गुरुवार, 9 जून 2022

ढलाई के दौरान निर्माधिन पुल का एक हिस्सा भरभरा कर गिरा, कई मजदूर घायल, डीएम ने दिया जांच का आदेश

 सासंद एवं विधायक के द्वारा  पुल के शिलान्यास के 18वे दिन एक भाग भरभरा कर गिरा

कोशी बिहार टुडे, सहरसा



सिमरी बख्तियारपुर प्रखण्ड के कोसी नदी के अंदर  कठडूमर पंचायत के रामनगर के निकट निर्माणाधीन आरसीसी पुल का एक हिस्सा गुरुवार सुबह ढह गया। इस घटना में पुल में कार्य कर रहे तीन मजदूर घायल हो गए। जानकारी मुताबिक प्रखण्ड के कठडूमर पंचायत के दह से कठडूमर जाने वाली प्रधानमंत्री  सड़क में रामनगर गांव के पास आरसीसी पुल का निर्माण कार्य चल रहा था। गुरुवार सुबह पुल के एक हिस्से में ढलाई कार्य शुरू हुआ। इस दौरान कई दर्जन मजदूर काम कर रहे थे। ढलाई कार्य के दौरान ही पुल का एक हिस्सा धड़धड़ा कर गिर गया। जिसमे तीन मजदूर घायल हो गए। घायल मजदूरों को आनन - फानन में कठडूमर में ही ग्रामीण चिकित्सक के यहां ले जाया गया। जहां मजदूरों का इलाज किया गया। घटना में घायल मजदूर खगड़िया के मोहराघाट निवासी कारी साह, हाजीपुर निवासी अजय पासवान और हाजीपुर निवासी शंभु पासवान के नाम शामिल है।।

 डेढ़ करोड़ की लागत से बन रहा था पुल:

सिमरी बख्तियारपुर प्रखण्ड के कठडूमर में गुरुवार को निर्माणाधीन पुल के गिरने से हड़कंप मच गया। घटना पुल के ढलाई कार्य शुरू होने के कुछ देर बाद ही घट गई। जैसे ही घटना घटी वहां ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। बताया जाता है कि बन रहे इस निर्माणाधीन पुल प्राक्कलित राशि लगभग एक करोड़ 48 लाख बताई जा रही है। वही पुल की लंबाई 35 मीटर और पहुँच पथ की लंबाई 100 मीटर है। वही पुल के पास लगे बोर्ड के मुताबिक कार्य प्रारंभ की तिथि 26 मार्च 2021 लिखा है। पुल निर्माण के समाप्ति की तिथि 25 जुलाई 2022 है। पुल निर्माण के संवेदक खगड़िया जिला के चौथम शिशवा निवासी महेंद्र कुमार है। 

एमपी, एमएलए के द्वारा निर्माधीन पुल के शिलान्यास के 18 वे दिन एक भाग भरभरा कर गिर गया

सिमरी बख्तियारपुर प्रखण्ड के पूर्वी कोसी तटबंध के अंदर कठडूमर पंचायत में निर्माणाधीन आरसीसी पुल        के गुरुवार के गिर जाने के बाद एक बार फिर कोसी दियारा के अंदर हो रहे विकास योजनाओं में धांधली की पोल खुल गई है।।जानकारी मुताबिक प्रखण्ड के कठडूमर में रामनगर के निकट करीब डेढ़ करोड़ की लागत से निर्माणाधीन पुल ढलाई के दौरान गुरुवार सुबह दस बजे के करीब गिर गई।जिसमे पुल निर्माण कार्य मे लगे तीन मजदूर घायल हो गए।।

ग्रामीणों ने दी थी सही निर्माण करने की हिदायत:

गुरुवार को सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड अंतर्गत कठडूमर में निर्माणाधीन पुल गिरने से एक दिन पूर्व ही आसपास के ग्रामीणों ने कार्य स्थल पर पहुंच कर पुल में अनियमितता ना बरतते हुए कार्य करने की सलाह दी थी। ग्रामीणों ने स्पष्ट रूप से जेई की मौजूदगी में पुल बनाने की बात कही थी। लेकिन ग्रामीणों के मुताबिक पुल ढलाई कार्य के दौरान जेई के बिना मौजूदगी के ही पुल ढलाई कर दिया गया। जो कुछ ही देर में भड़भड़ा कर गिर गया। जिसके बाद एक बार फिर तटबंध के अंदर के जारी विकास कार्यो में अनियमितता की बात जग - जाहिर हो गई। हालांकि ग्रामीण कार्य विभाग के अभियंता और संवेदक पुल ढहने के बात को सिरे से खारिज करते हुए खुद से गिराने की बात कह रहे है। यहां यह बता दे कि पूर्वी कोसी तटबंध के अंदर बीते कई वर्षों से सड़क एवं पुल निर्माण कार्य मे हमेशा से अनियमितता की बाते सामने आती रही है। ठेकेदार और लोकल दबंगो के संयुक्त घालमेल से योजना भगवान भरोसे पूरी हो जाती है। दुरूह भौगोलिक क्षेत्र होने के वजह से जेई और इंजीनियर कार्य को देखने तक की जहमत नही उठाते है। ग्रामीणों के मुताबिक यदि तटबंध के अंदर के योजनाओं की सच्चाई से जांच हो तो बड़े पैमाने पर कार्य मे अनियमितता सामने आ सकती है। 

बीते महीने 23 मई को एमपी - एमएलए ने किया था शिलान्यास:



गुरुवार को गिरे निर्माणाधीन आरसीसी पुल का शिलान्यास बीते महीने के 23 मई को ही खगड़िया सांसद चौधरी महबूब अली कैशर और विधायक यूसुफ सलाउद्दीन ने किया था। करीब डेढ़ करोड़ की लागत बनने वाले इस पुल की लंबाई 35 मीटर है। निर्माणाधीन पुल के पास लगे बोर्ड के मुताबिक कार्य प्रारंभ की तिथि 26 मार्च 2021 है। इसके मुताबिक करीब एक साल बाद इस पुल निर्माण का शिलान्यास किया गया। इसके निर्माण कार्य की समाप्ति की तिथि 25 जुलाई 2022 है।

 संवेदक और कार्यपालक अभियंता  ने झाड़ा पल्ला:

गुरुवार सुबह सिमरी बख्तियारपुर अंतर्गत कठडूमर में निर्माणाधीन पुल गिरने के बाद जब घटना के संबंध में जब ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता संग्राम हेम्ब्रम से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि बुधवार को ही पुल झुक गया था, जिसे तोड़ने का आदेश दे दिया गया था। इस मामले में संवेदक की लापरवाही उजागर हुई है। वही जब कार्यपालक अभियंता से घायल मजदूरों के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने इसकी जानकारी होने से इनकार करते हुए पता लगाने की बात कही। इस संबंध में संवेदक महेंद्र कुमार से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि कार्यपालक अभियंता के आदेशानुसार पुल का एक हिस्सा गिराया गया है। ठीक से सैटरिंग नही किया गया था इसलिए गिराया गया है। 

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