सोमवार, 28 मई 2018

छह माह से चला आ रहा जलकर विवाद का हुआ पटाक्षेप
पूर्व एवं वर्तमान पट्टेदारों के बीच उत्पन्न विवाद की वजह से लागू थी धारा 144
महेंद्र प्रसाद, सहरसा

पिछले छह माह से पूर्व व वर्तमान पट्टेदारों के बीच उत्पन्न जलकर विवाद का निपटारा हो गया है।  जलकर विवाद को लेकर एसडीओ ने सिमरी बख्तियारपुर के सभी पोखड़ मे धारा 145 के तहत करवाई किया था। सरकारी आदेश के आलोक में सोमवार को मत्स्यजीवी सहयोग समिति के मंत्री माधुरी देवी ने विधिवत रूप से राजस्व लेकर पट्टेदारों को रसीद देना शुरू कर दिया है।
मत्स्य प्रसार प्रवेक्षक जय प्रकाश सिंह की देखरेख में पहाड़पुर बाजार स्थित मंत्री आवास पर जुलाई श्रेणी के तहत आने वाले भौटिया पोखर के पट्टेदारी शैनी मुखिया को 46 सौ रुपए का राजस्व रसीद काट विधिवत रूप से शिकारमाही का आदेश दिया। 
इस मौके पर प्रखंड मत्स्य सहयोग समिति सिमरी बख्तियारपुर के मंत्री माधुरी देवी ने कही कि उप मत्स्य निदेशक, कोशी परिक्षेत्र सहरसा के निर्देश के आलोक में अवर सचिव पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग पटना के द्वारा पारित आदेश के एवज में निर्देशित पट्टेदारों के बीच नोटिस कर सुचना दी गई। सुचना के आलोक में आ रहें पट्टेदारों के बीच नियमानुसार राजस्व रसीद काट शिकारमाही का आदेश दिया जा रहा है।
उन्होंने बताई कि इस अंचल में कुल 57 विभिन्न श्रेणियों के जलकर है जिनमें 42 जलकर जुलाई श्रेणी के तो 15 जलकर अक्टूबर श्रेणी के हैं। दो चार दिनों में विधिवत प्रक्रिया पुरी हो जाने के बाद इस अंचल के जलकरों से मछली की निकासी शुरू हो जायेगी।
जलकर विवाद का पटाक्षेप हो जाने के बाद इन लोगों में खुशी देखी जा रही है।   इन लोगों को  आपसी लड़ाई में पोखर में पल रही मछलियां बड़ी संख्या में बर्बाद हो जाने के साथ राजस्व का नुक़सान पट्टेदारों को हो गया है। विगत छह माह से विवाद हो जाने के कारण सिमरी बख्तियारपुर के कई पोखड़ में शिकारमाही नही हो रहा था। 
इस मौके पर अनिल सहनी, राजेन्द्र सहनी, सुरेश मुखिया, संतोष मुखिया,सज्जन सहनी,रिंकू सहनी, सत्य नारायण सहनी,जवाहर सहनी, विपीन मुखिया,भवेश,रामकिशुन, नंदलाल,ललन आदि मौजूद रहे।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

पूर्व विधायक के प्रयास से हजारों हेक्टर खेत में जमा पानी से किसान को मिलेगी मुक्ति

  कोपरिया स्लुइस गेट का जलकुंभी साफ करने के लिए निजी कोष से दिया गया धन  सिमरी बख्तियारपुर से पानी की बिक्री ही नहीं बल्कि महिषी खंड के लोगो...