के ग्रामीण इलाको में रहने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है। ग्रामीण इलाकों में विभिन्न स्थानों पर शमशान घाट बनाने की योजना पर काम करना शुरू कर दी है मनरेगा विभाग। जिसके लिए जगहों को चिन्हित करने में जुट गया है मनरेगा विभाग। हालांकि फस्ट फेज में सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के मोहनपुर पंचायत के मोहनपुर गांव में एक शमशान घाट बनाने की योजना पर रूप रेखा तैयार करने में मनरेगा विभाग जुट गया है। जिसके लिए जगह को चिन्हित भी कर लिया गया है। अब सिमरीबख्तियारपुर के सभी पंचायत में शमसान बनाने के साथ शेड का निर्माण किया जाएगा। जहा खासकर गरीब लोगो को लाभ मिलेगा।
कहां बनेगा और कितना लागत से बनेगा शमशान घाट---
शहरी क्षेत्र नगर परिषद को छोड़ प्रखंड के ग्रामीण इलाकों में शमशान घाट बनाया जाएगा। जो कि प्रखंड के बलवाहाट ओपी अंतर्गत मोहनपुर पंचायत के वार्ड नंबर 10 मोहनपुर गांव में शमशान घाट निर्माण के लिए जमीन को चिन्हित किया गया है। लगभग दो से ढ़ाई कट्ठा जमीन में शमशान घाट बनाने की योजना तैयार की गई है। जिसकी लागत करीब 5 लाख रुपए के आसपास आने की संभावना बतायी जा रही है। जिसको वित्तीय वर्ष 2021-2022 में शामिल कर लिया गया है। बताया जाता है कि फरवरी माह में इस योजना पर वहां काम भी शुरू कर दिया जाएगा। जिसकी कागजी सारी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वहीं बताया जाता है कि शमशान घाट में मिलने वाली सारी सुविधाओ से लैस होगा यह शमशान घाट। जिससे शमशान घाट में शव को दफनाने में किसी प्रकार की कोई परेशानी ग्रामीणो को झेलनी नहीं पड़ेगी।
अन्य जगहों पर भी बनेगा शमशान घाट :-
मोहनपुर के अलावा अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में भी बनाया जाएगा इस तरह का शमशान घाट। जिस पर भी मनरेगा विभाग काम करना शुरू कर दिया और जमीन को खोजी जा रही है। मिली जानकारी अनुसार अगर कोई जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्रो में लगभग दो से ढ़ाई कट्ठा जमीन उपलब्ध कराते हैं तो वहां पर भी शमशान घाट बनाने के लिए मनरेगा विभाग रूप रेखा तैयार करेगा। वहीं मनरेगा कर्मी भी वैसे जगहो को चिन्हित करने में लग गया है।
क्या कहते हैं पदाधिकारी :-
सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के कार्यक्रम पदाधिकारी अभिषेक आनंद ने बताया कि फस्ट फेज में मोहनपुर गांव में शमशान घाट बनाने के लिए जगह को चिन्हित कर लिया गया है। अन्य पंचायतो में भी जगह को चिन्हित करने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दिया गया है।
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