कोशी बिहार टुडे, सहरसा
सहरसा दरभंगा के बीच चल सकती है इंटरसिटी एक्सप्रेस। पूर्व मध्य रेलवे के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने कहा कि निर्मली तमुरिया के बीच सीसीआरएस निरीक्षण सफल रहा, मंजूरी मिलने के बाद चलेंगी ट्रेनें।
दो भागो में विभक्त मिथिला अब जल्द ही एक दूसरे से जुड़ जायेंगे। सहरसा से दरभंगा रेलखंड पर नई रेल लाइन का काम पूरा कर शेष 19 किमी भाग निर्मली- तमुरिया का मुख्य संरक्षा आयुक्त ने निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि पुल ,ट्रेक की स्थिति बहुत अच्छी है। रेलवे के काम से संतुष्ट दिखे। निर्मली से तमुरीया के बीच 120 की रफ्तार से स्पीड ट्रायल किया। स्पीड ट्रायल से पूर्व उन्होंने विभिन्न स्टेशनों का निरीक्षण कर कई सुझाव दिए। सीसीआरएस ने कहा कि ट्रैक की स्थिति ट्रेन चलाने के लिए उपयुक्त है। मुख्य संरक्षा आयुक्त की मंजूरी के बाद ही रेलवे नई ट्रेनों के परिचालन की अनुमति देगा।
मंजूरी के बाद चलेंगी ट्रेनें
मुख्य संरक्षा आयुक्त ने ट्रेक की स्थिति को देखते हुए कहा कि मंजूरी मिलने के बाद अगर रेलवे चाहे तो एक से दो दिनों में भी ट्रेन का परिचालन किया जा सकता है। लेकिन यह रेलवे का फैसला होगा की वह ट्रेन कब से चलाएगी। सीसीआरएस ने कहा कि समस्तीपुर डीआरएम से बातचीत के दौरान सहरसा दरभंगा के बीच इंटरसिटी ट्रेनें चल सकती है। 2012 में ही इस रेलखंड के आमान परिवर्तन पूरा करने की योजना थी लेकिन समय से 10 वर्ष बीत जाने के बाद 2022 में सहरसा से दरभंगा के बीच सरायगढ़ के बीच ट्रेन चलेगी। इस क्षेत्र के यात्री लंबे समय से सहरसा सरायगढ़ ,निर्मली, झंझारपुर के रास्ते दरभंगा तक ट्रेन चलने का इंतजार कर रहे है। उम्मीद जताई जा रही है की मार्च में इस रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन शुरू किया जाएगा। सूत्रों से माने तो दो जोड़ी ट्रेन का परिचालन इस रेलखंड पर किया जा सकता है।
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