मां बना पत्थर दिल, नवजात को झाड़ी में फेंका, मौत
नाजायज रिश्ता की उपज समाज के लिये कलंक
महेंद्र प्रसाद, सहरसा
सिमरी बख्तियारपुर में एक बार फिर ममता शर्मसार हो गया। जन्म लेने के साथ ही नवजात को सड़क के किनारे झाड़ी में फेंक दिया।
सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के रानीबाग से सिमरी गांव की ओर जाने वाली सड़क मार्ग के बीच मवेशी हाट से आगे शुक्रवार की अहले सुबह किसी अज्ञात के द्वारा झाड़ी के पास बोरा में लपेट कर फेंक दिया। नवजात के नाभि लगा ही था। देखने से लग रहा था कि जन्म के तुरंत बाद ही उक्त बच्चे को फेंक दिया। नवजात लड़का था एवं एक आंख के पास खोदा हुआ था, जिससे लग रहा था कि किसी पक्षी के द्वारा नोचा गया है।
राहगीरो की नजर पड़ने पर शोरगुल सुन लोगों की देखने को भीड़ उमड़ पड़ी। जब लोगों ने बोरा में लपेटे हुए नवजात शिशु के पास पहुंच देखा तो नवजात शिशु मरा हुआ पाया गया। लेकिन हर किसी के जुबान पर बस एक ही चर्चा था कि वह कैसी मां थी जिसके दिल में थोड़ी भी दया नही आया। जिसने भी इस शिशु को फेंका वह मानवता को शर्मसार कर दिया। उपस्थित लोग तरह तरह की बाते कर रहा था। कोई कहता था कि ये नाजायज रिश्ता का नतीजा है। फेकने के बजाय किसी को दे दिया जाना चाहिये। एक बेटा-बेटी के लिये लोग चार धाम की यात्रा करता है। ये कैसी मा थी जिन्हें थोड़ा भी ममता नही आया।
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