सत्संग से मिलती है प्रेरणा: देवी मुरलिका गोड़
महेन्द्र प्रसाद सहरसा
प्रखंड के सरडीहा पंचयात के गोशाला रोड में आयोजित श्री श्री 108 विष्णु महायज्ञ के दूसरे दिन माहौल भक्तिमय हो गया। यज्ञ के दूसरे दिन मध्यप्रदेश के प्रवचनकर्ता देवी मुरलिका गोड़ श्री धाम वृंदावन ने कही की सत्संग से प्रेरणा मिलती है। जीवन मे सत्संग को अपनाये।
विनु सत्संग विवेक न होई, राम कृपा बिनु सुलभ न सोई।
उनोहने कही की सत्संग सच्चे मार्ग पर ले जाता है। सत्संग जीवन को जीने का मार्ग दिखाता है।
हमने अपने बच्चों को धार्मिक ज्ञान से दूर रख कर सिर्फ दुनियां में सफलता का ज्ञान दिया। उन्होंने कहा अपने बच्चों को सभी ज्ञानों के साथ अपने बच्चों को धर्मशास्त्र का ज्ञान दें। धर्म कभी गलत राह नही दिखता है। जब हमारा हृदय और मन साफ रहेगा तो हम समाज का निर्माण करेंगे। उन्होंने कहा धर्म का ही दूसरा नाम है प्रेम। इसलिए समाज में प्रेम का भाव जलाए, एक दूसरे के दुख-सुख में साथ दे हर लोग एक दूसरे से प्रेम करें। तभी आप को शाश्वत सुख का अहसास होगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें