जुगाड़ पुल का एप्रोच पथ बहा, जुगाड़ पुल पर परिचालन हुआ बंद
महेन्द्र प्रसाद, सहरसा
कोसी की तेज धारा में एक बार फिर शनिवार को जुगाड़ पुल का एप्रोच पथ बह गया। जिस कारण जुगाड़ पुल पर वाहनों का परिचालन को बंद करना पड़ा। जुगाड़ पुल के बंद होने के साथ ही एक बार फिर जहां लोंगों को नावों की सवारी करनी शुरू हो गई। वही कोसी के लोगो का सड़क संपर्क से सीधा कनेक्शन कट गया। कोसी क्षेत्र की लाखों की आवादी का राज्य मुख्यालय से सड़क संपर्क सीधा भंग हो गया।
जानकारी के अनुसार कोसी व बागमती नदी के संगम स्थल पर बने क्षतिग्रस्त डुमरी पुल का निर्माण किया जा रहा। डुमरी पुल के समानांतर नाविकों द्वारा नावों को जोड़कर जुगाड़ पुल का निर्माण किया गया था। जिस पर चार चक्के की गाड़ियों से लेकर टूव्हीलर एवं पैदल यात्री आवागमन करते थे। कोसी एवं बागमती नदी के दो भागों में बंटे रहने के कारण दो भागों में जुगाड़ पुल भी बना हुआ था। बताया जाता है कि कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि होने के कारण शनिवार की सुबह ही एप्रोच पथ पर पानी का दबाब बढ़ गया था। हालांकि नाविकों द्वारा एप्रोच पथ को बचाने का भरपूर प्रयास किया गया। लेकिन शाम होते- एप्रोच पथ पर पानी बह गया। इधर सूचना मिलते ही बेलदौर सीओ विकास कुमार जुगाड़ पुल पर पहुंच कर जायजा लिया। सीओ ने बताया कि बरसात का पानी आने के कारण कोसी का जलस्तर बढ़ा है। उन्होंने कहा कि अभी जुगाड़ पुल नहीं खोलने को कहा गया है। अगर एक दो दिन में पानी घट जाएगा तो फिर से जुगाड़ पुल को चालू किया जा सकता है। अब कोसी के लोगो का एकमात्र रेल बचा है। डुमरी में बने नाव का जुगाड़ पूल से कोसी के लोगो का आवागमन का साधन था, अब वो भी समाप्त हो गया।
महेन्द्र प्रसाद, सहरसा
कोसी की तेज धारा में एक बार फिर शनिवार को जुगाड़ पुल का एप्रोच पथ बह गया। जिस कारण जुगाड़ पुल पर वाहनों का परिचालन को बंद करना पड़ा। जुगाड़ पुल के बंद होने के साथ ही एक बार फिर जहां लोंगों को नावों की सवारी करनी शुरू हो गई। वही कोसी के लोगो का सड़क संपर्क से सीधा कनेक्शन कट गया। कोसी क्षेत्र की लाखों की आवादी का राज्य मुख्यालय से सड़क संपर्क सीधा भंग हो गया।
जानकारी के अनुसार कोसी व बागमती नदी के संगम स्थल पर बने क्षतिग्रस्त डुमरी पुल का निर्माण किया जा रहा। डुमरी पुल के समानांतर नाविकों द्वारा नावों को जोड़कर जुगाड़ पुल का निर्माण किया गया था। जिस पर चार चक्के की गाड़ियों से लेकर टूव्हीलर एवं पैदल यात्री आवागमन करते थे। कोसी एवं बागमती नदी के दो भागों में बंटे रहने के कारण दो भागों में जुगाड़ पुल भी बना हुआ था। बताया जाता है कि कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि होने के कारण शनिवार की सुबह ही एप्रोच पथ पर पानी का दबाब बढ़ गया था। हालांकि नाविकों द्वारा एप्रोच पथ को बचाने का भरपूर प्रयास किया गया। लेकिन शाम होते- एप्रोच पथ पर पानी बह गया। इधर सूचना मिलते ही बेलदौर सीओ विकास कुमार जुगाड़ पुल पर पहुंच कर जायजा लिया। सीओ ने बताया कि बरसात का पानी आने के कारण कोसी का जलस्तर बढ़ा है। उन्होंने कहा कि अभी जुगाड़ पुल नहीं खोलने को कहा गया है। अगर एक दो दिन में पानी घट जाएगा तो फिर से जुगाड़ पुल को चालू किया जा सकता है। अब कोसी के लोगो का एकमात्र रेल बचा है। डुमरी में बने नाव का जुगाड़ पूल से कोसी के लोगो का आवागमन का साधन था, अब वो भी समाप्त हो गया।
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