162 फिट कांवर यात्रा, कोसी वासियो के यादगार पल
10 हजार लोग इस ऐतिहासिक पदयात्रा में हुए शामिल
महेंद्र प्रसाद, सहरसा
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में इस ऐतिहासिक कांवर पदयात्रा का नाम दर्ज हो यही इस क्षेत्र के लोगो की मांग है। 80 किलोमीटर की पदयात्रा, 162 फिट लंबी एव भारीभरकम इस पदयात्रा जिस जिस रास्ते से गुजरा लोगो के लिये अलौकिक एव अविश्वसनीय रहा। सड़क के दोनों तरफ़ से लोगो खासकर महिलाये की भीड़ बात रही थी कि इस पदयात्रा को लोगो ने दिल पर लिया। लोगो की इस भीषण गर्मी में जुनून तो देखने लायक था।
सिमरी बख्तियारपुर कांवर पहुचते ही जयकारा की गूंज से सिमरी बख्तियारपुर जग गया
जैसे ही इस ऐतिहासिक पदयात्रा सिमरी बख्तियारपुर पहुची लोग इस ऐतिहासिक कांवर पदयात्रा को देखने उमड़ पड़ा।हालांकि सिमरी बख्तियारपुर के लिये अफसोस कि बात ये रहा कि नबाबों का शहर कहे जाने वाले सिमरी बख्तियारपुर में कई व्यवसायी का मदद रहा, तो कई सिर्फ तमाशबीन बना रहा। काँवरिया की सेवा में गल्ला व्यवसायी शंकर भगत एव प्रेम भगत के अलावा इन लोगो का भी अहम योगदान रहा। जिसमे अजय चौरसिया , राजकुमार गुप्ता, प्रेम भगत , विपिन कुमार,भवेश यादव, वकील गुप्ता, बीरेंद्र भगत , मिंटू कुमार, राकेश भगत , कृष्णा कुमार, रंजन गुप्ता, छोटू दास, शंकर पासवान, सुनील पोद्दार, विजय कुमार, सुरेश साह , अनिल भगत , विश्वनाथ भगत, श्रवण भगत, उमेश गुप्ता सामिल है। इनके अलावे खाना खिलाने में पंकज , राहुल, विकी, रिक्की, रॉक राज चौरसिया, राजेश, मोनू , शास्त्री, सुभाष, नितेश, विवेक, गोविंद,धीरज, अमर,
ओम बाबू, छोटू, अंस, नवीन, बजरंगी , आलोक एवं समस्त नगर वासियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिए।
ऐतिहासिक पदयात्रा में शामिल लोगों का दिल खोलकर स्वागत किया। खाना, चाय एव मनोरंजन तक का व्यबस्था ईनलोगों के द्वारा किया गया। वर्ष सावन में डाकबम एव कांवरिया का सारा बंदोबस्त इनलोगो के द्वारा किया जाता है। हालांकि सिमरी बख्तियारपुर का कई दर्जन युवा इस श्रद्धालु को खिलाने में अपना अहम भूमिका निभाया। हालांकि वावजूद कई लोग कुछ चंदा देकर अपनी जिम्मेदारी को निभा दिया। सिमरी बख्तियारपुर में कई कुर्ता झाड़ नेता है। लेकिन कांवरिया के मामले में दिलचस्पी नही दिखाया।
मंत्री ने किया इस ऐतिहासिक कांवर का स्वागत--
सूबे के आपदा मंत्री दिनेशचंद्र यादव, पूर्व विधायक डॉ अरुण कुमार इस कांवर पदयात्रा के स्वागत के लिये बाबा मटेश्वर धाम पहुँचे। कांवर के पहुँचने के बाद जहा आयोजक सहित क्षेत्र के लोगो को धन्यवाद दिया। वही मंदिर के विकास की बात भी कहा। मंत्री ने कहा कि बाबा मटेश्वर को पर्यटन के मानचित्र पर लाने का प्रयास किया जायेगा।
10 हजार लोग इस ऐतिहासिक पदयात्रा में हुए शामिल
महेंद्र प्रसाद, सहरसा
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में इस ऐतिहासिक कांवर पदयात्रा का नाम दर्ज हो यही इस क्षेत्र के लोगो की मांग है। 80 किलोमीटर की पदयात्रा, 162 फिट लंबी एव भारीभरकम इस पदयात्रा जिस जिस रास्ते से गुजरा लोगो के लिये अलौकिक एव अविश्वसनीय रहा। सड़क के दोनों तरफ़ से लोगो खासकर महिलाये की भीड़ बात रही थी कि इस पदयात्रा को लोगो ने दिल पर लिया। लोगो की इस भीषण गर्मी में जुनून तो देखने लायक था।
सिमरी बख्तियारपुर कांवर पहुचते ही जयकारा की गूंज से सिमरी बख्तियारपुर जग गया
जैसे ही इस ऐतिहासिक पदयात्रा सिमरी बख्तियारपुर पहुची लोग इस ऐतिहासिक कांवर पदयात्रा को देखने उमड़ पड़ा।हालांकि सिमरी बख्तियारपुर के लिये अफसोस कि बात ये रहा कि नबाबों का शहर कहे जाने वाले सिमरी बख्तियारपुर में कई व्यवसायी का मदद रहा, तो कई सिर्फ तमाशबीन बना रहा। काँवरिया की सेवा में गल्ला व्यवसायी शंकर भगत एव प्रेम भगत के अलावा इन लोगो का भी अहम योगदान रहा। जिसमे अजय चौरसिया , राजकुमार गुप्ता, प्रेम भगत , विपिन कुमार,भवेश यादव, वकील गुप्ता, बीरेंद्र भगत , मिंटू कुमार, राकेश भगत , कृष्णा कुमार, रंजन गुप्ता, छोटू दास, शंकर पासवान, सुनील पोद्दार, विजय कुमार, सुरेश साह , अनिल भगत , विश्वनाथ भगत, श्रवण भगत, उमेश गुप्ता सामिल है। इनके अलावे खाना खिलाने में पंकज , राहुल, विकी, रिक्की, रॉक राज चौरसिया, राजेश, मोनू , शास्त्री, सुभाष, नितेश, विवेक, गोविंद,धीरज, अमर,
ओम बाबू, छोटू, अंस, नवीन, बजरंगी , आलोक एवं समस्त नगर वासियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिए।
ऐतिहासिक पदयात्रा में शामिल लोगों का दिल खोलकर स्वागत किया। खाना, चाय एव मनोरंजन तक का व्यबस्था ईनलोगों के द्वारा किया गया। वर्ष सावन में डाकबम एव कांवरिया का सारा बंदोबस्त इनलोगो के द्वारा किया जाता है। हालांकि सिमरी बख्तियारपुर का कई दर्जन युवा इस श्रद्धालु को खिलाने में अपना अहम भूमिका निभाया। हालांकि वावजूद कई लोग कुछ चंदा देकर अपनी जिम्मेदारी को निभा दिया। सिमरी बख्तियारपुर में कई कुर्ता झाड़ नेता है। लेकिन कांवरिया के मामले में दिलचस्पी नही दिखाया।
मंत्री ने किया इस ऐतिहासिक कांवर का स्वागत--
सूबे के आपदा मंत्री दिनेशचंद्र यादव, पूर्व विधायक डॉ अरुण कुमार इस कांवर पदयात्रा के स्वागत के लिये बाबा मटेश्वर धाम पहुँचे। कांवर के पहुँचने के बाद जहा आयोजक सहित क्षेत्र के लोगो को धन्यवाद दिया। वही मंदिर के विकास की बात भी कहा। मंत्री ने कहा कि बाबा मटेश्वर को पर्यटन के मानचित्र पर लाने का प्रयास किया जायेगा।
sundar jankari bhaiya ji
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