मनरेगा योजना से होगा कार्य, करोड़ो की लागत आएगी, हजारों मजदूर को मिलेगा रोजगार
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
सिमरीबख्तियारपुर प्रखंड़ के पांच पंचयात के लोगो को जलजमाव से मुक्ति मिलेगी। 10 किलोमीटर छोटी दो बांध का निर्माण किया जाएगा। सिमरीबख्तियारपुर प्रखंड़ के कार्यक्रम पदाधिकारी अभिषेक आनंद ने बताया कि सिमरीबख्तियारपुर प्रखंड़ के घोघसम पंचायत के तिलाठी, बघवा, खजूरी, सकरा-पहाडपुर, सरोजा एवं महम्मदपुर पंचयात के हजारों एकड़ खेत मे जलजमाव सालों भर बना रहता है। जिन कारण इन इलाके के किसान अपना खेती नही कर पाता है। इस बार पंचयात चुनाव में भी जोर-शोर से मामला उठा था। कई चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के द्वारा स्वलिस गेट से पानी निकासी के लिये काफी प्रयास किया था।
तिलाठी से बेलवाड़ा पुर्नवास तक दोनों तरफ 10 फिट चौड़ा बनेगा बांध---
तिलाठी से बेलवाड़ा पुर्नवास तक दोनों तरफ से 10 फिट चोरी एवं 10 किलोमीटर लंबा छोटी बांध बनेगा। सकरा-पहाडपुर पंचयात के पूर्व मुखिया रामेश्वर प्रसाद यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि घोघसम पंचयात के तिलाठी गांव के समीप एक नदी बहती है। ये नदी महिषी प्रखंड़ के बलुआहा से निकलकर तिलाठी के समीप मिलती है। यही नदी का पानी हर साल बरसात में लगभग छह पंचयात के मैदानी इलाके में फेल जाता है। जिन कारण हजारों एकड़ फसल तो बर्बाद होती ही है, इसके साथ जलजमाव को लेकर रबी की फसल नही हो पाता है। तटबन्ध से पूरब बनने वाला ये बांध अगर बन जाता है तो छह पंचयात के किसानों को बड़ा लाभ मिलेगा। हजारों एकड़ जमीन जलजमाव से बच जाएगा। तिलाठी गांव के नजदीक से ये बांध का निर्माण होगा एवं बेलवाड़ा पुर्नवास के पास आकर धेमरा नदी में मिल जाएगी। इससे किसान को ये फायदा होगा कि महिषी प्रखंड़ के लगभग चार पंचयात, सिमरीबख्तियारपुर प्रखंड़ के छह पंचयात के लोगो को सीधा लाभ मिलेगा।
वित्तीय वर्ष 2022-23 में होगा कार्य, मनरेगा योजना से बनेगा बांध---
तिलाठी से बेलवाड़ा पूर्वंवास तक बनने वाली ये छोटी बांध का निर्माण कार्य वित्तीय वर्ष 2022-23 में मार्च महीने में शुरू होगा। इस बांध का के बनने से हजारों मजदूर को जहा रोजगार मिलेगा, वही सबसे बड़ा लाभ किसान को होगा, जो जमजमाव को लेकर कई सालों से परेसान है, एवं इनलोगो की हजारों एकड़ जमीन जलजमाव की भेंट चढ़ जाती है।
क्या कहते है पीओ--
सिमरीबख्तियारपुर पीओ अभिषेक आनंद ने बताया कि उस इलाके के लोग कई सालों से परेसान थे। इलाके की कई जनप्रतिनिधियों ने इस समस्या का समाधान के लिये बोला था। हम खुद वुधवार को इस इलाके का निरीक्षण किया। जहां आज भी जलजमाव के कारण किसान खेती नही कर पाया है। मनरेगा योजना से बांध का निर्माण कार्य होगा। इलाके के लोगो के खेत मे जो सालों भर पानी जमा रहता है, उससे मुक्ति मिल जायेगा।
सराहनीय कार्य
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