गुरुवार, 29 अगस्त 2019

तीन साल से ब्लड कैंसर का दर्द झेल रहे सीआरपीएफ जवान ने पटना के पारस अस्पताल में तोड़ा दम


बख़्तियारपुर थाना क्षेत्र के भटपुरा गांव के रहने वाले जवान भारतेंदु कुमार की शवयात्रा में उमड़ पड़ी लोगो की भीड़
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

मोकामा स्थित सीआरपीएफ केम्प में नोकरी कर रहे भटोनि पंचयात के भटपुरा गांव निवासी सीआरपीएफ जवान भारतेंदु कुमार 40 वर्ष की वुधवार की रात्रि पटना के पारस अस्पताल में मौत हो गया। मृतक जवान वर्तमान समय मे मोकामा स्थित सीआरपीएफ केम्प में कार्यरत था। जवान विगत तीन साल से ब्लड कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहा था। जवान की मौत की जानकारी के बाद सीआरपीएफ केम्प से सब-इंस्पेक्टर शारदानंद सिंह, मुख्य आरक्षी विजय कुमार साह, सिपाही सुधीर कुमार, राजेश रोशन, सुल्तान, अनूप कुमार सीआरपीएफ वाहन से शव को पटना से जवान के पैतृक गांव भटपुरा आया। शव के पहुचते ही जहा घर मे कोहराम मच गया वही जवान को देखने के लिये गांव के लोगो की भीड़ उमड़ पड़ी।

जवान की पत्नी बार बार हो रही थी बेहोश---
मृतक सीआरपीएफ जवान भारतेंदु कुमार की पत्नी नीलू कुमारी बार बार पति के मौत पर बेहोश हो जाती थी। मृतक जवान को दो पुत्र सक्षम आर्य 5 वर्ष, ऋषभ कुमार 3 वर्ष है। लगभग 15 दिन पूर्व जवान घर आया था। घर से डियूटी पर जाने के बाद तबियत बिगड़ने पर पटना के पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया। मृतक जवान विगत तीन वर्षों से ब्लड कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहा था। पारस अस्पताल में उनका इलाज विभाग के द्वारा ही कराया जा रहा था। चार भाई में सीआरपीएफ जवान दूसरे नंबर पर था।

मुखिया के ममेरे भाई था सीआरपीएफ जवान---
भटोनि पंचयात के मुखिया पुरुषोत्तम टंडन जवान के ममेरे भाई है। जवान की आकस्मिक मौत पर मुखिया काफी दुखी है। इनके अलावे जवान की मौत पर मधेपुरा सासंद दिनेशचंद्र यादव, चौधरी महबूब अली कैसर, पूर्व विधयाक डॉ अरुण कुमार, पत्रकार अनिल कुमार वर्मा, सहित कई लोगो ने दुख जताया है। पटना से शव के साथ आये सीआरपीएफ के जवान इंस्पेक्टर शारदानंद सिंह ने परिजन को दाह-संस्कार के लिये 50 हजार रुपये की सहायता तत्काल दिया।

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