पड़ोसियों ने पुलिस के मिलकर चार दिन के बाद मुक्त कराया, रिश्ता हुआ कलंकित
कोशी बिहार टुडे
अररिया के फारबिसगंज में सनसनीखेज मामले का खुलासा हुआ है। दरअसल यहां पत्नी के साथ मिलकर भाई ने अपनी सगी बहन को 4 दिनों तक हाथ और पैर बांधकर बंधक बनाकर रखा। इस दौरान उनसे मारपीट की गई और गंभीर यातनाएं दी गई।
मामला प्रकाश में आने के बाद ग्रामीण और रिश्तेदारों ने पीड़ित युवती को भाई और भाभी की कैद से आजाद कराया और उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे स्थानीय अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटनास्थल से ही मामले की जानकारी एसपी धूरत सायली सावलाराम को दी गई जिसके बाद पुलिस हरकत में आई। फारबिसगंज पुलिस अस्पताल पहुंचकर पीड़िता से बयान लेकर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
घटना के संबंध में अस्पताल में इलाजरत पीड़िता ने कहा कि मेरे माता पिता की मृत्यु हो चुकी है। मेरे भाई रुस्तम पिता स्वर्गीय सरीफ और उसकी पत्नी जुबेदा खातून घर में उनके साथ हमेशा गाली-गलौच मारपीट करते थे और वे लोग मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। युवती ने बताया कि 6 मई को मेरे भाई एवं भाभी पहले मुझे डंडे से पीटा इसके बाद मकान की दूसरे मंजिल पर ले जाकर रस्सी से दोनों हाथ और पैर बांध कर जमकर मारपीट की। मैं बेहोश हो गई। जब होश आया और पानी मांगी तो मुझे पेशाब पिलाया गया। बीते 4 दिनों से खाना-पीना नहीं दिया जा रहा था। खाना मांगने पर पिटाई करते थे। मोहल्ले के लोगों ने आज मेरे घर में घुसकर मुझे मुक्त कराया और इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया।
ग्रामीण के अनुसार युवती को शादी-विवाह एवं संपत्ति को लेकर जान मारने की नियत से 4 दिनों से बंधक बनाकर यातना और प्रताड़ना दिया जा रहा था। जब लोगों को इसकी भनक हुई और वह रुस्तम के घर गये तो लड़की खिड़की से लटक रही थी और उसने देखते ही जान बचाने की गुहार लगाई। उसके बाद उसे बचाया गया है। चिकिस्तक के अनुसार अब युवती के इलाज के बाद सुधार आ रहा है। इधर एसपी धुरत सायला सवलाराम ने कहा कि कोई भी हो आरोपी के खिलाफ कड़ी करवाई होगी। आभार-हिंदुस्तान
निंदनीय घटना
जवाब देंहटाएंबहुत ही शर्मसार घटना
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