शुक्रवार, 16 नवंबर 2018

जिस बेटा को पिता ने कभी ना दिया प्यार, वही बेटा बडा होकर किया मा-बाप के लिये ऐसा काम की चारो और हो रहा तारीफ

स्कूल परिसर में लगाया मा-बाप का मूर्ति, पूर्व केंद्रीय मंत्री एव सासंद, विधयाक से कराया माल्यार्पण
पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी ठाकुर ने किया मूर्ति का लोकार्पण
लोकार्पण के मोके पर सासंद चोधरी महबूब अली केसर, विधयाक नीरज कुमार बबलू, पूर्व विधायक आलोक रंजन, संजीव झा, रामनरेश सिंह मुख्य रूप से उपस्थित रहे

कोशी बिहार टुडे, सहरसा


सहरसा जिले के बलबाहाट ओपी के शंकरपुर में बिहार पशुपालन विभाग में कार्यरत डॉ प्रभात कुमार सिंह ऊर्फ बॉबी ने दिवंगत माता-पिता की मूर्ति का अनावरण कराकर वेसे लोगो को एक संदेश देने का काम किया जो पुत्र आज मा-बाप को बोझ समझते है। अपना खुद बिहार पशुपालन सेवा में कार्यरत है तो पत्नी  तरणि कुमारी सिवान के वर्तमान जिला बाल विकास पदाधिकारी के पद पर कार्यरत है।  पूर्व केंद्रीय मंत्री सी पी ठाकुर, सासंद चोधरी महबूब अली कैसर, छातापुर विधायक नीरज कुमार बबलू, पूर्व विधायक आलोक रंजन, संजीव झा, ने माल्यार्पण किया।

इस मोके पर लोगो को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी ठाकुर ने कहा कि आजकल बूढ़े माता-पिता का बच्चे सेवा ही नही करता है। डॉ प्रभात ने अदुतीय कार्य किया है। आजकल का लड़का जितना ज्यादा पढ़ता है उतना ही मा-बाप को दूर रखता है। हम बराबर बीमार रहते थे, फिर भी  कभी भी पढ़ाई नही छोड़े। बिहार में पढ़ाई में ह्रास हुआ है। यहां शिक्षा का स्तर अच्छा नही है। शत्रुघ्न बाबू स्कूल प्रतिदिन समय पर जाते थे। कभी भी स्कूल लेट नही गया। बिहार का लड़का पूरे देश मे पढ़ाई में धूम मचा रहा है। कोई भी परीक्षा में यहां का लड़का का बेहतर रिजल्ट रहता है। बिहार में पढ़ाई की व्यवस्था ठीक करना होगा। बिहार का गार्जियन  सबसे ज्यादा अपने बच्चे पर ध्यान देता है। 
हज कमिटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सासंद चौधरी महबूब अली कैसर ने कहा कि शत्रुघ्न हमारे गार्जियन थे। कोसी की धरती पर हमारे गार्जियन सीपी ठाकुर पहुचे, हमलोगों के खुशी की बात है। शिक्षा ही एक मात्र ऐसा हथियार है कि इनके बिना जिंदगी ही बेकार है। शत्रुघ्न बाबू ने शिक्षा में बहुत बड़ा योगदान दिया है। 

विधयाक नीरज कुमार बबलू ने कहा कि डॉ साहब ने प्रेरणादायक कार्य किया है। ये मा-बाप के प्रति बेटा का कर्तव्य निभाया है। इलाके के उत्थान में शिक्षा का बहुत बड़ा योगदान होता है। शत्रुघ्न बाबू ने शिक्षा में बहुत बड़ा योगदान दिया। विपरीत परिस्थितियों में शिक्षा को ऊपर उठाया है। गरीब के बच्चे को अच्छा शिक्षा के लिये सरकार अनुदान की व्यवस्था करे। 
माता-पिता के नाम पर खोला स्कूल---
डॉ प्रभात कुमार सिंह उर्फ बॉबी खुद पशुपालन में कार्यरत है। पत्नी तरणि कुमारी सीवान जिले के जिला वाल विकास परियोजना पदाधिकारी पद पर कार्यरत है। पिता शिक्षक से सेवानिवृत्त होने के बाद पत्नी योगमाया देवी के नाम पर आवासीय योगमाया सुमन पब्लिक स्कूल खोला। शत्रुघ्न सिंह एक योग शिक्षक थे। शिक्षा के क्षेत्र में इनका बहुत बड़ा योगदान दिया। इस स्कूल में 5 गरीब के बच्चे जो अनाथ है को मुप्त पढ़ाई किया जाता है। इस मोके पर पांच सेवानिवृत्त शिक्षक को सम्मानित किया गया। सभी शिक्षक को चादर एव रामायण भेंट किया। डॉ बॉबी के द्वारा माता-पिता के मूर्ति स्कूल में स्थापित कर अनावरण कराया जहा लोगो ने सराहा। 

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