शनिवार, 28 अप्रैल 2018

मानव रहित रेलवे फाटक पार करने से पहले बरते सावधानी, ट्रैन की स्थिति देख कर ही पर करे रेलवे ढाला
महेंद्र प्रसाद, सहरसा

हाल में ही उत्तरप्रदेश के कुशीनगर में मानवरहित रेलवे फाटक पर 13 स्कूली बच्चों की मौत ने पूरे देश में सनसनी फैला दी। जिसमें चार बच्चे बिहार के थे। इस हादसे के बाद सहरसा के लोग भी दहशत में हैं। यहां भी कई ऐसे मानवरहित रेल फाटक है जहां पर कई बार हादसे हो चुके हैं।
मानवरहित रेलवे फाटक पार करते लोग।
आंकड़ों के मुताबिक समस्तीपुर रेल डिवीजन में कुल 245 मानव रहित फाटक है। जिसमें सिर्फ सहरसा-मानसी रेल खंड के धमराघाट से सोनबरसा कहचरी स्टेशन के बीच 9 मानवरहित फाटक है।
दुर्घटना की रहती है आशंका

पूर्व मध्य रेलवे के सहरसा-मानसी रेलखंड के धमराघाट-सिमरीबख्तियारपुर रेलवे स्टेशन के बीच कई रेलवे ढाला पर  मानवसहित फाटक नही है। जिससे लोगों को हरवक्त दुर्घटना की आशंका लगी रहती है। सलखुआ-सिमरीबख्तियारपुर मुख्य सड़क मार्ग के गोरगामा -फेनसाहा गांव के बीच रेलवे ढाला क्रॉ¨सग पर फाटक नहीं रहने से आम लोग दुर्घटना की आशंका से सहमे रहते हैं। उक्त स्थल पर कई छोटी-मोटी दुर्घटना भी घटित होती रही है, जिसमें अब तक आधा दर्जन लोगों की जान जा चुकी। सितम्बर 2014 को उक्त रेलवे ढाला पर अमृतसर-सहरसा जनसेवा एक्सप्रेस से एक बोलेरो की टक्कर दुर्घटना होने से एक की मौत हो गयी एवं दो बुरी तरह जख्मी और बेलोरो भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। वर्ष 2012 में एक मोटरसाइकिल ने कुहासा के अंधेरे में ढाला पर चलती ट्रेन में ठोकर मारकर एक की मौत और एक व्यक्ति बुरी तरह जख्मी हो गया था। कई बार वाहन चालक व पांव पैदल लोग बाल-बाल बचे थे।
28 दिसंबर 14 को मानसी-सहरसा रेल खंड पर बदला स्टेशन के उत्तर 52 नंबर पुल के पास हरदिया गांव के मानव रहित ढ़ाला पर रविवार की सुबह अप 55553 सहरसा- समस्तीपुर पैसेंजर ट्रेन से एक ट्रैक्टर टकरा गयी,  जिसमें ट्रैक्टर पर सवार एक व्यक्ति की मौत हो गयी, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। टक्कर इतनी जोरदार था कि ट्रैक्टर चार टुकड़ा में बिभक्त हो गया 
कहां-कहां नहीं है फाटक

गोरगामा, पुरैनी, सलखुआ गोठ, फनगो होल्ट, धमारा घाट, सिमरी बख्तियारपुर के मियांचक, भोरहा, महखड़, बगरोली आदि स्थानों पर रेलवे ढाला पर पर मानव सहित फाटक अब तक नहीं लग सका है जिससे लोगों को ढाला पार करने वक्त दुर्घटना से सहम जाते हैं।

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