स्कूल प्रबंधन की लापरवाही से 6 वर्षीय मासूम की मौत
पिता ने स्कूल पर बेटे को मारने का लगाया आरोप
महेंद्र प्रसाद, सहरसा
होस्टल रहकर पढ़ाई करने वाले 6 वर्षीय मासूम की मौत
पिता ने स्कूल प्रबंधन पर लगाया गंभीर आरोप
अनुमंडल मुख्यालय स्थित बख्तियापुर थाना क्षेत्र के पटेल नगर स्थित संत जेवियर्स स्कूल में एक 7 वर्षीय छात्र हिमांशु कुमार का संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई। परिजनों ने स्कूल प्रबंधक पर इलाज कराने में लापरवाही एवं सही तथ्य को छिपाने का आरोप लगाया। पिता ने बताया कि बेटे की मौत के बाद भी परिजनों को मौत होने की सूचना नहीं दी गई । मृतक छात्र खगड़िया जिला के मानसी थाना क्षेत्र के सिंघरसामा गांव रहने वाला है। मौके पर पहुंच सिमरी पुलिस ने घटना जायजा लिया। लाश को पोस्टमार्टम के लिये सदर अस्पताल भेज दिया।
(मृत बेटे को कंधा पर लादकर इधर उधर भटकते रहे बाप)
पिता ने थाना में दिया आवेदन---
मृतक छात्र हिमांशु कुमार के पिता रंजन चोधरी ने थाना में आवेदन देकर स्कूल के प्रचार्य मनोज कुमार सिंह, शिक्षक राजेश कुमार एवं अन्य के लापरवाही के कारण उनके पुत्र का मृत्यु होने का आरोप लगाया है। आवेदन में कहा है कि मेरा पुत्र हिमांषु कुमार उर्फ बिट्टू कुमार सिमरी बख्तियारपुर स्थित संत जेवियर्स स्कूल के होस्टल में रहकर पढ़ाई करता था। वह नर्सरी का छात्र था। 13 जुलाई को सुबह स्कूल के शिक्षक राजेश कुमार का फोन आया कि आपका भतीजा या पुत्र हिमांशु कुमार का तबियत खराब है। आप स्कूल पहुचे। जब में साढ़े सात बजे स्कूल पहुचा तो देखा कि मेरा बेटा लेटा हुआ है। इधर स्कूल चल रही है। मेने बच्चे को हिलाया तो कुछ नही बोला तो मैं चिल्लाया तो मेरा भाई बोला कि बच्चे की मौत हो चुकी है। तब देखा कि सभी शिक्षक बच्चे को पढ़ा रहा है। संत जेवियर्स के प्राचार्य मनोज कुमार सिंह, शिक्षक राजेश कुमार सहित अन्य शिक्षक के लापरवाही से मेरे बच्चे की मौत हो गया है। उक्त शिक्षक के ऊपर करवाई किया जाये।
बेटे की लाश को देख बदहवास पिता सीधे पहुचा थाना---
स्कूल में बेटे की लाश एवं बगल के कक्षा में चल रही पढ़ाई से आक्रोशित पिता बच्चे को स्कूल में ही छोड़ सीधे थाना पहुच गया, एवं आवेदन देकर स्कूल के प्राचार्य सहित अन्य पर करवाई की मांग किया।
बेटे की मौत पर पिता एवं परिजन स्कूल में हंगामा किया। हंगामे की सूचना पर आसपास के लोग पहुचकर स्कूल के प्राचार्य से पूछ रहा था कि आखिर इस बच्चे के मौत का कोन जिम्मेदार है। काफी देर तक विदयालय में हंगामा होते रहा। बाद में पिता बेटे की लाश को कंधे पर लेकर बहुत देर भटकता रहा। उसके बाद एक टेम्पू मंगाया गया जहा उसे पोस्टमार्टम के लिये भेजा।
संवेदना समाप्त हो गया है स्कूल का----
मृत बच्चे के पिता रंजन चोधरी ने थाना में बताया कि सुबह में हमको फोन किया कि आपके बच्चे का हालात सीरियस है। जब हम स्कूल पहुचे तो बच्चे की पूर्व में मौत हो चुकी थी। स्कूल की संवेदहीनता देखिये की स्कूल में बच्चे का लाश रखा है एवं विदयालय चल रहा है। रोते रोते परिजन थाना पहुचा एवं प्रशासन के खिलाफ कड़ी करवाई का मांग किया है। बच्चे के पिता ने बताया कि रातभर बच्चे स्कूल के बेड पर पेट दर्द से छटपटाते रहे लेकिन स्कूल का कोई भी शिक्षक या प्राचार्य झांकने तक नही गया। बगल के बच्चे ने कुछ देर बच्चे के पास रहा। दर्द से छटपटाते बच्चा शांत हो गया। बगल के बच्चे ने सोचा कि सो गया है। सुबह में जब बच्चे को देखा तो उनकी मौत हो चुकी थी। इधर स्कूल के पक्ष में सिमरी बख्तियारपुर के कई सफेदपोश नेता मामला को रफा दफा करने की जुगत में लगा था। एक भी नेता को उक्त बच्चे के मौत पर दुख नही था। दुख इस बात पर था कि किस तरह स्कूल को बचाया जाये।
क्या कहते है थानाध्यक्ष----
बख्तियारपुर थानाध्यक्ष रणवीर कुमार ने बताया कि लाश को पोस्टमार्टम में भेजा गया है। पोस्टमार्टम में आने के बाद उनके पिता का बयान लेकर आगे की करवाई किया जायेगा।
क्या कहते है विदयालय के प्राचार्य---
संत जेवियर्स स्कूल के प्राचार्य मनोज कुमार सिंह ने बताया कि हमे जानकारी नहीं है कि बच्चे की मौत कैसे हुई। लोग बेमतलब की बाते कर रहा है।
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