जब सांप कलश यात्रा में हुआ शामिल
सांप की करामात ढाब गांव की पहेली बन गयी
महेंद्र प्रसाद सहरसा
प्रखंड के सिमरी पंचायत के सिमरी- ढाब गांव में 9 दिवसीय विष्णु महायज्ञ कलश विषर्जन के साथ के साथी जब सांप हो जाये तो आपको सिहरन पैदा करेगा। ऐसा ही आज कुछ जिले के सिमरी-ढाब गांव में कलश विषर्जन के दौरान हुआ।
9वे दिन विष्णु महायज्ञ का कलश विषर्जन संपन्न हो गया। कलश विषर्जन के दौरान हजारों श्रद्धालु की भीड़ उमड़ पड़ी। गाजे बाजे के साथ तीन मुहाने नदी में कलश का विषर्जन किया गया। कलश विषर्जन में कथावाचक साध्वी राधा भक्ति भारती, मानस जीवन मिथलेश दास, पंडित रामटहल दास ऋषिकेश के अलावे यज्ञ समिति के अध्यक्ष डिम्पल यादव, छोटेलाल यादव, सिकंदर यादव, तेजो यादव, मनोज यादव, अरविंद यादव, चंदन शर्मा, श्याम पोद्दार, नीरज कुमार जयकरण यादव, गजेन्द्र यादव, किशोर कुमार, दुखा शर्मा, भरत यादव आदि कलश विषर्जन को लेकर भव्य यात्रा में शामिल हुए।
सांप का उपस्थिति रही चर्चा का विषय--
यज्ञ कमिटी के अध्यक्ष डिम्पल यादव ने बताया कि मेला में भीड़ रहने के वावजूद एक सांप मंदिर में प्रवेश कर गया। एवं जहा कलश रखा था, उसी जगह बैठ गया। लोगो के द्वारा वहां से सांप को हटाया गया। फिर कुछ देर के बाद सांप पुनः मंडप में आ गया। फिर कलश विषर्जन के साथ नदी तरफ चला, फिर वापस लौटते वक्त रास्ते मे ही सांप की अपने आप मौत हो गयी। जो हर लोगो के जवान पर एक ही चर्चा था।
सांप की करामात ढाब गांव की पहेली बन गयी
महेंद्र प्रसाद सहरसा
प्रखंड के सिमरी पंचायत के सिमरी- ढाब गांव में 9 दिवसीय विष्णु महायज्ञ कलश विषर्जन के साथ के साथी जब सांप हो जाये तो आपको सिहरन पैदा करेगा। ऐसा ही आज कुछ जिले के सिमरी-ढाब गांव में कलश विषर्जन के दौरान हुआ।
9वे दिन विष्णु महायज्ञ का कलश विषर्जन संपन्न हो गया। कलश विषर्जन के दौरान हजारों श्रद्धालु की भीड़ उमड़ पड़ी। गाजे बाजे के साथ तीन मुहाने नदी में कलश का विषर्जन किया गया। कलश विषर्जन में कथावाचक साध्वी राधा भक्ति भारती, मानस जीवन मिथलेश दास, पंडित रामटहल दास ऋषिकेश के अलावे यज्ञ समिति के अध्यक्ष डिम्पल यादव, छोटेलाल यादव, सिकंदर यादव, तेजो यादव, मनोज यादव, अरविंद यादव, चंदन शर्मा, श्याम पोद्दार, नीरज कुमार जयकरण यादव, गजेन्द्र यादव, किशोर कुमार, दुखा शर्मा, भरत यादव आदि कलश विषर्जन को लेकर भव्य यात्रा में शामिल हुए।
सांप का उपस्थिति रही चर्चा का विषय--
यज्ञ कमिटी के अध्यक्ष डिम्पल यादव ने बताया कि मेला में भीड़ रहने के वावजूद एक सांप मंदिर में प्रवेश कर गया। एवं जहा कलश रखा था, उसी जगह बैठ गया। लोगो के द्वारा वहां से सांप को हटाया गया। फिर कुछ देर के बाद सांप पुनः मंडप में आ गया। फिर कलश विषर्जन के साथ नदी तरफ चला, फिर वापस लौटते वक्त रास्ते मे ही सांप की अपने आप मौत हो गयी। जो हर लोगो के जवान पर एक ही चर्चा था।
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