शनिवार, 25 मई 2019

खगड़िया लोकसभा से लगातार दूसरी बार जीत करने वाले कैसर बने तीसरे सासंद


इससे पहले 1957 एव 1962 में जियालाल मंडल एव 1989 एव 1991 में जनतादल से रामशरण ने  जीत दर्ज किया था।
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

 लोकसभा चुनाव 2019 में खगड़िया संसदीय सीट पर एनडीए समर्थित लोजपा के प्रत्याशी चौधरी महबूब अली कैसर 28 वर्षों के बाद एक बार फिर इतिहास दोहरा गये है। गुरुवार को  हुए मतगणना के बाद परिणाम उनके पक्ष में रहा है और उन्होंने एक बड़ी जीत हासिल की है। लोजपा प्रत्याशी महबूब अली कैसर ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी महागठबंधन समर्थित वीआईपी के उम्मीदवार मुकेश सहनी को 2 लाख 48 हजार 5 सौ 70 मतों से मात दिया। लोजपा उम्मीदवार ने कुल 5 लाख 10 हजार 1 सौ 93 मत प्राप्त हुआ, जबकि महागठबंधन समर्थित वीआईपी के प्रत्याशी को कुल 2 लाख 61 हजार 6 सौ 23 मत मिले हैं। तीसरे स्थान पर सभी को चौकाते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में रहे प्रियदर्शी दिनकर 51 हजार 8 सौ 47 मत प्राप्त किया। एक निर्दलीय प्रत्याशी को मिले मतों का आंकड़ा सामने आने के बाद उन्हें  राजनीतिक का छुपा रूस्तम कहा जाने लगा है। हालांकि लोगो का कहना था कि इस निर्दलीय प्रत्याशी को चोधरी महबूब अली केसर का वोट चला गया। चूंकि हुआ कि इस बार दो ईवीएम है। पहला ईवीएम में एनडीए प्रत्याशी चौधरी महबूब अली केसर पहले सबसे ऊपर था, जवकि दूसरा ईवीएम में ऊपर में इसी निर्दलीय प्रत्याशी प्रियदर्शी दिनकर का ही था। जिन कारण उन्हें लाभ मिला।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 1957 में खगड़िया लोकसभा सीट के अस्तित्व में आने के बाद अबतक मात्र दो ही ऐसे नाम रहे थे जिन्हें लगातार दूसरी बार क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला हो। जिसमें यहां के पहले सांसद बनने का गौरव प्रदान करने वाले जियालाल मंडल एवं जनता दल के रामशरण यादव का नाम शुमार था। कांग्रेस के जियालाल मंडल को 1957 एवं 1962 में यहां की जनता ने लगातार दो बार क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया था। जबकि जनता दल के रामशरण यादव 1989 व 1991 में लगातार दो बार क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। लेकिन इसके बाद के हर चुनाव में खगड़िया लोकसभा को एक नया सांसद ही मिलता रहा था। लेकिन अब इस कड़ी में एक और नाम लोजपा के चौधरी महबूब अली कैसर का भी जुड़ गया है। गौरतलब है कि वे 2014 के चुनाव में भी लोजपा के ही टिकट पर निर्वाचित घोषित किये गये थे। हलांकि इस वर्ष के चुनाव में उनके लोजपा से उम्मदवारी को लेकर कई तरह की चर्चाएं थी। लेकिन आखिरी वक्त में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उनपर भरोसा जताया और वे खगड़िया से एनडीए समर्थित लोजपा के उम्मीदवार घोषित किये गये। अंततः उन्होंने इस सीट पर फतह हासिल करते हुए एक और सीट एनडीए की झोली में डाल दी।
जीत का जश्न---
दूसरी तरफ अपनी व एनडीए के जीत के बाद नवनिर्वाचित सांसद चौधरी महबूब अली कैसर ने क्षेत्र की जनता व स्थानीय कार्यकर्ता सहित पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम नीतीश कुमार व लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान को बधाई देते हुए कहा है कि यह एनडीए के कार्यकर्ताओं की जीत है। साथ ही उन्होंने एनडीए के कार्यकर्ता सहित आमजनों की उम्मीदों पर खड़ा उतरने व उनकी शिकायतों को इस बार दूर करने की बातें कहीं हैं। वहीं उन्होंनें इतनी बड़ी जीत की उम्मीद नहीं होने की बातें स्वीकार करते हुए कहा कि 2014 से कहीं अधिक इस बार मोदी लहर था। देश के लोगो ने मोदी पर दूसरी बार विश्वास जताया एव देश मे प्रचंड बहुमत देकर सबका साथ, सबका विकास के नाम पर मोहर लगा दिया।

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