रविवार, 24 जून 2018

इस मामले में सिमरी बख्तियारपुर को सूबे में मिला तीसरा स्थान, पढ़ेंगे तो सिर पीटेंगे

स्वछता सर्वे में सिमरी बख्तियारपुर देश का तीसरा गंदा शहर
पूरे देश मे 4202 शहरों ने भाग लिया था सर्वेक्षण में
2018 में हुए सर्वे में मध्यप्रदेश के इंदौर को मिला पहला साफ-सुंदर शहर का पुरुस्कार
देश के 10 सबसे गंदे शहर में पश्चिम बंगाल के 7 शहर शामिल
महेन्द्र प्रसाद, सहरसा

वर्ष 2018 में कराया गया था स्वक्षता सर्वेक्षण में विहार के दो शहरों में सिमरी बख्तियारपुर को गंदे शहर में तीसरा स्थान मिला है। इसमे पहला पुरुस्कार मध्यप्रदेश के इंदौर को मिला है। सिमरी बख्तियारपुर नगर पंचायत को गंदगी की सूची में शामिल किये जाने से इस क्षेत्र के लोग खासे नाराज है। प्रतिमाह लगभग 4 लाख से ज्यादा खर्च साफ-सफाई पर किया जाता है। वावजूद सिमरी बख्तियारपुर का नाम गंदगी की सूची में आना बहुत शर्मनाक है। मात्र 15 वार्ड का नगर पंचायत भी साफ-सुथरा नही हो रहा है। आश्चर्य जनक बात है। सिमरी बख्तियारपुर के सिमरी पंचयात के आश्रफचक निवासी एवं पटना उच्च न्यायालय के बरिष्ठ अधिवक्ता सैयद मश्लेउद्दीन ने कहा कि ये दुखद बात है कि सिमरी बख्तियारपुर का नाम गंदगी की शहर में शामिल है। इसमें नगर पंचायत को ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। ताकि फिर कभी भविष्य में इस तरह का नोबत नही आये। 

4 लाख 45 हजार हर माह भुकतान, फिर भी सफाई नही---
वार्ड नंबर 13 के वार्ड पार्षद नरेश निराला ने शहर में पर्याप्त गंदगी रहने एवं साफ-सफाई कार्य कर रहे एनजीओ पर ठीक से कार्य नही करने का आरोप लगाया था। नरेश निराला का कहना था कि किसी भी वार्ड में ठीक से सफाई कार्य नही होता है। कार्यपालक को आवेदन देकर किया करवाई की मांग किया था।
क्या कहती है नगर अध्यक्षा----
नगर अध्यक्षा रौशन आरा ने बतायी की स्वक्षता के लिये बोर्ड से कई निर्णय लिया गया। जिसमें डस्टबिन की खरीद, ठेला जिससे सूखा एवं गिला कचड़ा को ढोया जा सके, ट्रैक्टर, एवं गाड़ी की खरीद का प्रस्ताव पारित है। लेकिन कार्यपालक पदाधिकारी की मनमानी के कारण ये कार्य आगे नही बढ़ रहा है। वार्ड में शोचालय निर्माण तेजी से हो रहा है। दो जगह चलंत शोचालय का लगना था, लेकिन कार्यपालक के कारण वो भी नही लगा। अधिकारी सहयोग करे तो सिमरी बख्तियारपुर सुंदर एवं स्वच्छ बना देंगे। 
क्या कहते है कार्यपालक पदाधिकारी---
नगर पंचयात के कार्यपालक पदाधिकारी अरुण कुमार ने बताया कि नगर में साफ-सफाई करने वाले एनजीओ ठीक से साफ नही करता है। इनके खिलाफ वरीय अधिकारी को लिखा जायेगा। इसके साथ ही अन्य कार्य किया ही जा रहा है। सर्वे के बारे में हमे किसी तरह का जानकारी नही है।

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