शनिवार, 14 अक्तूबर 2017

आँचल में बच्चा, आंखों में पानी, औरत तेरी यही कहानी
बनमा के पानी मे मिले बिबाहिता  के शव की हुई पहचान। बदकिस्मत
रही महिला
यूपी के बरेली में दो दो शादी के बाद दोनों पति के मौत के बाद वापस मैके आ गयी थी।
महेंद्र प्रसाद, सहरसा
10 अक्टूबर को बनमा ओपी के परसबन्नी कुरिया के समीप मिले बिबाहिता की शव की पहचान हो गया है। बिबाहिता महिला परसबन्नी धोबी टोला निवासी विशेश्वर पासवान की पुत्री काजल कुमारी है। हालांकि उनकी हत्या कैसे हुई, इनका अभी तक पुष्टि नही किया गया है। बनमा ओपी अध्यक्ष प्रभाष कुमार ने जब परसबन्नी धोबी टोला से विशेश्वर पासवान एवं उनकी पत्नी नीलम देवी को पकड़ थाना लाया तब उसने मृतिका की पहचान अपनी पुत्री के रूप में किया। मृतिका काजल कुमारी बुशेश्वर पासवान की सेतोली बेटी थी। बनमा ओपी अध्यक्ष प्रभाष कुमार ने बताया कि हत्या की हुई या कोई और घटना इसकी जांच किया जा रहा है।
 इधर जानकारी के अनुसार मृतिका काजल कुमारी वैसी बदकिस्मत महिला बनकर रह गयी जहा ना तो ससुराल एवं ना ही मैके में कभी सुख मिला। बताया जाता है कि विशेश्वर पासवान रुपए लेकर मृतिका की शादी 5 वर्ष पूर्व यूपी के बरेली स्थित छेना मुरादपुर में लड़के वाले से रुपये लेकर बेटी काजल कुमारी की शादी अशोक यादव से कर दिया। अशोक यादव की 3 वर्ष पूर्व बीमारी के कारण मौत हो गया। अशोक यादव के मौत के बाद विशेश्वर पासवान में दामाद के भाई धर्मेंद्र यादव से बेटी की दूसरी शादी कर दी। लेकिन बिबाहिता का यह भी दुर्भाग्य रहा एवं एक वर्ष पूर्व धर्मेंद्र यादव की भी मौत हो गया। दो दो शादी करने के बाद मृतिका को सुख नही मिला। एवं ससुराल से जेवरात एवम कभी संख्या में नगदी लेकर मृतिका काजल कुमारी अपने मैके परसबन्नी आ गयी। परसबनी आने के बाद सौतेला बाप भी मृतिका को ताने मरता था। ग्रामीण की माने तो कुछ दिन पूर्व बाप-बेटी में कुछ मामले को लेकर झगड़ा भी हुआ था। जिस कारण मृतिका ने दूसरे पड़ोसी के यह जाकर रही थी । हालांकि फिर घर आ गयी। उसके बाद बाप को नगद एवं गहने दिया था। उसके कुछ दिन बाद उनकी पानी मे लाश मिली। मृतिका के पिता ने बनमा पुलिस को बताई की जलावन चुनने गयी थी जो वापस नही आई। हैम लोक लाज से चुपचाप खोजबीन कर रहे थे। हालांकि अभी तक पुलिस को बिबाहिता की मारने का पुख्ता जानकारी नही मिला है। पोस्टमार्टम का इंतजार किया जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि हत्या है या किसी और कारण से उनकी मौत हुई है।
10 अक्टूबर को बनमा ओपी के परसबन्नी कुरिया के समीप मिले बिबाहिता की शव की पहचान हो गया है। बिबाहिता महिला परसबन्नी धोबी टोला निवासी विशेश्वर पासवान की पुत्री काजल कुमारी है। हालांकि उनकी हत्या कैसे हुई, इनका अभी तक पुष्टि नही किया गया है। बनमा ओपी अध्यक्ष प्रभाष कुमार ने जब परसबन्नी धोबी टोला से विशेश्वर पासवान एवं उनकी पत्नी नीलम देवी को पकड़ थाना लाया तब उसने मृतिका की पहचान अपनी पुत्री के रूप में किया। मृतिका काजल कुमारी बुशेश्वर पासवान की सेतोली बेटी थी। बनमा ओपी अध्यक्ष प्रभाष कुमार ने बताया कि हत्या की हुई या कोई और घटना इसकी जांच किया जा रहा है।
 इधर जानकारी के अनुसार मृतिका काजल कुमारी वैसी बदकिस्मत महिला बनकर रह गयी जहा ना तो ससुराल एवं ना ही मैके में कभी सुख मिला। बताया जाता है कि विशेश्वर पासवान रुपए लेकर मृतिका की शादी 5 वर्ष पूर्व यूपी के बरेली स्थित छेना मुरादपुर में लड़के वाले से रुपये लेकर बेटी काजल कुमारी की शादी अशोक यादव से कर दिया। अशोक यादव की 3 वर्ष पूर्व बीमारी के कारण मौत हो गया। अशोक यादव के मौत के बाद विशेश्वर पासवान में दामाद के भाई धर्मेंद्र यादव से बेटी की दूसरी शादी कर दी। लेकिन बिबाहिता का यह भी दुर्भाग्य रहा एवं एक वर्ष पूर्व धर्मेंद्र यादव की भी मौत हो गया। दो दो शादी करने के बाद मृतिका को सुख नही मिला। एवं ससुराल से जेवरात एवम कभी संख्या में नगदी लेकर मृतिका काजल कुमारी अपने मैके परसबन्नी आ गयी। परसबनी आने के बाद सौतेला बाप भी मृतिका को ताने मरता था। ग्रामीण की माने तो कुछ दिन पूर्व बाप-बेटी में कुछ मामले को लेकर झगड़ा भी हुआ था। जिस कारण मृतिका ने दूसरे पड़ोसी के यह जाकर रही थी । हालांकि फिर घर आ गयी। उसके बाद बाप को नगद एवं गहने दिया था। उसके कुछ दिन बाद उनकी पानी मे लाश मिली। मृतिका के पिता ने बनमा पुलिस को बताई की जलावन चुनने गयी थी जो वापस नही आई। हैम लोक लाज से चुपचाप खोजबीन कर रहे थे। हालांकि अभी तक पुलिस को बिबाहिता की मारने का पुख्ता जानकारी नही मिला है। पोस्टमार्टम का इंतजार किया जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि हत्या है या किसी और कारण से उनकी मौत हुई है।

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