सिमरी बख्तियारपुर अंचल कचहरी बिचौलिया के कब्जे में, जमीन की कागजात की हेराफेरी कर किसान को लुटते है बिचौलिया
चकभारो पंचायत में एक सरकारी जमीन पर पक्का निर्माण करवाने एवं दूसरा शमशान की की मिट्टी को चिमनी में बैचवाने वाला जो चकभारों का रहने वाला है, अंचल कचहरी का है बिचौलिया
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
अंचल कचहरी सिमरी बख्तियारपुर जो आम लोग बिचौलिए की मदद से रजिस्टर-2 को देखते हुएअनुमंडल मुख्यालय के सिमरी बख्तियारपुर के अंचल कचहरी पर बिचौलियों का कब्जा है। स्थिति यह है कि बिचौलियों की तिकड़म से किसान परेशान है। नतीजतन हर जगह बिचौलियों ने कब्जा जमा रखा है। सिमरी बख्तियारपुर अंचल कचहरी पर बिचौलिये इस कदर हावी हैं कि अंचलाधिकारी भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। यहां बिचौलिया रसीद तो काटते ही हैं किसान का मूल रजिस्टर-2 भी बिचौलिये के कब्जे में रहता है। आम किसानों को अपनी जमीन की ब्योरा लेने, सहित अन्य कार्य में भारी कठिनाई के साथ साथ आर्थिक एवं मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यही कारण है कि दिनों-दिन जमीन संबंधी विवाद बढ़ रहा है। अगर कोई किसान किसी जमीन की जानकारी लेता है तो पहले तो उनको घुस दीजिए तब जानकारी मिलेगी। रसीद कितने राशि का क्यों ना हो, लेकिन किसान से रसीद मूल्य से कई गुना ज्यादा करके वसूला जाता है। वर्ष 13 में तत्कालीन डीसीएलआर मो. रासिद हुसैन ने बिचौलिये के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया था। उस समय सारे बिचौलिये अंचल कचहरी से गायब हो गये थे। जैसे ही श्री हुसैन का तबादला हुआ कि फिर अंचल कचहरी पर बिचौलिये हावी हो गये। बताया जाता है कि जिस समय तत्कालीन डीसीएलआर का तबादला हुआ तो कई अंचल कचहरी के बिचौलिये खुशी में मिठाई बाटी थी। बिचौलिया का अंचल कचहरी पर सारे अभिलेख, रजिस्टर सहित अन्य कार्य करते हैं।
जमाबंदी से हेराफेरी से लेकर कई गलत कार्य बिचौलिया करते है:
सिमरी बख्तियारपुर नगर परिषद सहित प्रखंड क्षेत्र में सक्रिय भूमाफिया सरकारी जमीन पर कब्जा करने के अलावे कमजोर गरीब लोगो की कीमती जमीन हड़पने को लेकर इसी अंचल कचहरी में कागजात की हेराफेरी करवाते है, बाद दबंगई से जमीन पर कब्जा करते है। यही कारण है की सिमरी बख्तियारपुर जमीन संबंधी मामले की भरमार है।
बिचौलिया के घर पर रहता है भूमाफिया का जमावड़ा:
बताया जाता है की जो बिचौलिया अंचल कचहरी में रहते है, यही जमीन संबंधी हेराफेरी भी करते है। चूंकि इनके पास हर मोजा का कागजात रहते है। कहने को तो ये राजस्व कर्मचारी का मदद में रहता है, लेकिन हकीकत में ये जमाबंदी से छेड़छाड़ सहित कई तरह के गलत कार्य में इनकी सीधे संलिप्ता रहती है। प्रतिदिन सुबह में नेताओं की तरह इनके घर पर भी भूमाफिया का जमावड़ा लगा रहता है। बताया जाता है की चकभारो पंचायत में एक सरकारी जमीन पर कब्जा कर पक्का निर्माण करवाने एवं शमशान की मिट्टी को काटकर चिमनी को बेचनेवाले एक बिचौलिया जो चकभारो का ही रहने वाला है अंचल कचहरी में सारे जमीन की हेराफेरी में ये संलिप्त है।
निजी लोग करते है रजिस्टर-2 का निरीक्षण:
अंचल कचहरी का बुरा हाल बना हुआ है। किसान के जमीन का कागजात अंचल कचहरी में सुरक्षित नही है। एक तो आजादी के समय से बना खपरेल पूरी तरह से जर्जर है। हल्की बारिश में पानी कमरा में जमीन के कागजात पर ही रिसता है। अंदर से लोग प्लास्टिक टांग कर कागजात को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। बावजूद उक्त अंचल कचहरी में कागजात सुरक्षित नही है। जिनको जब मन होता है, रैयत की जमीन की एक मात्र सबूत रजिस्टर-2 को लेकर इधर से उधर हेराफेरी में लगा रहता है। यही कारण है इनलोगो के कारण रैयत की अपनी वाजिब जमीन होने के वावजूद अंचल कचहरी में मौजूद बिचौलिया के कारण किसान परेशान रहते है। जबकि प्रखंड मुख्यालय में रिकार्ड रूम बनना 5 वर्ष से ज्यादा हो गया। लगभग दो वर्ष से ज्यादा तो उसमे अंचल कार्यालय भी चला था।
क्या कहते है एसडीओ:
सिमरी बख्तियारपुर एसडीओ अनीशा सिंह ने बताई की प्रखंड मुख्यालय में रिकार्ड रूम बना है। अब जमीन से सबंधित सभी कागजात रिकार्ड रूम में रखा जाएगा। वही अगर अंचल कचहरी में बिचौलिया रहता है तो उनके खिलाफ करवाई होगी।
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