एनएच 107 के बदलेगी सूरत, खुलेंगे कोसी के विकास का द्वार
महेन्द्र प्रसाद, सहरसा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिन चार बड़ी परियोजनाओं की रविवार को आधारशिला रखी उनमें एक कोसी से जुड़ी है। यह एनएच 107 अब एनएचएआई यानी राष्टीय राजमार्ग प्राधिकार समिति कहलाएगी। जिसका कार्यालय अब मधेपुरा नही बल्कि बेगुसराय का तिलरथ है।
वाणिज्यिक विकास, गांव की समृद्धि व लोगों की खुशहाली में परिवहन की अहम भूमिका होती है। खासकर सड़क मार्ग गांव-चौपाल को सीधे महानगरों से जोड़ देती है। पीएम मोदी ने शनिवार को जिन चार परियोजनाओं की आधारशिला रखी उनमें एक कोसी, पूर्णिया क्षेत्र से जुड़ी है। जिले होकर गुजरने वाली एनएच 107 स्थित महेशखूंट से सहरसा होते हुए पूर्णिया तक करीब 88 किमी टून बनेगी।
पैकेज-2 के तहत बनने वाली इस टू लेन के निर्माण में 1000 करोड़ की लागत आएगी। सड़क के साथ-साथ पुल पुलिये बनने से खगरिया सहित कोसी, पूर्णिया के लोगो का सीधा जुड़ाव मिथिलांचल व सीमांचल हो हो जाएगा। स्वाभाविक बात है कि आवागमन दुरूस्त होने से यहां विकास के नये-नये द्वार खुलेंगे। क्षेत्र का चहुमूंखी विकास होगा। संपर्क पथ सुलभ होने से किसानों को अपनी फसल का वाजिब हक मिल सकेगा।
वर्षों से बदहाली का दंश झेल रहे कोसी के लोगों में खुशहाली आएगी। सड़क दुरूस्त हुई तो फैक्ट्रियां भी लगेगी। इससे रोजगार के भी अवसर पैदा होंगे।
पयर्टन के क्षेत्र में भी फायदा होगा।
किसानों की सुधरेगी माली हालत, उद्योग का होगा विकास
कोसी क्षेत्र की पहचान बाढ़ से होती है। लेकिन मिथलांचल की एक कहावत भी महशूर है "माछ, पान और माखन, ये है मिथलांचल की पहचान। लेकिन आवागमन की समस्या ने परेशानी बढ़ाई है। इस इलाके की किसानों की माली हालत बेहद खराब है। क्योंकि उन्हें उसकी वाजिब कीमत नहीं मिल पाता। आवागमन दुर्गम होने के कारण वे चाहकर भी शहर नहीं आ पाते हैं।
कमोवेश यही स्थित दुग्ध उत्पादक पशुपालक व मछली पालक मछुवारों की भी है। लेकिन अब उम्मीद है कि आवागमन दुरूस्त होने से यहां के किसानों के उत्पाद कहीं भी बेच सकेंगे। चाहें तो ये किसान खगड़िया में प्रस्तावित मेगा फूड पार्क में अपनी उपज बेच सकेंगे। लगभग सौ एकड़ जमीन में मेगा फूड पार्क की स्थापना की गई है। मेगा फूड पार्क में 32 तरह के खाद्य पदार्थों का प्रसंस्करण होगा। मधेपुरा में बिजली से चलने वाली इंजन का निर्माण कार्य प्रारंभ ही गया है। अब कोसी एवं सीमांचल के दिन भी बदलेंगे। अब कोसी भी पंजाब हरियाणा की तरह देश की नक्शा पर आएगा।
महेन्द्र प्रसाद, सहरसा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिन चार बड़ी परियोजनाओं की रविवार को आधारशिला रखी उनमें एक कोसी से जुड़ी है। यह एनएच 107 अब एनएचएआई यानी राष्टीय राजमार्ग प्राधिकार समिति कहलाएगी। जिसका कार्यालय अब मधेपुरा नही बल्कि बेगुसराय का तिलरथ है।
वाणिज्यिक विकास, गांव की समृद्धि व लोगों की खुशहाली में परिवहन की अहम भूमिका होती है। खासकर सड़क मार्ग गांव-चौपाल को सीधे महानगरों से जोड़ देती है। पीएम मोदी ने शनिवार को जिन चार परियोजनाओं की आधारशिला रखी उनमें एक कोसी, पूर्णिया क्षेत्र से जुड़ी है। जिले होकर गुजरने वाली एनएच 107 स्थित महेशखूंट से सहरसा होते हुए पूर्णिया तक करीब 88 किमी टून बनेगी।
पैकेज-2 के तहत बनने वाली इस टू लेन के निर्माण में 1000 करोड़ की लागत आएगी। सड़क के साथ-साथ पुल पुलिये बनने से खगरिया सहित कोसी, पूर्णिया के लोगो का सीधा जुड़ाव मिथिलांचल व सीमांचल हो हो जाएगा। स्वाभाविक बात है कि आवागमन दुरूस्त होने से यहां विकास के नये-नये द्वार खुलेंगे। क्षेत्र का चहुमूंखी विकास होगा। संपर्क पथ सुलभ होने से किसानों को अपनी फसल का वाजिब हक मिल सकेगा।
वर्षों से बदहाली का दंश झेल रहे कोसी के लोगों में खुशहाली आएगी। सड़क दुरूस्त हुई तो फैक्ट्रियां भी लगेगी। इससे रोजगार के भी अवसर पैदा होंगे।
पयर्टन के क्षेत्र में भी फायदा होगा।
किसानों की सुधरेगी माली हालत, उद्योग का होगा विकास
कोसी क्षेत्र की पहचान बाढ़ से होती है। लेकिन मिथलांचल की एक कहावत भी महशूर है "माछ, पान और माखन, ये है मिथलांचल की पहचान। लेकिन आवागमन की समस्या ने परेशानी बढ़ाई है। इस इलाके की किसानों की माली हालत बेहद खराब है। क्योंकि उन्हें उसकी वाजिब कीमत नहीं मिल पाता। आवागमन दुर्गम होने के कारण वे चाहकर भी शहर नहीं आ पाते हैं।
कमोवेश यही स्थित दुग्ध उत्पादक पशुपालक व मछली पालक मछुवारों की भी है। लेकिन अब उम्मीद है कि आवागमन दुरूस्त होने से यहां के किसानों के उत्पाद कहीं भी बेच सकेंगे। चाहें तो ये किसान खगड़िया में प्रस्तावित मेगा फूड पार्क में अपनी उपज बेच सकेंगे। लगभग सौ एकड़ जमीन में मेगा फूड पार्क की स्थापना की गई है। मेगा फूड पार्क में 32 तरह के खाद्य पदार्थों का प्रसंस्करण होगा। मधेपुरा में बिजली से चलने वाली इंजन का निर्माण कार्य प्रारंभ ही गया है। अब कोसी एवं सीमांचल के दिन भी बदलेंगे। अब कोसी भी पंजाब हरियाणा की तरह देश की नक्शा पर आएगा।
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