नही रहे बसतपुर कबीरमठ के महंत
श्री श्री 108 महंथ श्री सुखदेव दास जी का 107 वर्ष की उम्र में निधनमौत की सूचना पर कबीर मठ बसतपुर में उमड़ी कबीर प्रेमी श्रद्धालु की भीड़
महेंद्र प्रसाद, सहरसा
बख़्तियारपुर थाना के बलबहाट ओपी के कबीरमठ बसतपुर के पूर्व महंत श्री श्री 108 महंत श्री सुखदेव दास का 107 वर्ष की उम्र में मठ में मृत्यु हो गया। महंत की मृत्यु गुरुवार को छह बजे सुबह में हो गया। मौत की सूचना पर बिहार सरकार के आपदा मंत्री दिनेशचंद्र यादव ने महंत के पार्थिव शरीर पर माल्यापर्ण कर श्रंद्धांजली दिया। मंत्री ने कहा कि महंत सुकदेव दास जी काफी शान्ति प्रिय थे। इनके चाहने वाले काफी लोग थे। मठ में रहकर गरीब लोगों की सेवा करते रहते थे। श्रंद्धांजली देने में पूर्व विधयाक डॉ अरुण कुमार, डीएसपी अजय नारायण यादव, मुखिया ललन यादव, सुमन कुमार सिंह, अकलू दास सहित इलाके के लोग उमड़ पड़ा।
शिष्य महंथ रामस्वरूप दास जी जो फिलहाल कबीर मठ बसतपुर महंथ है ने बताया कि सुखदेव दास जी इस मठ के 15 वा गुरु है। 1765 में लाल साहेब पहले बसतपुर मठ का महंत बने। इसी में लच्छि एवं खरी दो भाई था, जिनका एक ही दिन मौत हो गया था। दोनो का एक साथ ही समाधि बनाकर दफनाया गया। महंत की मृत्यु पर छोटेलाल यादव बसतपुर, नाथेश्वर प्रसाद यादव, खुशीलाल भगत, सेवनृवित एसडीओ कुशेशर प्रसाद यादव सचिव सिहित कई ने शोक व्यक्त किया।
मठ में बने कमरा में ही अन्तिम संस्कार किया जाएगा। उक्त कमरा ने ये महन्त का 15वा समाधि होगा। 14 समाधि पूर्व से बना है। महंत सुकदेव दास जी के पार्थिव शरीर को एक गाड़ी में पूरे गांव में शवयात्रा घुमाया गया। इस शवयात्रा में पूर्व विधयाक डॉ अरुण कुमार मुख्य रूप से शवयात्रा में शामिल हुए।
श्री श्री 108 महंथ श्री सुखदेव दास जी का 107 वर्ष की उम्र में निधनमौत की सूचना पर कबीर मठ बसतपुर में उमड़ी कबीर प्रेमी श्रद्धालु की भीड़
महेंद्र प्रसाद, सहरसा
बख़्तियारपुर थाना के बलबहाट ओपी के कबीरमठ बसतपुर के पूर्व महंत श्री श्री 108 महंत श्री सुखदेव दास का 107 वर्ष की उम्र में मठ में मृत्यु हो गया। महंत की मृत्यु गुरुवार को छह बजे सुबह में हो गया। मौत की सूचना पर बिहार सरकार के आपदा मंत्री दिनेशचंद्र यादव ने महंत के पार्थिव शरीर पर माल्यापर्ण कर श्रंद्धांजली दिया। मंत्री ने कहा कि महंत सुकदेव दास जी काफी शान्ति प्रिय थे। इनके चाहने वाले काफी लोग थे। मठ में रहकर गरीब लोगों की सेवा करते रहते थे। श्रंद्धांजली देने में पूर्व विधयाक डॉ अरुण कुमार, डीएसपी अजय नारायण यादव, मुखिया ललन यादव, सुमन कुमार सिंह, अकलू दास सहित इलाके के लोग उमड़ पड़ा।
शिष्य महंथ रामस्वरूप दास जी जो फिलहाल कबीर मठ बसतपुर महंथ है ने बताया कि सुखदेव दास जी इस मठ के 15 वा गुरु है। 1765 में लाल साहेब पहले बसतपुर मठ का महंत बने। इसी में लच्छि एवं खरी दो भाई था, जिनका एक ही दिन मौत हो गया था। दोनो का एक साथ ही समाधि बनाकर दफनाया गया। महंत की मृत्यु पर छोटेलाल यादव बसतपुर, नाथेश्वर प्रसाद यादव, खुशीलाल भगत, सेवनृवित एसडीओ कुशेशर प्रसाद यादव सचिव सिहित कई ने शोक व्यक्त किया।
मठ में बने कमरा में ही अन्तिम संस्कार किया जाएगा। उक्त कमरा ने ये महन्त का 15वा समाधि होगा। 14 समाधि पूर्व से बना है। महंत सुकदेव दास जी के पार्थिव शरीर को एक गाड़ी में पूरे गांव में शवयात्रा घुमाया गया। इस शवयात्रा में पूर्व विधयाक डॉ अरुण कुमार मुख्य रूप से शवयात्रा में शामिल हुए।
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