सोमवार, 15 अप्रैल 2019

मिथलांचल में महागठबंधन संक्रमण काल से गुजर रहा है, टिकट वितरण में बरिष्ट नेता की अनदेखी पड़ेगी भारी


दरभंगा से अली अशरफ फातमी, मधुबनी से डॉ शकील आलम हुए बागी तो दिग्गज शरद यादव को एक एक वोट के लिये पर रहा है जूझना
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

टिकट नही मिलने से  मिथलांचल के  महागठबंधन के आधा दर्जन दिग्गज नेता बागी हो गया है। जिनका खामियाजा आने वाले चुनाव में भुगतना पड़ सकता है। मिथलांचल के दरभंगा, मधुबनी, मधेपुरा कुछ इस तरह के सीट है जहाँ महागठबंधन को विरोधियों से नही बल्कि अपने गठबंधन के बागी नेता से जूझना पड़ रहा है। जो महागठबंधन के लिये शुभ संकेत नही है।
अली अशरफ फातमी के बाद डॉ शकील अहमद हुए बागी---
राजद के दिग्गज नेता अली अशरफ फातमी को टिकट नही मिला तो उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दिया। इसी तरह कांग्रेस के दिग्गज पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ शकील आलम ने भी कांग्रेस प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया है एव निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा किया है।
शरद यादव को भी करना पड़ रहा है संघर्ष---
महागठबंधन के दिग्गज नेता शरद यादव को मधेपुरा के निवर्तमाम सासंद पप्पू यादव चुनोती दे रहा है। पप्पू यादव को महागठबंधन में शामिल नही करने से खुद पप्पू यादव जाप से चुनाव लड़ रहा है। जो शरद यादव को चुनोती दे रहा है। लोगो की माने तो टिकट बंटवारे में महागठबंधन की रणनीति कमजोर रही, यही कारण है कई सीट से महागठबंधन की समीकरण बिगड़ गया है। 

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