बिहार के मधेपुरा लोकसभा सीट हमेशा देश की राजनीति में चर्चा में रहता है।
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
बिहार में सियासी उठापटक अब तेज होने लगा है।आम चुनाव 2019 में शरद यादव के खिलाफ जेडीयू ने युवा प्रत्याशी और शरद यादव के खासम खास डॉ सत्यजीत यादव को चुनाव मैदान में उतारने की रणनीति जेडीयू बना रही है।
डॉ सत्यजीत यादव अभी जेडीयू प्रदेश राजनीति सलाहकार समिति के सदस्य हैं। हालांकि ऐसे कयास भी लगाये जा रहा हैं कि दूसरा अन्य संभावित उमीदवार में आलमनगर विधान सभा क्षेत्र के विधायक सह पूर्व मंत्री नरेन्द्र नारायण यादव और बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चंद्र यादव के नाम की भी चर्चा जोड़ो पर है।
राजनीतिक गलियारों से खबर यह भी आ रही है कि किसी भी वर्तमान विधायक और मंत्री को लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ाया जाएगा। बता दें कि मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र जेडीयू के खाते में जाने के बाद से ही यहां संभावित उम्मीदवार अपने-अपने समर्थकों से विचार विमर्श करने में जुट गये हैं।
इसी सिलसिले में राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह से हरी झंडी मिलने के बाद मधेपुरा पहुंचे प्रदेश जेडीयू राजनीति सलाहकार समिति के सदस्य डॉ सत्यजीत यादव ने अपने आवास पर समर्थकों के साथ विचार विर्मश कर आगे की रणनीति बनाने में जुट गये हैं।
डॉ सत्यजीत ने अनुसार आलाकमान का जो भी निर्णय होगा उसका पालन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह भी चाहते हैं कि युवा को अधिक से अधिक मौका मिले, इसलिए मेरे जैसे दल के युवा सिपाही को अवश्य मौका मिलेगा। हालांकि अभी लोकसभा चुनाव में कुछ समय बांकी है। लेकिन राजनीतिक उठापटक जारी है। कार्यकर्ता भी अपने हिसाब से जोड़-घटाव में लगा है। यह बता दे कि आपदा मंत्री दिनेशचंद्र यादव खगरिया लोकसभा के सासंद रह चुके है। खगरिया से भी इनके चुनाव लड़ने की चर्चा सुनने को मिल रहा है।
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बिहार में सियासी उठापटक अब तेज होने लगा है।आम चुनाव 2019 में शरद यादव के खिलाफ जेडीयू ने युवा प्रत्याशी और शरद यादव के खासम खास डॉ सत्यजीत यादव को चुनाव मैदान में उतारने की रणनीति जेडीयू बना रही है।
डॉ सत्यजीत यादव अभी जेडीयू प्रदेश राजनीति सलाहकार समिति के सदस्य हैं। हालांकि ऐसे कयास भी लगाये जा रहा हैं कि दूसरा अन्य संभावित उमीदवार में आलमनगर विधान सभा क्षेत्र के विधायक सह पूर्व मंत्री नरेन्द्र नारायण यादव और बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चंद्र यादव के नाम की भी चर्चा जोड़ो पर है।
राजनीतिक गलियारों से खबर यह भी आ रही है कि किसी भी वर्तमान विधायक और मंत्री को लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ाया जाएगा। बता दें कि मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र जेडीयू के खाते में जाने के बाद से ही यहां संभावित उम्मीदवार अपने-अपने समर्थकों से विचार विमर्श करने में जुट गये हैं।
इसी सिलसिले में राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह से हरी झंडी मिलने के बाद मधेपुरा पहुंचे प्रदेश जेडीयू राजनीति सलाहकार समिति के सदस्य डॉ सत्यजीत यादव ने अपने आवास पर समर्थकों के साथ विचार विर्मश कर आगे की रणनीति बनाने में जुट गये हैं।
डॉ सत्यजीत ने अनुसार आलाकमान का जो भी निर्णय होगा उसका पालन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह भी चाहते हैं कि युवा को अधिक से अधिक मौका मिले, इसलिए मेरे जैसे दल के युवा सिपाही को अवश्य मौका मिलेगा। हालांकि अभी लोकसभा चुनाव में कुछ समय बांकी है। लेकिन राजनीतिक उठापटक जारी है। कार्यकर्ता भी अपने हिसाब से जोड़-घटाव में लगा है। यह बता दे कि आपदा मंत्री दिनेशचंद्र यादव खगरिया लोकसभा के सासंद रह चुके है। खगरिया से भी इनके चुनाव लड़ने की चर्चा सुनने को मिल रहा है।
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