दो भागों में बंटे मिथिला का एकीकरण हुआ, सहरसा-बिरौल सड़क एव डुमरी पूल पर फर्राटे लगा रही है वाहन
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
मिथिलांचल व सीमांचल के दो दिलों की धड़कन हाटी कोठी- गंडौल सड़क के लोकार्पण कार्यक्रम में उपस्थित भीड़ की खुशी व उत्साह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गदगद दिखे। दो भागों में बंटे मिथिलांचल को एक करने वाले ड्रीम प्रोजेक्ट के उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री अपनी खुशी को रोक नहीं पा रहे थे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि चौतरफा विकास व गांव-गांव तक बिजली पहुंच जाने से बिहार में अब न भूत का डर है और न ही लालटेन की जरूरत। उन्होंने कहा कि विकास व शराबबंदी से वे कोई समझौता नहीं करेंगे। राज्य के कोने-कोने से पटना की दूरी घटकर मात्र पांच घंटे करने के लक्ष्य को लेकर हर तरफ सड़क व पुलिया का जाल बिछाया जा रहा है। सिंचाई के लिए पूरे राज्य में कृषि फीडर का निर्माण किया जा रहा है। अगले साल 31 दिसम्बर तक सभी गांवों को इससे जोड़ दिया जाएगा।
वे गुरुवार को बिरौल अनुमंडल के हनुमानगर- खोड़ागाछी खेल मैदान में बिरौल से सहरसा के गंडौल तक सड़क व पंचायत सरकार भवन सहित 36 योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करने के बाद सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गंडौल तक सड़क निर्माण का काम पूरा होने से बिरौल व सहरसा की दूरी घटकर मात्र 42 किमी हो गई। पहले दरभंगा से सहरसा की दूरी 160 किमी थी तो बिरौल-सहरसा सड़क निर्माण के बाद घटकर 90 किमी हो गई है। सीएम ने ने कहा कि कुशेश्वरस्थान से फुलतारा घाट के बीच 243 करोड़ की लागत से सड़क व पुल का निर्माण किया जाएगा। दो साल में यह योजना पूरी होने पर खगड़िया की दूरी 80 किमी कम हो जाएगी।
श्री कुमार ने कहा कि रसियारी से वरुना तक पुल व सड़क का निर्माण भी जल्द शुरू किया जाएगा। इस योजना को पूरी करने में 1126 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी। यह योजना पूरी हो जाने के बाद लोग रोसड़ा होकर सीधे हाजीपुर पहुंच जाएंगे। उन्होंने कहा कि बिरौल से सहरसा तक की सड़क की ऊंचाई अधिक होने के कारण लोगों को दुर्घटना से बचाने के लिए दोनों ओर लोहे के बैरियर लगाए जाएंगे। इस सड़क के निर्माण से मिथिलांचल का खंडित भाग दोबारा एक हो गया है। इससे लोगों के बीच सामाजिक सारोकार बढ़ने के अलावा व्यवसाय भी बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायत सरकार भवन का निर्माण होने से जिस तरह केन्द्र व राज्य सरकार चलती है, ठीक उसी तरह पंचायत राज्य की सरकार चलेगी। महात्मा गांधी के इस सपने का पूरा करने की दिशा में वे कटिबद्ध हैं। उन्होंने लोगों से मिलजुलकर समाजिक बाल विवाह व दहेज प्रथा जैसी समाज कुरीतियों को दूर भगाने की अपील की। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास के साथ-साथ समाजिक कुरीतियों को दूर करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी।
पीएम व सीएम प्रयास से घटी लोगों के बीच की दूरियां: सुशील मोदी
उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि दरभंगा से हवाई जहाज सेवा शुरू करने की दिशा में केन्द्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व राज्य में सड़कों का जाल फैलाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिलों का जोड़ने का काम किया है। दोनों पहल से लोगों के बीच की दूरियां काफी कम हो जाएगी। उन्होंने कहा कि 15 वर्षों पूर्व की सरकार ने विकास में केवल छह हजार करोड़ की राशि खर्च की थी। नीतीश सरकार 15 वर्षों में अभी तक एक लाख 19 हजार करोड़ खर्च कर चुकी है।
मधुबनी के उच्चैठ से भेजा बनेगी सड़क: नंदकिशोर
पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने सभा की अध्यक्षता करते हुए कहा कि मधुबनी के उच्चैठ भगवती स्थान से भेजा तक पांच हजार करोड़ की लागत से सड़क का निर्माण किया जाएगा। निर्माण पूरा होने के बाद लोग भेजा होकर मेहसी तक जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि दरभंगा में आठ आरओबी के निर्माण के लिए सरकार ने 200 करोड़ की राशि स्वीकृत कर दी है।
समारोह में स्वागत का सिलसिला समाप्त होने के बाद पुल निर्माण निगम के अध्यक्ष जितेन्द्र श्रीवास्तव ने नवनिर्मित सड़क के महत्व व लागत पर विषेष जानकारी देते हुए कहा कि 404 करोड़ 45 लाख की लागत से बनी सड़क में दो बड़े पुल, 11 छोटे पुल एवं 21 कल्वर्ट का निर्माण कर वर्षों से बंटे मिथिलांचल व पूर्वांचल की सीमा समाप्त कर एक कर दी गई है।
डुमरी पूल लोगो के लिये हुए चालू, अब सस्ते होंगे समान
खगड़िया जिले के डुमरी घाट सोनवर्षा में बहुप्रतीक्षित पुनर्स्थापित बीपी मंडल सेतु(डुमरी पुल) के उद्घाटन समारोह में गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक साथ कई घोषणाएं की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बदलाघाट से फेनगो होल्ट के बीच बागमती, कमला, कोसी और मृत कोसी नदी पर 14 सौ करोड़ रुपये से चार पुलों का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए डीपीआर तैयार है। चौथम- नवादा के बीच बागमती नदी और 75 करोड़ की लागत से एक उच्चस्तरीय ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। वहीं डुमरी पुल के समानांतर फोर लेन के लिए एक और कोसी नदी का पुल का निर्माण किया जाएगा।
सीएम ने कहा कि 1380 करोड़ की लागत से महेशखूंट से मधेपुरा तक एनएच 107 का 10 मीटर चौड़ीकरण का कार्य किया जाएगा। फिर मधेपुरा से पूर्णिया तक का भी सड़क का चौड़ीकरण कार्य किया जाएगा। सीएम ने कहा कि 1710 करोड़ की लागत से अगुवानी-सुल्तानगंज के बीच गंगा नदी में महासेतु का निर्माण किया जा रहा है। अगले वर्ष आम लोंगों को समर्पित कर दिया जाएगा।
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