सलखुआ प्रखंड के अलानी पंचयात के मुखिया संजू देवी ने जिलाधिकारी को आवेदन देकर जिले के कोई वरीय अधिकारी से जांच कराने की मांग किया
कोशी बिहार टुडे
सलखुआ प्रखंड के कोसी तटबन्ध के अंदर एव वर्षो से बांध के स्पर पर जीवन गुजार रहे सलखुआ प्रखंड के अलानी पंचयात के बाढ़ पीड़ित के 97.15 क्विंटल खाद्यान को काला बाजार में डीलर ने बेच दिया। जनता को बरगलाने के लिये 59 पैकेट लगभग 29.75 क्विंटल खाद्यान्न को स्पर पर एक व्यक्ति दानी चोधरी के आवास में रख दिया। लेकिन शिकायत के बाद ना तो एसडीओ एव ना ही बीएसओ ने जांच में कोई दिलचस्पी लिया। सबसे बड़ा भ्रष्टाचार का और क्या सबूत हो सकता है।
क्या है मामला---
सलखुआ प्रखंड के अलानी पंचायत के वार्ड नंबर1, 2, एव 3 के लाभुक का डीलर शिवजी पांडेय है। वेसे तो शिवजी पांडेय सिमरी बख्तियारपुर के नगर पंचायत के पुरानी बाजार में रहते है। यही से सलखुआ में जनवितरण प्रणाली की दुकान करते है। अलानी पंचयात के मुखिया संजू निषाद को लाभुकों ने शिकायत किया की डीलर बराबर राशन-किरासन ठीक से नही देता है। इसी में जब मुखिया ने कई लाभुक का राशन कार्ड का जांच किया तो डीलर ने बिना राशन-किरासन दिए ही कार्ड पर अक्टूबर माह का अनाज अंकित कर दिया। वार्ड नंबर 2 के लाभुक अदवा देवी, सुनीता देवी, मीरा देवी, गीता देवी, अनिता देवी, देवली देवी, अंजन देवी, तेतरी देवी, सहित कई दर्जन ऐसे लाभुक है जिनका कार्ड पर बिना राशन दिए ही कार्ड पर खाद्यान अंकित कर दिया। प्रखंड आपूर्ति कार्यालय सलखुआ से मिली जानकारी के अनुसार 14 अक्टूबर को 38 क्विंटल 15 किलोग्राम गेहू, एव 58 क्विंटल 29 किलोग्राम चावल का उठाव किया। जिसका वितरण ही नही किया गया, एव कार्ड पर अक्टूबर माह का चढ़ा दिया गया है। वर्तमान में तटबंध के स्पर पर जो अंत्योदय का खाद्यान रखा है, जिसका उठाव 28 अक्टूबर को किया गया। अंत्योदय में 11 क्विंटल 90 किलो गेहू एव 17 क्विंटल 85 किलो चावल है जो अभी रखा है।
ये तो सिर्फ वार्ड नंबर दो का लाभुक का है जो तटबन्ध के समीप स्पर पर राह रहा है। जबकि कोसी नदी के भीतर दो वार्ड के लाभुक और है जिनका डीलर शिवजी पांडेय है। जिनको छह महीने में एक बार अनाज मिलता है।
मुखिया ने जिलाधिकारी को लिखा पत्र---
अलानी पंचायत के मुखिया संजू देवी ने जिलाधिकारी एव एसडीओ को पत्र लिखकर अलानी पंचयात के वार्ड नंबर 1, 2 एव तीन के डीलर शिवजी पांडेय के द्वारा गरीब लाभुक का 90 क्विंटल खाद्यान्न बेचने को लेकर करवाई की मांग किया है। पत्र में मुखिया ने कही है कि पंचायत भृमण के दौरान लाभुक ने डीलर के द्वारा राशन-किरासन नही देने का आरोप लगाया। जब मुखिया के द्वारा इसका पड़ताल किया गया तो पता चला कि बिना राशन-किराशन दिए ही डीलर के द्वारा तीनो वार्ड के लाभुक के कार्ड पर माह अक्टूबर के अनाज वितरण अंकित है। इस मामले में सबसे ज्यादा आश्चर्य इस बात का है की डीलर अधिकांस लाभुकों का राशनकार्ड अपने पास ही रखता है। बिना खाद्यान दिए ही कार्ड पर अंकित कर देता है।
क्या कहते है डीलर----डीलर शिवजी पांडेय ने बताया कि मेरे द्वारा अक्टूबर माह का खाद्यान का वितरण कर दिया गया है। कुछ बचा है वो वितरण किया जायेगा। मेरे उपर लगाया गया आरोप बिल्कुल गलत है
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