बिहार पुलिस के छात्रों के न्याय करे सरकार :-पुनपुन यादव
कोशी बिहार टुडे
22 जून शुक्रवार को बिहार बिहार पुलिस के परीक्षार्थी के द्वारा पटना के हड़ताली मोड़ से गांधी मैदान तक एक विशाल आक्रोश मार्च किया गया। इस आक्रोश मार्च में बड़ी संख्या में छात्र थे।जिसका जन अधिकार छात्र परिषद के प्रदेश महासचिव पुनपुन यादव के द्वारा समर्थन किया। साथ ही साथ जन अधिकार छात्र परिषद के प्रदेश महासचिव पुनपुन यादव ने कहा कि बिहार पुलिस के तमाम छात्रों के साथ है। इस मौके पर पुनपुन यादव मांग की कि बिहार सरकार अभिलंब बिहार पुलिस छात्रों के साथ न्याय करें ।उन्होनो आरोप लगाया कि बिहार सरकार के शिक्षा व्यबथा पूरी तरह से चरमरा गयी है।
आज बिहार के हर परीक्षा में जिस प्रकार से धांधली की जाती है।ये पूरे बिहार के लिए शर्मनाक है।बिहार के युवा आज रोड है और राज्य के मुखिया छात्र हित मे नही सोचते है। अगर बिहार सरकार सिपाही के छात्रों के साथ न्याय नहीं करती है तो जन अधिकार छात्र परिषद पूरे बिहार को बंद कराने का भी काम करेगी। इस मौके पर बिहार सिपाही छात्रों के द्वारा बिहार सरकार से मांग की गई कि बिहार सरकार ,बिहार पुलिस परीक्षा की नियुक्ति को रद्द करे। बिहार सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तो हम लोग आमरण अनशन पर बैठेंगे।
कोशी बिहार टुडे
22 जून शुक्रवार को बिहार बिहार पुलिस के परीक्षार्थी के द्वारा पटना के हड़ताली मोड़ से गांधी मैदान तक एक विशाल आक्रोश मार्च किया गया। इस आक्रोश मार्च में बड़ी संख्या में छात्र थे।जिसका जन अधिकार छात्र परिषद के प्रदेश महासचिव पुनपुन यादव के द्वारा समर्थन किया। साथ ही साथ जन अधिकार छात्र परिषद के प्रदेश महासचिव पुनपुन यादव ने कहा कि बिहार पुलिस के तमाम छात्रों के साथ है। इस मौके पर पुनपुन यादव मांग की कि बिहार सरकार अभिलंब बिहार पुलिस छात्रों के साथ न्याय करें ।उन्होनो आरोप लगाया कि बिहार सरकार के शिक्षा व्यबथा पूरी तरह से चरमरा गयी है।
आज बिहार के हर परीक्षा में जिस प्रकार से धांधली की जाती है।ये पूरे बिहार के लिए शर्मनाक है।बिहार के युवा आज रोड है और राज्य के मुखिया छात्र हित मे नही सोचते है। अगर बिहार सरकार सिपाही के छात्रों के साथ न्याय नहीं करती है तो जन अधिकार छात्र परिषद पूरे बिहार को बंद कराने का भी काम करेगी। इस मौके पर बिहार सिपाही छात्रों के द्वारा बिहार सरकार से मांग की गई कि बिहार सरकार ,बिहार पुलिस परीक्षा की नियुक्ति को रद्द करे। बिहार सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तो हम लोग आमरण अनशन पर बैठेंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें