शुक्रवार, 1 अगस्त 2025

गुमनामी से प्रसिद्धि तक: बाबा मटेश्वर धाम की आस्था व संघर्ष की 20 साल की गौरवगाथा

1अगस्त 2005 को कांवरिया एवं 31 अगस्त 1997 को डाक बम को हुई थी शुरुआत


🖋 रिपोर्ट: महेंद्र प्रसाद, सिमरी बख्तियारपुर


कोशी बिहार टुडे, सहरसा, 1 अगस्त 2025






बाबा मटेश्वर धाम मंदिर आज भले ही राज्य का प्रसिद्ध तीर्थस्थल बन चुका हो, लेकिन इसकी यात्रा गुमनामी, संघर्ष और अपार श्रद्धा से होकर गुजरी है। आज से ठीक 20 साल पहले, 1 अगस्त 2005 को कांठो गांव के मुन्ना भगत और शिवेंद्र पोद्दार ने महज 15 श्रद्धालुओं के साथ सावन की दूसरी सोमवारी पर पहली बार यहां गंगाजल से जलाभिषेक कर श्रावणी मेले की नींव रखी थी।


शुरुआत एक प्रेरणा से...



इस मंदिर की कथा वर्ष 1997 से शुरू होती है, जब भाद्र मास के द्वितीय रविवार, मुन्ना भगत व उनके साथियों ने "डाक बम" की परंपरा शुरू की। उस वक्त बाबा का मंदिर एक जर्जर, संकीर्ण और उपेक्षित स्थल था, जिसे स्थानीय लोग बुढ़वा मठ के नाम से जानते थे। रास्ता तक नहीं था, न पानी की व्यवस्था, न छांव।


मुन्ना भगत के अनुसार, "1997 से 2005 तक लाख प्रयासों के बाद भी भक्तों की संख्या दो अंकों में ही रही। हताशा थी, लेकिन बाबा की कृपा अपरंपार है। एक दिव्य अनुभूति के बाद हमें यह प्रेरणा मिली कि जब तक यहां कांवर यात्रा शुरू नहीं होगी, तब तक यह स्थान प्रसिद्ध नहीं हो सकता।"


1 अगस्त 2005: कांवर यात्रा की नींव



सावन की दूसरी सोमवारी, 1 अगस्त 2005 को 10–15 श्रद्धालुओं के साथ कांवर यात्रा प्रारंभ की गई। रास्ता खराब, सुविधाएं शून्य, लेकिन बाबा पर विश्वास अटूट। यह वह दिन था जब बाबा मटेश्वर धाम के पुनर्जागरण की नींव पड़ी।


श्रावणी मेला: संघर्ष से सफलता तक


प्रारंभ में कोई दुकानदार यहां मेला लगाने नहीं आया। मुन्ना भगत व टीम ने स्वयं दुकानदारों को क्षतिपूर्ति देकर बुलाया। गांव-गांव जाकर प्रचार किया, पंपलेट बंटवाया, लोगों को जोड़ा और बाबा की महिमा का प्रचार किया।

वर्ष 2006 में कांवरियों की संख्या बढ़ी, लगभग 200 कांवर तैयार कर श्रद्धालुओं को गंगाजल यात्रा पर भेजा गया। यह सिलसिला हर साल बढ़ता गया।



पत्रकारिता और जनचेतना का सहयोग


2007 में दैनिक 'हिंदुस्तान' में प्रकाशित खबर "बाबा मटेश्वर धाम मंदिर प्रशासनिक अपेक्षा का शिकार" ने प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया। 2008 में विधायक निधि से मंदिर तक सड़क बनी और विकास का रास्ता खुला।


धार्मिक के साथ सामाजिक क्रांति भी


मुन्ना भगत और टीम ने मंदिर को सामाजिक केंद्र बनाने की भी पहल की। सैकड़ों गरीब कन्याओं की निशुल्क शादियां, मुंडन, संस्कार, नि:शुल्क भंडारे की व्यवस्था और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन प्रारंभ हुआ। मंदिर से हजारों लोगों की रोज़ी-रोटी जुड़ी।


समिति बनी, त्याग भी किया


मुन्ना भगत को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मुंगेर के छर्रा पट्टी में उनको सम्मानित किया था। 

2008 में 'बाबा मटेश्वर धाम मंदिर विकास समिति' का गठन हुआ। सर्वसम्मति से मुन्ना भगत अध्यक्ष बने, लेकिन जब 2010 में मंदिर का बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद में पंजीकरण (नं. 4067) हुआ, तब मुन्ना भगत व टीम ने खुद को समिति से दूर कर निस्वार्थ सेवा में जुटे रहे।


216 फीट कांवर यात्रा और रथयात्रा: मील का पत्थर


आज यहां की 216 फीट कांवर पदयात्रा और रथयात्रा पूरे इलाके में प्रसिद्ध है। श्रावणी मेला में लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं, हर साल यहां सैकड़ों शादियां होती हैं। मंदिर को अब "मिनी बाबा धाम" के नाम से जाना जाता है।



बाबा मटेश्वर धाम की यह यात्रा सिर्फ एक मंदिर के विकास की नहीं, बल्कि आस्था, सेवा और संघर्ष की मिसाल है। जिन लोगों ने बिना किसी सरकारी पद या मान्यता के यह काम शुरू किया, आज भी वही निस्वार्थ भाव से बाबा की सेवा में लगे हैं — मूक लेकिन मजबूत नायक।




रविवार, 29 जून 2025

14 जुलाई को है सावन की पहली सोमवारी, प्रशासनिक तैयारी को लेकर बड़ी बैठक

 मिनी बाबाधाम मटेश्वर धाम में सावन को लेकर जोर-शोर से तैयारी, कांवरियों के स्वागत को प्रशासन सजग

कोशी बिहार टुडे, सहरसा



प्रखंड के बलवाहाट क्षेत्र स्थित मिनी बाबाधाम के रूप में विख्यात श्री श्री 108 बाबा मटेश्वर धाम में आगामी 14 जुलाई से शुरू हो रहे श्रावणी मेले को लेकर तैयारियाँ जोरों पर हैं.आस्था का यह प्रमुख केंद्र हर साल सावन में लाखों भक्तों की भीड़ जुटाता है. यही नहीं, इसकी विशेषता है कि यहां स्थापित अद्भुत शिवलिंग स्वयंभू माना जाता है, जो 14वीं शताब्दी का है.


अद्भुत शिवलिंग की विशेषता


मटेश्वरधाम का शिवलिंग काले पत्थर का है, जिसकी ऊंचाई ढाई फीट और मोटाई करीब चार फीट है.शिवलिंग के चारों ओर से एक इंच की खाली परिक्रमा-पथ से घिरा है, और आश्चर्यजनक रूप से गर्मी में इसके चारों ओर पानी से भरा रहता है जबकि बारिश में जलस्तर नीचे चला जाता है. 2003 में शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती ने इस स्थान पर आकर कहा था कि "ऐसा अद्भुत शिवलिंग मैंने पहली बार देखा है."


कांवरियों की कठिन यात्रा



हर साल मुंगेर जिले के छर्रापट्टी घाट से गंगा जल लेकर कांवरिया करीब 80 किलोमीटर पैदल यात्रा कर बाबा मटेश्वर धाम तक पहुंचते हैं.रविवार की रात को विशेषकर लाखों डाकबम इस कठिन डगर से गुजरते हैं. यात्रा के मार्ग में खगड़िया जिले के हरदिया गांव से शुरू होकर कांवरियों को पत्थर-गिट्टी वाले रास्ते, चालू व रिटायर रेलवे पुल जैसे खतरनाक और दुर्गम रास्तों से गुजरना पड़ता है.कांवरियों को सबसे कठिन चुनौती सहरसा-मानसी रेलखंड के चार पुलों को पार करने में आती है, जिसमें बागमती नदी पर रिटायर पुल नंबर 51 सहित अन्य पुल शामिल हैं.


प्रशासनिक तैयारियां तेज


श्रावणी मेला को लेकर रविवार को मंदिर परिसर में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई.बैठक में न्यास समिति के अध्यक्ष पूर्व विधायक डॉ. अरुण कुमार यादव, एसडीओ आलोक राय, प्रशासनिक पदाधिकारी और कई श्रद्धालु मौजूद रहे.एसडीओ आलोक राय ने कहा कि इस बार मेले में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेडिकल टीम, एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड, रोशनी, पार्किंग, और बैरिकेडिंग की समुचित व्यवस्था की जा रही है. इसके अलावा कांवरियों की सुरक्षा हेतु महिला व पुरुष बल की तैनाती की जाएगी.प्रत्येक रविवार रात से ही पुलिस बल कांवरिया पथ पर मुस्तैद रहेगा.साथ ही खगड़िया जिला प्रशासन से समन्वय कर कांवरिया मार्ग को सुरक्षित और सुगम बनाया जाएगा.

डॉ. अरुण यादव ने बताया कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए हर स्तर पर प्रशासन और समिति एकजुट होकर काम कर रहे हैं.


ये रहे मौजूद 


हर वर्ष सावन के महीने में बाबा मटेश्वर धाम श्रद्धा, आस्था और कठिन तपस्या का प्रतीक बन जाता है. कठिन डगर होने के बावजूद कांवरियों की भक्ति देख प्रशासन भी सजग हो गया है. इस वर्ष मेला ऐतिहासिक और सुरक्षित दोनों बनाने का संकल्प लिया गया है.इस मौके पर सचिव जगधर यादव, मटेश्वर धाम श्रावणी मेला के संस्थापक मुन्ना भगत, बलवाहाट थानाध्यक्ष मनीष कुमार, प्रमुख शबनम कुमारी, भोलेन्द्र राय,  रविन्द्र पौद्दार, रामोतार यादव, जितेन्द्र सिंह, धर्मवीर सिंह, ब्रह्मदेव तांती,अरविंद यादव, अमरेन्द्र गुप्ता, विंदल यादव सहित अन्य मौजूद थे.

बुधवार, 7 मई 2025

मक्का व्यवसायी की बाइक की डिक्की से उड़ाया गया नगदी पुलिस ने किया बरामद

उचक्का की हुई पहचान, एसडीपीओ ने प्रेस वार्ता कर दी जानकारी 

बख्तियारपुर पुलिस ने कटिहार पुलिस की मदद ₹4.89 लाख की राशि कोढ़ा से किया बरामद

कोशी बिहार टुडे, सहरसा 




 बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के हटियागाछी निवासी प्रसिद्ध मक्का व्यवसायी शंकर भगत के भतीजे मनीष कुमार उर्फ छोटू के बाइक की डिक्की खोलकर बाइक सवार उचक्कों द्वारा 5 लाख रुपए नगदी चोरी मामले का पुलिस ने खुलासा कर लिया है। 

बख्तियारपुर थाना पुलिस ने कटिहार जिले के कोढ़ा थाना पुलिस की मदद से एक उचक्के की पहचान करते हुए चोरी की गई 5 लाख रुपए नगदी में से 4 लाख 89 हजार रुपए बरामद कर लिया है। बुधवार को बख्तियारपुर थाना में एसडीपीओ मुकेश कुमार ठाकुर ने प्रेस वार्ता आयोजित कर पूरे मामले का खुलासा किया है। 

एसडीपीओ ने बताया कि 3 मई को घटना कारित होने के बाद बख्तियारपुर थानाध्यक्ष अमरनाथ कुमार की अगुवाई में जिला डीआईयू की टीम के साथ एक जांच टीम गठित की गई। जांच टीम ने तकनीकी व वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर घटना को अंजाम देने वाले कोढ़ा गैंग को चिन्हित किया। 

टीम ने कटिहार जिले के कोढ़ा थाना पुलिस को मामले की जानकारी देते हुए कोढ़ा नया टोला जुराबगंज, वार्ड संख्या-1 में छापेमारी करते हुए आरोपी राहुल कुमार उर्फ अभिषेक कुमार उर्फ फुंदू पिता कजुआ उर्फ आजाद यादव के घर पर छापामारी कर चोरी की गई राशि में से 4 लाख 89 हजार रुपए बरामद कर लिया, हालांकि चिन्हित चोर को गिरफ्तार नहीं किया जा सका। लोगो ने पुलिस की तत्परता की सराहना किया। लोगो का कहना है कि जिस तरह पुलिस ने बाजार के मक्का व्यवसायी की राशि रिकवरी में तत्परता दिखाई, वो काबिलेतारिफ है। इसी तरह अन्य लोगों के साथ हुई लुट, चोरी में भी तत्परता दिखाए। 

एसडीपीओ ठाकुर ने बताया कि बरामद राशि की विधिवत जब्ती सूची बनाते हुए कोढ़ा पुलिस ने उसे बख्तियारपुर थाना पुलिस को सुपुर्द कर दिया है। वहीं घटना को अंजाम देने वाले आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। 

प्रेस वार्ता में बख्तियारपुर थानाध्यक्ष अमरनाथ कुमार, एसआई प्रीति कुमारी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

रविवार, 4 मई 2025

नप द्वारा निकाले गए निविदा पर संवेदकों ने उठाया सवाल स्पेशल कंडीशन पर जताई आपत्ति,

 निविदा में पूर्व से सांठगांठ का आरोप लगाकर दर्जनों संवेदक ने दिया आवेदन

कोशी बिहार टुडे, सहरसा



 नगर परिषद सिमरी बख्तियारपुर द्वारा 24 अप्रैल को शहर के विभिन्न हिस्सों में करोड़ों की लागत से विभिन्न प्रकार की 56 विकास योजनाओं की निविदा आमंत्रित किया है। निकाले गए निविदा पर आधा दर्जन संवेदकों ने आपत्ति जताते हुए निविदा में व्यापार अनुज्ञप्ति की अनिवार्यता पर सवाल खड़ा करते हुए विभाग के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर निविदा रद्द करने की मांग करते हुए निविदा से स्पेशल कंडीशन को हटाने की मांग की है। 

संवेदक बख्तियारपुर बस्ती निवासी एस.एस कंस्ट्रक्शन के प्रोपराइटर मो. शब्बीर आलम, एसजी कंस्ट्रक्शन के प्रोपराइटर मो.हारिस, संवेदक गुलिस्तां प्रवीण, मो. फुरकान आदि ने भेजे पत्र में कहा है कि नगर परिषद प्रशासन द्वारा निकाले गए निविदा में एक  विशेष संवेदक  को लाभ पहुंचाने की नियत से स्पेशल कंडीशन की शर्त रखी गई है जबकि बिहार सरकार के नियमावली के तहत चतुर्थ श्रेणी के निविदा में कोई इस तरह की शर्ते का जिक्र  संबंधित विभाग द्वारा नहीं लगाया जा सकता। 



इसके बावजूद कार्यालय नगर परिषद सिमरी बख्तियारपुर के निविदा आमंत्रण सूचना संख्या-01/2025-26 में भाग लेने के लिए व्यापार (ट्रेड) अनुज्ञप्ति अनिवार्य किया गया है जो गलत हैं। संवेदक मो. शब्बीर आलम ने बताया कि उन्होंने ट्रेड अनुज्ञप्ति नवीनीकरण के लिए जनवरी माह में ही आवेदन दिया था, लेकिन कार्यालय आज तक हमारे ट्रेड अनुज्ञप्ति का नवीनीकरण कर नहीं दिया। जान बुझ कर नप प्रशासन कुछ संवेदकों को लाभ पहुंचाने की नियत से सब कुछ कर रहा है, ताकि टेंडर को मैनेज कर बंदरबांट किया जा सके। 

यहां बताते चलें कि नगर प्रशासन ने जो निविदा निकाली है उसमें निविदा अपलोड करने की अंतिम तिथि 9 मई को संध्या 3 बजे तक निर्धारित किया गया है। निविदा खोलने का समय अगले दिन 10 मई रखी गई है। बता दें कि निवर्तमान ईओ का तबादला उपरांत विभाग ने नवपदस्थापित ईओ के रूप में सहरसा नगर निगम के सहायक आयुक्त को प्रभार सौंपा है।  उन्होंने कार्यालय पहुंच चार्ज भी ग्रहण कर लिया है। अब इस नए कार्यपालक पदाधिकारी को इस तरह की समस्या से समाधान करना होगा। 

वहीं पुरे मामले पर नवपदस्थापित ईओ अरविंद सिंह से जानकारी लेने की कोशिश की गई तो मोबाइल स्विच ऑफ पाया गया।

रणवीर सिंह को प्रखंड युवा प्रखंड जेडीयू अध्यक्ष मनोनीत, सासंद ने दिया पत्र

 संगठन में करेंगे बेहतर कार्य, बड़ी जिम्मेदारी मिली है, निभाएंगे

कोशी बिहार टुडे, सहरसा 



प्रखंड के बेलवाड़ा पंचायत निवासी रणवीर सिंह को प्रखंड युवा जनता दल यूनाइटेड के प्रखंड अध्यक्ष मनोनित किया है। रविवार को मधेपुरा सांसद दिनेश चंद्र यादव के निर्देश पर उनके सहरसा स्थित आवास पर रणवीर सिंह को मनोनीत करते हुए पत्र सौंपा । इस दौरान सांसद ने  रणवीर सिंह को युवा प्रखंड अध्यक्ष पर हुए मनोनीत पत्र सौंपते हुए कहा कि पार्टी धर्म से ऊपर कुछ नहीं है।  पार्टी के लिए समर्पित भाव से मजबूती के साथ काम करना है । रणवीर के पार्टी से जुड़ने से युवाओं में मनोबल बढ़ेगा । इस दौरान युवा जदयू जिलाध्यक्ष विनय कुमार यादव ने कहा कि रणवीर सिंह को युवा जदयू प्रखंड अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मिलने पर बधाई दिया है । इस मौके पर युवा प्रखंड अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिलने पर रणवीर सिंह ने कहा कि  सांसद दिनेश चंद्र यादव ने उन पर भरोसा कर उनके कंधे पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है । उनके विश्वास पर खडा उतरने का प्रयास करूंगा और पार्टी मजबूती के लिए तन मन धन से काम करूंगा । वहीं प्रखंड अध्यक्ष बनाए जाने पर पूर्व विधायक डॉ अरुण कुमार यादव , सांसद प्रतिनिधि अंजुम हुसैन , जिला पार्षद प्रतिनिधि अमर यादव ,रेवती रमन सिंह , जवाहर यादव , अभिषेक रिक्की , ललन यादव , उपेंद्र सिंह , सुभाष सिंह , विकास कुमार सिंह , रॉकी कुमार , मुकेश कुमार , बिट्टू कुमार , गौतम कुमार , अनिल कुमार , कृष्ण कुमार ,  रोहित कुमार , विजय कुमार यादव ,अमरजीत कुमार आदि ने बधाई दिया है। 

शुक्रवार, 11 अप्रैल 2025

भाजपा ने परिवाद नहीं, बल्कि हमेशा राष्ट्रवाद को दिया है प्राथमिकता: रितेश रंजन

 भाजपा के सक्रिय सदस्य सम्मेलन का आयोजन, संगठन पर चर्चा

कोशी बिहार टुडे, सहरसा



नगर परिषद क्षेत्र के पुरानी बाजार स्थित सत्संग भवन में भाजपा के द्वारा सक्रिय सदस्य सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन शुक्रवार को किया गया। कार्यक्रम में पार्टी के कई पदाधिकारी सहित कार्यकर्ताओ ने भाग लिया।  कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा के नगर अध्यक्ष रमेश कुमार गुड्डू ने किया। वही मंच संचालन पूर्व नगर अध्यक्ष अरविंद भगत ने की। मौके पर मौजूद पूर्व विधायक सुरेंद्र यादव  ने कहा कि संगठन की मजबूती और विस्तार में सदैव ही सक्रिय कार्यकर्ताओं की भूमिका रही है और यह सम्मेलन उसी दिशा में एक प्रेरणादायी कदम रहा। 



भाजपा के जिला उपाध्यक्ष रितेश रंजन ने कहा कि भाजपा के लिए राष्ट्र सर्वोपरि है। पार्टी की विचारधारा पहले राष्ट्र, फिर संगठन और अंत में स्वयं को प्राथमिकता देती है। भाजपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है। जिसने परिवारवाद की राजनीति के खिलाफ आवाज उठाई और राष्ट्रवाद को अपनी राजनीतिक विचारधारा का केंद्र बनाया। यही कारण है कि आज 13.5 करोड़ से अधिक लोग भाजपा की रीति-नीति और सिद्धांतों से जुड़े हैं और दस लाख से भी अधिक सक्रिय भाजपा कार्यकर्ता है। भाजपा के सिद्धांतों से उत्साहित होकर लोग पार्टी के सदस्यता अभियान में शामिल हो रहे हैं। भाजपा परिवारवाद को नकारती है, पार्टी के लिए जो कार्य करते है, पार्टी भी उनके लिए सदैव तैयार रहता है। 

इस मौके पर भाजपा के विधानसभा प्रभारी विजय कुमार उर्फ भीएस, भाजपा नेता अरविंद कुमार सिंह, भाजपा नेत्री श्रीमती नीलम भगत,  मंडल अध्यक्ष रमेश कुमार गुड्डू, कृष्ण कुमार झा, ललन जयसवाल, रमेश सिंह, सरिता देवी, मंगल मुखिय, जैनेन्द्र यादव, मिथलेश भगत, मंडल महामंत्री मुकेश यादव सहित अन्य कार्यकर्ता व पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।

शुक्रवार, 7 फ़रवरी 2025

नवनिर्मित पार्वती मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर निकाली गई कलश शोभायात्रा

10 फरवरी से होगा शिव महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन

कोशी बिहार टुडे, सहरसा



नगर परिषद  के शर्मा चौक के निकट ठाकुरबाड़ी मंदिर परिसर में नवनिर्मित पार्वती मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर शुक्रवार को  कन्याओं द्वारा भव्य  कलश शोभायात्रा निकाली गई। इस दौरान पूरे नगर परिषद क्षेत्र भक्तिमय माहौल में बदल गया। कलश शोभायात्रा में 251  कन्याओं ने भाग लिया। शोभायात्रा की शुरुआत कार्यक्रम स्थल से निकल कर पोस्ट आफिस चौक, मुख्य बाजार, स्टेशन चौक, मल्लिक टोला, पोखर रोड सहित नगर के विभिन्न इलाकों में भ्रमण करते हुए पुनः कार्यक्रम स्थल पर पहुंची। जहां  कन्याओं द्वारा कलश को स्थापित किया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने कलश शोभायात्रा के आगे आगे चल रहे बैंड बाजे की धुन पर  जय श्रीराम के गगनभेदी जयघोष करते रहे।  



 इससे पूर्व अयोध्या से आए पंडित जी ने कलश की विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करवाई। जिसके बाद कलश शोभायात्रा आगे के लिए रवाना किया गया। कार्यक्रम को लेकर  डा. प्रमोद भगत ने बताया कि कलश शोभायात्रा के बाद तीन दिनों तक पूजा अर्चना की जाएगी। उसके उपरांत दस फरवरी से ठाकुरबाड़ी मंदिर परिसर में ही छह दिवसीय शिव महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर नमिता कुमारी, विपिन यादव, नंदकिशोर पोद्दार, रतन भगत, अजय चौरसिया, विजेंद्र भगत, वार्ड पार्षद बेचन राम, गोपाल शर्मा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

गुमनामी से प्रसिद्धि तक: बाबा मटेश्वर धाम की आस्था व संघर्ष की 20 साल की गौरवगाथा

1अगस्त 2005 को कांवरिया एवं 31 अगस्त 1997 को डाक बम को हुई थी शुरुआत 🖋 रिपोर्ट: महेंद्र प्रसाद, सिमरी बख्तियारपुर कोशी बिहार टुडे, सहरसा, 1...