शनिवार, 21 जुलाई 2018

डीएसपी पहुची तटबन्ध के अंदर, लिया सुरक्षा व्यव्यस्था का जायजा
आरोपी करे सरेंडर, नही तो भूकतेंगे गंभीर परिणाम
महेंद्र प्रसाद, सहरसा

कोसी तटबन्ध के अंदर खोनमा घाट में अपराधियों के द्वारा गुरुवार को नाव जला देने एवं कोसी नदी में खड़े बड़ी नाव को क्षतिग्रस्त कर दिए जाने के बाद दियारा क्षेत्र में एक बार फिर अशांति होने की प्रबल संभावना से इनकार नही किया जा सकता है। इसी मामले की जांच के लिये शनिवार को सिमरी बख्तियारपुर डीएसपी मृदुला कुमारी जांच के लिये पहुचे। डीएसपी के साथ बख्तियारपुर थानाध्यक्ष रणवीर कुमार, सलखुआ थानाध्यक्ष तरुण कुमार तरुणेश, चिरैया ओपी प्रभारी राजीवलाल पंडित सहित कई पुलिसकर्मी साथ थे। डीएसपी सर्वप्रथम सिसवा गांव के पास पहुचे जहा 7 लाख की नाव को अपराधियों ने जला दिया था। स्थल पर पहुच डीएसपी ने नाव मालिक जुगेश्वर यादव से पूरी जानकारी लिया। जुगेश्वर यादव ने  डीएसपी को बताया कि रात्रि के एक बजे हमारे नाविक ने हमे फोन पर जानकारी दिया कि लगभग एक दर्जन हथियारबंद अपराधियो ने नया नाव को जला दिया है। इसके बाद हमने तुरंत चिरैया ओपी को जानकारी दिया। नया नाव जलाने के बाद फिर खोनमा घाट पर लगी बड़ी नाव को कुल्हाड़ी मारकर क्षतिग्रस्त कर दिया एवं नाव को बीच कोसी नदी में बहा दिया। 

जुगेश्वर यादव ने डीएसपी को बताया कि जिन लोगो ने मेरे नाव को जलाया उनसे हलमोगो को किसी भी तरह का कोई विवाद पूर्व या वर्तमान में नही था। हा एक बात है कि इन लोगो की मंशा घाट जोतने की हो सकती है जिस कारण इस घटना को अंजाम दिया। इसके बाद डीएसपी कबिराधाप बाजार भी पहुची। जहा शुक्रवार को आग लगने से आधा दर्जन दुकान जलकर राख हो गया था। इन दोनों मामले में रामोली महतो एवं समोली महतो सहित अन्य का नाम आ रहा है। नाव जलाने के मामले में तो इन लोगो पर प्राथमिकी भी दर्ज हो गया है। जानकारी के अनुसार धाप बाजार में आग लगाने में इन्ही लोगो का हाथ है। कारण ये है कि धाप बाजार का हटिया का रुपये बिपिन यादव एवं दिनेश यादव ही वसूलता है। नाव जले स्थान पर डीएसपी ने कई लोगो से पूछताछ किया। बताया जाता है कि जिस 11 लोगो ने हथियार के साथ नाव को आग के हवाले किया एवं नदी में लगी दो नावों को क्षतिग्रस्त किया उनमें दो व्यक्ति कनारिया क्षेत्र का रहने वाला है। 


          गोरतलब है कि गुरुवार की रात्रि बिपिन यादव का एक नाव को अपराधियो ने जला दिया था। जवकि दूसरी नाव को जो कोसी नदी का मुख्य आवागमन था, क्षतिग्रस्त कर दिया है। बिपिन यादव, दिनेश यादव दियारा के कुख्यात छबिलाल यादव का भाई है। बिपिन यादव जेल में बंद है जवकि दिनेश यादव कुछ दिन बाद ही जमानत से बाहर जेल से निकला है। जिस नाव को जलाया गया था, उस नाव को दो महीने से मजदूर के द्वारा बनाया जा रहा था। नाव पर 7 लाख की लागत आया था। गुरुवार से नाव का कोसी नदी में परिचालन शुरू होता, लेकिन इससे पहले ही नाव को आग के हवाले कर दिया। नाव को जलाने के बाद एक बार फिर कोसी दियारा में खूनी संघर्ष की संभावना से इनकार नही किया जा सकता है।
दियारा में कभी भी गरज सकती है बंदूके----
कोसी दियारा में लगातार दो घटनाओं के बाद अब लगता है कि कभी भी दो गुटों के बीच खूनी संघर्ष हो सकता है। संभावित घटनाओं को लेकर कोसी दियारा के लोग ख़ौफ़ में है। बीते दो साल से दियारा क्षेत्र शांत था, लेकिन कहा जा रहा है कि अब शांत नही रहेगा

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