सोमवार, 18 मार्च 2019

कोहिनूर स्कूल बना 60 जोड़ो की शादी का गवाह, गरीब मुस्लिम बेटी की शादी में आशीर्वाद के लिये उमड़ी इलाका के लोगो की भीड़

पहली बार हुआ सामूहिक शादी का आयोजन, लोगो ने किया जमकर तारीफ
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
                                   (शादी के लिये पहुचा दूल्हा)
नगर पंचायत क्षेत्र  में स्थित कोहिनूर पब्लिक स्कूल बटौआ में सोमवार को 60 जोड़ो का निकाह सम्पन्न हुआ। सभी का निकाह उपस्थित मौलवी ने कराया। इस  सामूहिक निकाह में सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल के तीनों प्रखंड से लोग आए हुए थे। टेंट के साथ नव दम्पत्तियों को दी जाने वाले समानों को अलग अलग जोड़ो को देने के लिए व्यवस्था किया गया था। जिस जोड़ो की निकाह सम्पन्न हो जाता था, उनको समान के साथ सीधे उनके ससुराल के लिये विदा कर देता था। 
आईएसएसए फॉउंडेशन जामिया फैजानुल के तत्वावधान में आयोजित होने वाले इस समारोह का आयोजन किया था। सोमवार को मुख्य अतिथि फाउंडेशन के चैयरमेन सऊद आलम,  मौलाना महबूब आलम कासीमी एवं मौलाना आरिफ पटेल (गुजरात)  कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप से उपस्थित थे। 
                       (नवदम्पति को शादी में दिया गया कई समान)
सोमवार को आयोजित कार्यक्रम ने  60 जोड़ों का सामूहिक निकाह हुआ। निकाह उपरांत नवविवाहिता को तत्काल  सभी साजो सामान देकर ससुराल के लिए विदा किया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये विगत एक सफ्ताह से कोहिनूर पब्लिक स्कूल में तैयारी कर रहा था।
 इस में शामिल होने के लिए बतौर निशुल्क फार्म निकाला गया था जिसकी अंतिम तिथि 25 फरवरी रखी थी। उसके बाद काउंसिलिंग उपरांत पांच दर्जन जोड़ों को शामिल किया गया है। वर्तमान में सिर्फ मुश्लिम परिवार की गरीब की बेटी की शादी हुआ। बाद में दूसरी अवसर पर धर्म के भी गरीब के लड़की की शादी की जाएगी। इस सामुहिक शादी को देखने के लिये अगल-बगल के लोग खासकर महिलाये की भीड़ लगी रही।
यहां के लोगो का सहयोग रहा तो हिन्दू-मुश्लिम 600 गरीब की बेटी का शादी करेंगे---


             
(गुजरात से निःशुल्क शादी कराने पहुचे ईसा फाउंडेशन के अध्यक्ष मौलाना हदीव अहमद)

आईएसएसए (ईसा) फाउंडेशन जामिया फेनाजुल गुजरात के चैयरमेन मौलाना हदीव अहमद ने बताया कि उनके द्वारा गुजरात मे लगभग 500 हिन्दू-मुस्लिम जोड़ो का सामूहिक शादी कराया। इनके अलावे यूपी में भी कराया। इसमे हर लोगो का सहयोग रहा। चैयरमेन हदीव ने बताया कि यह के लोगो का अगर सहयोग रहा तो हम बिहार में इस तरह के आयोजन और करेंगे। उस आयोजन में सभी धर्म के गरीब की बेटी का शादी होगा। मुस्लिम के लिये अलग पंडाल, हिन्दू के लिये पंडित के साथ अलग पंडाल के साथ जो धर्म के लोगो के लिये अलग अलग पंडाल होगा। तत्काल घर की जरूरत की सारे समान जो एक मध्यम परिवार अपनी बेटी को देते है तत्काल देंगे। हमारा मकसद ये है कि कोई गरीब की बेटी दहेज के लिये कुंवारा नही रहे एव दहेज के लिये उनकी हत्या ना हो।

इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से सैयद कासिम अशरफ, ज़फर आलम, महबूब आलम, मो सुभान, अबू नसर, बीडीओ मनोज कुमार, पूर्व मुखिया जमील आफताब, बरकत अली, वजी अहमद, मो मसीर आलम, अब्दुल हन्नान, फैयाज अहमद सहित कई लोग उपस्थित थे। 

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